भारत को लेकर सत्‍या नडेला का बड़ा प्‍लान, कहा-सिर्फ निवेश करना ही मकसद नहीं

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Last Updated:December 11, 2025, 17:39 IST

Microsoft Investment in India : माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन सत्‍या नडेला ने कहा है कि उनका मकसद भारत में सिर्फ निवेश करना नहीं, बल्कि यहां लाखों युवाओं को एआई के लिए प्रशिक्षित करना भी है.

भारत को लेकर सत्‍या नडेला का बड़ा प्‍लान, कहा-सिर्फ निवेश करना ही मकसद नहींमाइक्रोसॉफ्ट भारत में 2 करोड़ लोगों को प्रशिक्षण देगी.

नई दिल्‍ली. अमेरिकी टेक दिग्‍गज माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्‍या नडेला ने पिछले दिनों जबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, भारत को लेकर उनके मकसद पर तमाम कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं. अब नडेला ने खुद बताया है कि उनका भारत को लेकर आखिर क्‍या बड़ा मकसद है. उन्‍होंने साफ संकेत दिया है कि माइक्रोसॉफ्ट यहां सिर्फ निवेश ही नहीं करेगी, बल्कि लाखों युवाओं को इसका फायदा भी पहुंचाएगी. साथ ही कई दिग्‍गज टेक कंपनियों के साथ रणनीतिक भागीदारी का भी खुलासा किया है.

नडेला ने कहा कि उनकी कंपनी भारत के कृत्रिम मेधा (एआई) परिवेश को लेकर प्रतिबद्ध है और बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे में निवेश कर रही है. माइक्रोसॉफ्ट, ‘क्लाउड’ क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के साथ एआई-संचालित भविष्य के लिए लाखों भारतीयों को कुशल बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. साथ ही माइक्रोसॉफ्ट ने 4 प्रमुख आईटी कंपनियों कॉग्निजेंट, इन्फोसिस, टीसीएस और विप्रो के साथ रणनीतिक साझेदारी की भी घोषणा की. ये कंपनियां ‘एजेंटिक’ एआई को अपनाने में तेजी लाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर काम करेंगी.

निवेश को लेकर उत्‍साहित है कंपनी
एक कार्यक्रम में नडेला ने कहा कि हम भारत में निवेश करने को लेकर बहुत उत्साहित हैं, ताकि हम यहां सर्वश्रेष्ठ श्रेणी का बुनियादी ढांचा ला सकें. इसके लिए कंपनी 17.5 अरब डॉलर का निवेश कर रही है. नडेला ने इसे एशिया में माइक्रोसॉफ्ट का सबसे बड़ा निवेश बताया. माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन ने देश भर में कंपनी के ‘क्लाउड नेटवर्क’ के तेजी से विस्तार पर जोर दिया. उन्‍होंने का कि हम ‘एज्यूर’ को विश्व के कंप्यूटर के रूप में विकसित कर रहे हैं और हमारे पास दुनियाभर में 70 से अधिक डेटा सेंटर क्षेत्र हैं. भारत में हमारी उपस्थिति लगातार बढ़ रही है. अब हमारे पास मध्य भारत, पश्चिम भारत, दक्षिण भारत में नेटवर्क है और हमने जियो के साथ भी साझेदारी की है.

क्‍या है एज्‍यूर और कैसे काम करता है
‘एज्यूर’ माइक्रोसॉफ्ट द्वारा प्रदान किया गया एक व्यापक ‘क्लाउड कंप्यूटिंग’ मंच है. इस पर कंपनियां एवं डेवलपर अपने एप्लिकेशन, वेबसाइट, डेटाबेस, स्टोरेज, एआई मॉडल तथा सर्वर ऑनलाइन बनाने के साथ चला भी सकती हैं और प्रबंधित भी लगा सकती हैं. वह भी बिना अपने ‘फिजिकल सर्वर’ खरीदे. उन्होंने कहा कि एक नया डेटा सेंटर क्षेत्र साल 2026 में चालू हो जाएगा. हमें बेहद खुशी है कि अगले साल देश के दक्षिण क्षेत्र में हमारा एक नया डिजिटल सेंटर होगा. सबसे अच्छी बात यह है कि यह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है.

एआई सेक्‍टर में संप्रभुता को बढ़ावा
उन्होंने एआई के बढ़ते उपयोग के इस युग में डिजिटल संप्रभुता एवं साइबर सुरक्षा के महत्व पर भी जोर दिया. नडेला कहा कि हम संप्रभुता को लेकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि इसके लिए विकल्पों का एक व्यापक खंड मौजूद हो. लिहाजा आपके पास पब्लिक ‘क्लाउड’ है, पब्लिक क्लाउड में संप्रभु नियंत्रण हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि संप्रभुता को सुरक्षा से अलग करके नहीं देखा जा सकता.

2 करोड़ लोगों को प्रशिक्षण
माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन ने बताया कि हाल में उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हुई जिन्होंने समाज, अर्थव्यवस्था एवं वृद्धि को गति देने के लिए इस निवेश (17.5 अरब डॉलर) को लेकर काफी उत्साह दिखाया. उन्होंने कहा कि यह प्रतिबद्धता उनकी पिछली यात्रा के दौरान घोषित 3 अरब डॉलर के निवेश के अतिरिक्त है. भारत में प्रतिभाओं की उपलब्धता के बारे में नडेला ने कहा कि कंपनी अपने कौशल विकास कार्यक्रमों पर और अधिक ध्यान केंद्रित करेगी. हम अब समूचे भारत में दो करोड़ लोगों को एआई कौशल में प्रशिक्षित करने जा रहे हैं.

5 साल में आ जाएगा गिटहब
नडेला ने साथ ही कहा कि सरकार के ई-श्रम कार्यक्रम जैसी पहलें यह दर्शाती हैं कि एआई असंगठित श्रमिकों का उत्थान कैसे कर सकता है. उन्होंने कहा कि भारत साल 2030 तक ‘गिटहब’ के साथ दुनिया का अग्रणी समुदाय बनने के लिए तैयार है. ‘गिटहब’ एक वेब-आधारित मंच है जो ‘वर्जन कंट्रोल’ और सहयोग के लिए बनाया गया है. मुख्य रूप से डेवलपर द्वारा सॉफ्टवेयर कोड को ‘स्टोर’ करने, प्रबंधित करने एवं साझा करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है. यह ओपन-सोर्स वर्जन कंट्रोल सिस्टम गिट पर आधारित है. यह उपयोगकर्ता-अनुकूल ग्राफिकल इंटरफेस एवं सहयोग उपकरणों का एक बड़ा विकल्प प्रदान करता है.

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Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें

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New Delhi,Delhi

First Published :

December 11, 2025, 17:39 IST

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