Last Updated:November 07, 2025, 23:12 IST
HAL GE Deal For Tejas Mk1A: हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने अमेरिकी कंपनी GE Aerospace के साथ 113 जेट इंजनों की ऐतिहासिक डील पर हस्ताक्षर किए हैं, जो भारत के स्वदेशी तेजस Mk1A लड़ाकू विमानों में लगाए जाएंगे. F404-GE-IN20 इंजनों की डिलीवरी 2027 से शुरू होकर 2032 तक पूरी होगी. ₹62,370 करोड़ के इस सौदे से भारतीय वायुसेना को 97 नए तेजस जेट मिलेंगे.
तेजस फाइटर जेट प्रोग्राम को मिला बड़ा बूस्ट (File Photo)नई दिल्ली: भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता मिशन को नई ऊंचाई देने वाला ऐतिहासिक सौदा फाइनल हो गया है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने शुक्रवार को अमेरिकी कंपनी General Electric Aerospace के साथ 113 जेट इंजनों की खरीद के लिए मेगा डील पर हस्ताक्षर किए. ये इंजन भारत के स्वदेशी तेजस Mk1A लड़ाकू विमानों में लगाए जाएंगे. यह करार न केवल भारत-अमेरिका डिफेंस साझेदारी को मजबूती देगा बल्कि भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण को भी नई दिशा देगा.
2027 से शुरू होगी डिलीवरी, 2032 तक पूरा प्रोजेक्ट
HAL ने बताया कि F404-GE-IN20 इंजन की डिलीवरी 2027 से शुरू होगी और 2032 तक पूरी हो जाएगी. ये इंजन 97 तेजस Mk1A विमानों के लिए सप्लाई किए जाएंगे. इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने सितंबर में HAL के साथ ₹62,370 करोड़ का सौदा किया था, जिसके तहत भारतीय वायुसेना को 97 तेजस Mk1A फाइटर जेट्स मिलने हैं.
तेजस Mk1A: भारत की नई हवाई ताकत
तेजस Mk1A एक सिंगल-इंजन, मल्टी-रोल फाइटर एयरक्राफ्ट है जो हाई-थ्रेट एनवायरनमेंट में ऑपरेट करने में सक्षम है. यह Mk1 का अपग्रेडेड वर्जन है, जिसे HAL और DRDO ने मिलकर तैयार किया है. तेजस Mk1A में बेहतर एवियोनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और उन्नत हथियार एकीकरण क्षमता दी गई है. तेजस Mk1A ने हाल ही में अपनी पहली उड़ान पूरी की, लेकिन HAL का कहना है कि कुछ तकनीकी अड़चनों के कारण अक्टूबर में तय पहली डिलीवरी में देरी हुई.
इंजन डिलीवरी में 10 महीने की देरी
HAL प्रमुख डी. के. सुनील ने बताया कि GE द्वारा पहले से तय किए गए 99 इंजनों की सप्लाई में करीब 10 महीने की देरी हुई है. GE की सप्लाई चेन में पार्ट्स और कंपोनेंट्स की कमी के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ. वादा किया गया था कि हर महीने दो इंजन मिलेंगे, लेकिन अब तक केवल चार ही इंजन डिलीवर हुए हैं. फिर भी HAL को भरोसा है कि 2027 से शुरू होने वाली नई डिलीवरी टाइमलाइन को सख्ती से फॉलो किया जाएगा.
वायुसेना को चाहिए तेज इंडक्शन
भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने कई बार कहा है कि देश की ‘कॉम्बैट रेडीनेस’ बनाए रखने के लिए तेजस जैसे स्वदेशी विमानों का समय पर इंडक्शन बेहद जरूरी है. तेजस Mk1A के नए वर्जन में बेहतर मेंटेनेंस, कम रडार सिग्नेचर और उन्नत वेपन सिस्टम्स होंगे, जो भारतीय वायुसेना को पड़ोसी देशों पर निर्णायक बढ़त दिला सकते हैं.
HAL अधिकारियों का कहना है कि प्रोडक्शन ईकोसिस्टम स्थिर होते ही डिलीवरी और एकीकरण की रफ्तार बढ़ेगी. साथ ही, GE Aerospace के साथ यह करार भविष्य में मेक इन इंडिया के तहत जेट इंजन के लोकल प्रोडक्शन का रास्ता भी खोलता है.
दीपक वर्मा न्यूज18 हिंदी (डिजिटल) में डिप्टी न्यूज एडिटर के रूप में काम कर रहे हैं. लखनऊ में जन्मे और पले-बढ़े दीपक की जर्नलिज्म जर्नी की शुरुआत प्रिंट मीडिया से हुई थी, लेकिन जल्द ही उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म...और पढ़ें
दीपक वर्मा न्यूज18 हिंदी (डिजिटल) में डिप्टी न्यूज एडिटर के रूप में काम कर रहे हैं. लखनऊ में जन्मे और पले-बढ़े दीपक की जर्नलिज्म जर्नी की शुरुआत प्रिंट मीडिया से हुई थी, लेकिन जल्द ही उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 07, 2025, 23:12 IST

5 hours ago
