Last Updated:September 14, 2025, 08:36 IST
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले हिन्दी भाषी समुदाय को तोहफा देकर बड़ा पॉलिटिकल मास्टरस्ट्रोक खेला है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है, क्योंकि बीजेपी भी बंगाल में हिंदी भाषी समुदाय को साधने की कोशिश करती है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को हिन्दी दिवस के अवसर पर एक बड़ा ऐलान किया है. इस दौरान उन्होंने बिहार और उत्तर भारत से जुड़े हिंदी भाषी समुदाय को साधने की कोशिश की है. उन्होंने न केवल हिन्दी भाषियों को शुभकामनाएं दीं, बल्कि छठ महापर्व के मौके पर दो दिन की सरकारी छुट्टी की घोषणा कर दी. माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यह फैसला ममता की बड़ी चुनावी रणनीति का हिस्सा है, जिससे वे राज्य में बसे बिहारी समाज और हिंदी भाषी वोट बैंक को अपने पाले में मजबूत करना चाहती हैं.
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘आज हिन्दी दिवस है. इस अवसर पर सभी हिन्दी भाषी भाई-बहनों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं. प्रत्येक वर्ष हम श्रद्धा के साथ हिन्दी दिवस मनाते हैं. हम सभी भाषाओं के प्रति श्रद्धावान हैं.’
उन्होंने बताया कि 2011 के बाद से उनकी सरकार ने हिन्दी भाषी लोगों के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. जिन क्षेत्रों में 10% से अधिक लोग हिन्दी बोलते हैं, वहां हिन्दी को सरकारी भाषा का दर्जा दिया गया है. साथ ही, संथाली, उर्दू, नेपाली, पंजाबी, तेलुगु और उड़िया जैसी कई भाषाओं को भी मान्यता दी गई है.
सीएम ममता ने बताया कि हिन्दी के विकास के लिए हिन्दी अकादमी का गठन किया गया है, हावड़ा में हिन्दी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है और नक्सलबाड़ी व बानारहाट में हिन्दी माध्यम डिग्री कॉलेज खोले गए हैं. उच्च माध्यमिक के प्रश्नपत्र अब हिन्दी में उपलब्ध हैं और कई कॉलेजों में हिन्दी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम भी शुरू किए गए हैं.
आज हिन्दी दिवस है। इस अवसर पर सभी हिन्दी भाषी भाई-बहनों को मेरी हार्दिक शुभ कामनाएँ। प्रत्येक वर्ष हम श्रद्धा के साथ हिन्दी दिवस मनाते हैं। हम सभी भाषाओं के प्रति श्रद्धावान हैं।
इस संदर्भ में कहूँ तो वर्ष 2011 के बाद से राज्य में हिन्दी भाषी लोगों के विकास के लिए हमने कई अहम…
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने छठ पूजा को लेकर बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि ‘हिन्दी भाषी समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए, राज्य सरकार ने छठ पूजा के उपलक्ष्य में दो दिन की सरकारी छुट्टी की घोषणा की है.’
बंगाल में बड़ी संख्या में बिहारी और पूर्वी उत्तर प्रदेश से आए लोग रहते हैं और छठ पूजा उनकी आस्था का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. ममता का यह कदम सीधा इसी वर्ग को साधने वाला है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है, क्योंकि बीजेपी भी बंगाल में हिंदी भाषी समुदाय को साधने की कोशिश करती है. लेकिन छठ पर्व पर सरकारी छुट्टी देकर ममता ने सीधे उस वर्ग की भावनाओं को छुआ है, जिससे भाजपा खुलकर विरोध भी नहीं कर पाएगी.
ममता बनर्जी ने चुनाव से पहले हिन्दी भाषी समुदाय को धार्मिक और सांस्कृतिक तोहफा देकर बड़ा पॉलिटिकल मास्टरस्ट्रोक खेला है.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 14, 2025, 08:34 IST