Last Updated:October 29, 2025, 09:39 IST
रूस-युक्रेन युद्ध में हिसार के मदनहेड़ी गांव के सोनू की मौत हो गई. सोनू को जबरन रशियन आर्मी में भर्ती किया गया था. बुधवार को उसका शव भारत पहुंचेगा.
युवक की पहचान हिसार के गांव मदनहेड़ी के 28 वर्षीय सोनू की मौत के रूप में हुई है. हिसार. रूस-युक्रेन युद्ध में हरियाणा के लिए बुरी खबर आई है. हिसार के एक युवक की इस युद्ध में मौत हो गई है और बुधवार को उसका शव हिसार पहुंचेगा. युवक की पहचान हिसार के गांव मदनहेड़ी के 28 वर्षीय सोनू की मौत के रूप में हुई है. सोनू के बड़े भाई अनिल ने बताया कि सोनू को जबरन रशियन आर्मी में भर्ती कर युद्ध में भेजा गया था. रूस आर्मी के कमांडर का फोन उनके पास आया, जिसमें बताया कि यूक्रेन के ड्रोन अटैक में सोनू मारा गया है. सोनू का शव को एयरलिफ्ट कर आज (बुधवार) तक भारत लाया जा सकता है.
जानकारी के अनुसार, हिसार के गांव मदनहेड़ी के ही अमन का 5 दिन पहले परिवार के पास एक वीडियो मैसेज आया. करीब 1 मिनट के वीडियो में अमन ने बताया कि 25 अगस्त को उसे धोखे से रशियन आर्मी में भर्ती किया गया. कहा गया कि गार्ड की नौकरी है. 12 दिन की ट्रेनिंग के बाद सीधे बॉर्डर पर लड़ने भेज दिया. कभी भी मौत हो सकती है. रोजाना बमबारी होती है और कोई न कोई आंखों के सामने मारा जाता है. गौर रहे कि पिछले दिनों विदेश मंत्रालय की ओर से 27 युवाओं की लिस्ट जारी हुई थी, जिनके रूस की आर्मी में भर्ती होने की पुष्टि थी. इनमें हरियाणा के 7 नाम थे. इनमें फतेहाबाद, हिसार व कैथल के 2-2 और एक कलानौर का युवक है.
सोनू के भाई अनिल ने बताया कि उनका भाई और गांव का 24 वर्षीय अमन मई 2024 में रूस गए थे. तब वे फॉरेन लैंग्वेज का कोर्स करने गए थे. आमतौर पर रूस और पुराने USSR के गणराज्यों में युवा किसी न किसी कोर्स के बहाने जाते हैं. वहां आसानी से काम मिल जाता है.
सोनू के भाई अनिल ने बताया कि उनका भाई और गांव का 24 वर्षीय अमन मई 2024 में रूस गए थे.
3 सितंबर को आखिरी बार फोन आय़ा था
अनिल ने बताया कि सोनू ने 3 सितंबर को आखिरी बार फोन कर बताया था कि उसे जबरन रशियन आर्मी में भर्ती किया जा रहा है और जल्द युद्ध में भेजा जाएगा. इसके बाद 19 सितंबर को रूस से एक पत्र मिला, जिसमें बताया गया कि वह 6 सितंबर से लापता है और अब उसका शव मिल गया है, लेकिन परिवार का कहना है कि रूसी सेना ने जो शव बताया, वह किसी और का है.
फोटो तो भेजी लेकिन पहचान नहीं पाए
अनिल का कहना है कि 6 अक्टूबर को भी परिवार के पास रूस की सेना के एक अधिकारी ने पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है कि सोनू की युद्ध में मौत हो चुकी है. हालांकि, इसके बाद रूस स्थित भारतीय दूतावास ने इसकी पुष्टि नहीं की थी. भारतीय दूतावास से भी परिवार का संपर्क हुआ. जिसमें कहा गया कि मौत की जानकारी सही है. बुधवार शव भारत आ सकता है. अनिल ने बताया कि सोनू के शव की फोटो रूस आर्मी ने भेजी है, मगर वह पहचान में नहीं आ रही. शव पूरी तरह क्षत-विक्षत हालत में है. शव पर बर्फ सा सफेद कुछ जमा हुआ है.
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...और पढ़ें
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Location :
Hisar,Hisar,Haryana
First Published :
October 29, 2025, 09:39 IST

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