रेलवे स्‍टेशन के डस्‍टबिन से निकली, मेहनत के दम पर आसमान में लिखा अपना नाम

1 week ago

Last Updated:April 21, 2025, 07:57 IST

Abandoned Girl Success Story: किसकी किस्‍मत कब, कहां और कैसे खुल जाए इसके बारे में कोई नहीं जानता. सभी तरह की सुख-सुविधा उपलब्‍ध होने के बावजूद कई लोगों को सफलता नहीं मिलती है, पर जिनके रास्‍ते में सिर्फ कांटे ...और पढ़ें

रेलवे स्‍टेशन के डस्‍टबिन से निकली, मेहनत के दम पर आसमान में लिखा अपना नाम

माला पपालकर रेलवे स्‍टेशन के डस्‍टबिन में मिली थीं. अब उन्‍होंने महाराष्‍ट्र लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित परीक्षा पास कर कलेक्‍टर ऑफिस में नौकरी हासिल की है.

अमरावती. भाग्‍य और किस्‍मत धन-दौलत की मोहताज नहीं हैं. ईश्‍वर ने किसके भाग्‍य में क्‍या लिखा है, इसके बारे कोई नहीं जानता. ठीक वैसे ही जैसे तकरीबन ढाई दशक पहले रेलवे स्‍टेशन पर पड़े एक डस्‍टबिन में एक नन्‍हीं जान बिलख-बिलख कर रो रही थी. पुलिस ने इस दृष्टिबाधित बच्‍ची को अपने कब्‍जे में लेकर उसके माता-पिता की बहुत तलाश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली. इसके बाद उसे रिमांड होम में लाया गया, जहां से उसकी असली यात्रा की शुरुआत हुई. बच्‍ची को पहले पालनहार मिला और फिर वो द्रोणाचार्य भी मिले, जिन्‍होंने वक्‍त की तपिश में पकी बच्‍ची को तराशा और कठोर दुनिया से लड़ने के काबिल बनाया. डस्‍टबिन में यूं ही लावारिश छोड़ दी गई उसी बच्‍ची ने अब अपनी मेहनत के दम पर सफलता के आसमान में अपना नाम लिख दिया. उसने महाराष्‍ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) की ओर से आयोजित परीक्षा पास कर कलेक्‍टर ऑफिस में सरकारी नौकरी पाई है. उसने वक्‍त और किस्‍मत से लड़कर नया मुकाम हासिल किया. एक बहुत पुरानी कहावत है कि कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं हो सकता एक सिक्‍का तबीयत से उछालो यारों, इस बच्‍ची ने इसे सच साबित कर दिखाया है.

दरअसल, महाराष्ट्र के जलगांव रेलवे स्टेशन पर 25 साल पहले एक दृष्टिबाधित बच्ची को कूड़ेदान में फेंक दिया गया था, जिसके बाद उसे सुधार गृह में पहुंचाया गया. बाद में उसे माला पपालकर का नाम दिया गया. माला ने MPSC की परीक्षा पास की है. अब वह नागपुर कलेक्टर कार्यालय में अपनी पहली पोस्टिंग लेने जा रही हैं. माला पापलकर ने पिछले साल मई में महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की क्लर्क-कम-टाइपिस्ट परीक्षा (ग्रुप सी) पास करके सुर्खियां बटोरी थीं. तीन दिन पहले 26 साल की माला को एक नियुक्ति पत्र मिला, जिसमें उसे नागपुर कलेक्टरेट में राजस्व सहायक के रूप में उसकी पोस्टिंग के बारे में बताया गया था. माला औपचारिकताएं पूरी करने के बाद अगले 8-10 दिनों में काम पर आने वाली हैं. कुछ समस्याओं के कारण उनकी पोस्टिंग में कुछ महीने की देरी हुई थी.

Location :

Amravati,Maharashtra

First Published :

April 21, 2025, 07:47 IST

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