भारत बातचीत नाकाम होने पर चुनता है हार्ड पावर का रास्ता- राजनाथ सिंह

10 hours ago

Last Updated:September 17, 2025, 18:19 IST

INDIA USING HARD POWER: उरी हमले के बाद से भारत के जवाब में बदलाव आया. पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पीएम मोदी ने दी सेना को खुली छूट दी. भारत पहले बातचीत के जरिए ही समाधान निकालने की कोशिश करता है. और जब बातों से नहीं मानता तो ही जवाब देने का रास्ता बदलता है. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक और अब ऑपरेशन सिंदूर इस बात का उदाहरण है

भारत बातचीत नाकाम होने पर चुनता है हार्ड पावर का रास्ता- राजनाथ सिंहऑपरेशन सिंदूर केवल रोक गया है

INDIA USING HARD POWER: पाकिस्तान अपनी आदत से बाज नहीं आ सकता, इसलिए भारत ने उसे सबक सिखाने का कड़ा रास्ता अपनाया है. सर्जिकल स्ट्राइक से शुरू हुआ यह सिलसिला ऑपरेशन सिंदूर तक जारी है.  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हैदराबाद मुक्ति दिवस कार्यक्रम के दौरान भारत के कड़े जवाब पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर, 2016 सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 बालाकोट एयर स्ट्राइक इस बात का प्रमाण हैं कि भारत का धैर्य उसकी ताकत है, कमजोरी नहीं. जब बातचीत से कोई समाधान नहीं निकलता, तो हम हार्ड पावर का रास्ता चुनते हैं.” रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मजबूत और दृढ़ नया भारत बातचीत में विश्वास करता है, लेकिन वह उन लोगों को उचित जवाब देना जानता है जो शांति और सद्भावना की भाषा को समझने में नाकाम रहते हैं.

ऑपरेशन सिंदूर केवल रोका गया है
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आतंकवादियों ने पहलगाम में निर्दोष नागरिकों को उनके धर्म के आधार पर मारा. भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादियों को उनके कर्म के आधार पर मारा और उनके ठिकानों को नष्ट किया.  रक्षा मंत्री ने फिर से दोहराया कि ऑपरेशन केवल रोका गया है, और अगर सीमा पार से कोई और आतंकवादी गतिविधि होती है, तो यह पूरी ताकत से फिर से शुरू होगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान युद्धविराम पर किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में कोई तीसरा पक्ष हस्तक्षेप नहीं कर सकता.

रक्षा मंत्री के संबोधन की मुख्य बातें

हैदराबाद मुक्ति दिवस और पीएम मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को पड़ता है. पीएम मोदी बिल्कुल सरदार पटेल की तरह ही भारत को सांस्कृतिक, सामाजिक, आध्यात्मिक और आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं. ‘लौह पुरुष’ के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल ने उत्तर और दक्षिण भारत को एकजुट किया. रक्षा मंत्री ने पीएम मोदी को राष्ट्र को बदलने का श्रेय दिया और विश्वास व्यक्त किया कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. आज भारत किसी से निर्देश नहीं लेता, वह अपनी खुद की पटकथा लिखता है. रक्षा मंत्री ने ऑपरेशन पोलो में भाग लेने वालों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि यह केवल एक सैन्य अभियान नहीं था, यह सरदार पटेल का निर्णायक प्रहार था. पटेल ने रजाकारों की साजिश को तोड़ दिया और हैदराबाद को भारत में वापस लाया. ऑपरेशन पोलो की सफलता और हैदराबाद के भारत में विलय को एक शानदार अध्याय बताया. भारत ने दुनिया को दिखाया कि वह हमेशा अपनी एकता की रक्षा करने में सक्षम और शक्तिशाली रहा है. 1948 में रजाकारों की साजिश विफल हो गई थी, वैसे ही आज पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और उसके एजेंट विफल हो गए हैं. भारत ने फिर से ऑपरेशन सिंदूर के साथ उचित जवाब दिया है. हमने फिर से साबित कर दिया है कि हमारी एकता और सांस्कृतिक विविधता हमारी सबसे बड़ी ताकत है.

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First Published :

September 17, 2025, 18:19 IST

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