ये कौनसा नियम है भाई! घर के बाहर जूते रखने पर चुकाना पड़ा ₹24000 का जुर्माना

5 hours ago

Last Updated:May 19, 2025, 17:05 IST

Bengaluru shoe rack fine: बेंगलुरु की एक सोसाइटी में एक निवासी ने जूते की रैक हटाने से इनकार करते हुए 8 महीनों में ₹24,000 जुर्माना भर दिया. अब जुर्माना ₹200 रोज़ होगा, फिर भी रैक हटाने को तैयार नहीं है.

ये कौनसा नियम है भाई! घर के बाहर जूते रखने पर चुकाना पड़ा ₹24000 का जुर्माना

प्रतीकात्मक तस्वीर

बेंगलुरु के इलेक्ट्रॉनिक सिटी में मौजूद ‘प्रेस्टीज सनराइज पार्क’ एक बड़ी और शानदार सोसाइटी है, जहां करीब 1,046 फ्लैट्स हैं. यहां हर चीज़ नियम-कायदों के हिसाब से चलती है. लेकिन इसी सोसाइटी में बीते 8 महीनों से एक छोटी सी चीज़ को लेकर बड़ा विवाद चल रहा है — और वो चीज़ है एक जूते रखने की रैक.

क्या है पूरा मामला?
इस सोसाइटी में एक व्यक्ति ने अपने फ्लैट के दरवाज़े के बाहर जूते रखने के लिए एक रैक रखी हुई है. ये रैक कॉमन एरिया यानी सबके चलने-फिरने की जगह में आती है. सोसाइटी के नियमों के मुताबिक कोई भी व्यक्ति अपने निजी सामान को कॉमन एरिया में नहीं रख सकता, चाहे वो पौधे हों, जूते की रैक हो या स्टोरेज कैबिनेट.

सोसाइटी ने सभी को दिया नोटिस
सोसाइटी एसोसिएशन ने देखा कि कई लोग अपने-अपने फ्लैट्स के बाहर सामान रखे हुए हैं. इसके बाद सभी को नोटिस भेजा गया और कहा गया कि दो महीने के अंदर ये सब हटा लिया जाए. शुरुआत में कुछ लोगों ने विरोध किया, लेकिन धीरे-धीरे सभी ने सामान हटा लिया — सिर्फ दो लोगों को छोड़कर.

एक मान गया, एक नहीं टस से मस
दो में से एक व्यक्ति ने आखिरकार रैक हटा ली, लेकिन एक शख्स ऐसा था जिसने साफ इनकार कर दिया. उसने कहा कि वह रैक नहीं हटाएगा, चाहे जितना जुर्माना भरना पड़े.

प्रीपेड फाइन देकर दिखाई जिद
इस व्यक्ति ने न केवल रैक नहीं हटाई, बल्कि ₹15,000 एडवांस में देकर सोसाइटी से कहा कि इसे ‘प्रीपेड फाइन’ मान लिया जाए. यानी वो पहले से जुर्माना भर रहा है ताकि रैक रख सके. अब तक वह ₹24,000 तक जुर्माना भर चुका है लेकिन फिर भी रैक वहीं रखी है.

अब फाइन डबल करने की तैयारी
अब सोसाइटी एसोसिएशन उसकी जिद के आगे हार मानने की बजाय जुर्माना ₹100 से बढ़ाकर ₹200 प्रतिदिन करने जा रही है. इसका मतलब है कि अब हर महीने उसे ₹6,000 जुर्माना देना पड़ेगा, अगर रैक नहीं हटाई गई.

सोसाइटी में चर्चा का विषय बना मामला
यह पूरा मामला अब प्रेस्टीज सनराइज पार्क की गलियों में चर्चा का टॉपिक बन गया है. कोई कह रहा है कि यह व्यक्ति नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है, तो कोई इसे ‘निजी आज़ादी’ की मिसाल बता रहा है. लेकिन सब यही मान रहे हैं कि एक छोटी सी रैक ने सोसाइटी में बड़ा ड्रामा खड़ा कर दिया है.

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Location :

Bangalore,Karnataka

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