Eid Ul Fitr: हम बात कर रहे हैं स्पेन के मर्सिया क्षेत्र में स्थित जुमिला शहर के बारे में जहां की स्थानीय परिषद ने एक प्रस्ताव पास किया है. इसके मुताबिक अब ईद-उल-फितर और ईद-उल-अजहा जैसे मुस्लिम त्यौहारों को सार्वजनिक जगहों जैसे सामुदायिक केंद्र और हॉल में अब नहीं मनाया जा सकेगा. इस प्रस्ताव को पीपुल्स पार्टी ने पास किया है. इसे मंजूरी मिल गई क्योंकि दक्षिणपंथी वॉक्स पार्टी ने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया जबकि वांपंथी पार्टियों ने इसका विरोध किया था. जुमिला शहर की कुल आबादी लगभग 27 हजार है जिसमें लगभग 7.5 प्रतिशल मुसलमान है.
प्रस्ताव में क्या कहा गया?
इस आदेश में कहा गया कि, शहर की सार्वजनिक जगहें और खेल सुविधाओं का इस्तेमाल हमारी संस्कृति से अलग किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक काम के लिए नहीं किया जाएगा. वॉक्स पार्टी की स्थानीय शाखा ने सोशली मीडिया पर इस फैसले को सही ठहराते हुए लिखा, वॉक्स की वजह से ही Spain में सार्वजिनक जगहों पर इस्लामिक त्यौहारों को रोकने का पहला कदम उठाया गया है. स्पेन हमेशा से ईसाइयों का देश रहा है और रहेगा.
फैसले से कौन डर रहा?
स्पैनिश फेडरेशन ऑफ इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष मुनीर बेनजेलोन अंदालुसी अजहरी ने इस आदेश को इस्लाम विरोधी और भेदभाव करने वाला बताया. The Guardian के अनुसार, उन्होंने कहा, वह दूसरे धर्मों पर हमला नहीं कर रह हैं. बात आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि, 30 सालों में मुझे पहली बार डर लग रहा है.
स्पेन का कानून क्या कहता है?
विपक्षी नेताओं ने इसे गैर-संवैधानिक बताया है. स्पेन के कानून के अनुच्छेद 16 के तहत, हर किसी को अपने धर्म और उसके अनुसार पूजा करने की आजादी है. इस पर तभी रोक लगाई जा सकती है जब सार्वजनिक व्यवस्था खराब हो रही हो. मर्सिया में क्षेत्रीय सोशलिस्ट पार्टी के नेता फ्रांसिस्को लुकास ने X पर इस फैसले की निंदा करते हुए कहा, PP पार्टी ने संविधान का उल्लंघन किया है और सत्ता में बने रहने के लिए आपसे भाईचारे को खतरे में डाला है.
क्या है जुमिला शहर का इतिहास?
ऐतिहासिक तौर पर जुमिला शहर पहले रोमन साम्राज्य का हिस्सा था. 8वीं शताब्दी में ये अरबों के कंट्रोल में आ गया था और 13वीं सदी तक उनके ही पास रहा. इसके बाद अल्फोंसो X के नेतृत्व में ईसाई सेनाओं ने यहां कब्जा कर लिया. यहां पर 'अलकाट्राज के कैपिट्यूलेशन' नाम की संधि हुई थी जिसमें दोनों समुदाय के लोगों को साथ रहने की अनुमति दी गई थी. लेकिन अल्फोंसो की मौत के बाद अरबों का शासन खत्म हो गया और कैस्टिले ने इलाके पर अपना कब्जा जमा लिया.