Last Updated:November 26, 2025, 17:03 IST
West Bengal News: पश्चिम बंगाल के CEO दफ्तर में गंभीर सुरक्षा चूक के बाद चुनाव आयोग ने कोलकाता पुलिस को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. आयोग ने कहा कि मौजूदा व्यवस्था अपर्याप्त है और इससे अधिकारियों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है. SIR गतिविधियों और आगामी चुनावों की संवेदनशीलता को देखते हुए EC ने विस्तृत सुरक्षा रिपोर्ट और कड़े सुरक्षा उपायों की मांग की है.
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के दफ्तर में सुरक्षा चूक के बाद चुनाव आयोग ने पुलिस को सुरक्षा बढ़ाने का आदेश दिया.नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के दफ्तर में हुई गंभीर सुरक्षा चूक ने राज्य प्रशासन और चुनाव आयोग दोनों के भीतर हलचल मचा दी है. घटना के बाद यह साफ हो गया कि CEO ऑफिस में मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह नहीं निभा पा रही थी. इस कारण मुख्य निर्वाचन अधिकारी, अतिरिक्त CEO, संयुक्त CEO, डिप्टी CEO और वहां काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की सुरक्षा को सीधा खतरा पैदा हो गया है.
चुनाव आयोग ने इस घुसपैठ को बेहद गंभीर सुरक्षा उल्लंघन माना है. आयोग ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को सख्त निर्देश दिया है कि CEO दफ्तर, अधिकारियों के घरों और उनके आने-जाने के दौरान सुरक्षा में किसी भी तरह की कमी नहीं रहनी चाहिए. राज्य में SIR गतिविधियों और आगामी चुनावों की संवेदनशीलता को देखते हुए आयोग ने विस्तृत सुरक्षा रिपोर्ट भी मांगी है.
क्या हुआ था CEO ऑफिस में, क्यों मच गया हड़कंप?
सूत्रों के मुताबिक घुसपैठ की यह घटना उस वक्त सामने आई जब CEO दफ्तर की सुरक्षा में तैनात टीम ने एक संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधियों को पकड़ा. बाद में जांच में पता चला कि कई लेयर की सिक्योरिटी ठीक से सक्रिय ही नहीं थी. घटना के बाद तुरंत अतिरिक्त बल तैनात किया गया, और आयोग ने पुलिस को “शून्य सहनशीलता” नीति के साथ आगे बढ़ने का निर्देश दिया.
SIR गतिविधियों और आगामी चुनावों की संवेदनशीलता को देखते हुए विस्तृत सुरक्षा रिपोर्ट मांगी गई.
EC के निर्देश: सुरक्षा में चूक अब नहीं चलेगी
चुनाव आयोग ने लिखित आदेश में साफ बताया है कि सुरक्षा व्यवस्था “अपर्याप्त” मिली है और इसे तुरंत दुरुस्त करना होगा. पुलिस और प्रशासन को तीन स्तर पर निगरानी बढ़ाने को कहा गया है—दफ्तर में, आवास पर और ट्रैवल के दौरान.
EC ने क्या-क्या निर्देश दिए?
CEO दफ्तर की सुरक्षा के लिए ‘उच्च संवेदनशीलता’ श्रेणी लागू की जाए. सभी प्रवेश द्वारों पर तैनाती बढ़ाई जाए. अधिकारियों की घर से दफ्तर तक सुरक्षा एस्कॉर्ट की व्यवस्था की जाए. CCTV कवरेज और एक्सेस कंट्रोल तुरंत अपग्रेड किए जाएं. SIR गतिविधियों का सुरक्षा वर्गीकरण “तत्काल” पूरा किया जाए. EC ने साफ कहा है कि किसी भी कीमत पर ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए.SIR गतिविधियों की रिपोर्ट क्यों अहम है?
राज्य में होने वाले आगामी चुनाव अत्यधिक संवेदनशील श्रेणी में आते हैं. ‘SIR गतिविधियां’ चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं. EC का मानना है कि सुरक्षा उल्लंघन चुनावी अखंडता को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है.चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि SIR रिपोर्ट से पता चलेगा कि किन-किन क्षेत्रों में संवेदनशीलता ज्यादा है और कौन-सी जगहों पर सुरक्षा को तत्काल अपग्रेड करने की जरूरत है.
CEO ऑफिस में सुरक्षा लेयर और कितनी मजबूत थीं?
| सुरक्षा लेयर | वर्तमान स्थिति | EC की टिप्पणी | सुधार की आवश्यकता |
| मुख्य प्रवेश सुरक्षा | कमजोर | स्टाफ की कमी | 24×7 तैनाती |
| इन-बिल्डिंग एक्सेस | आंशिक नियंत्रण | जोखिमपूर्ण | कार्ड सिस्टम अपग्रेड |
| CCTV निगरानी | सीमित कवरेज | अपर्याप्त | हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे |
| अधिकारियों की मूवमेंट | सिक्योरिटी | नहीं के बराबर | गंभीर चूक एस्कॉर्ट अनिवार्य |
| डिजिटल एक्सेस कंट्रोल | कमजोर संवेदनशील | मल्टी-फैक्टर | ऑथेंटिकेशन |
आगामी चुनावों पर क्या होगा असर, क्यों बढ़ी चिंता?
पश्चिम बंगाल देश के सबसे राजनीतिक रूप से सक्रिय और संवेदनशील राज्यों में शामिल है. चुनावों के दौरान सुरक्षा, फ्री मूवमेंट, और चुनावी व्यवस्था की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमेशा चुनौती रहा है. CEO ऑफिस में सुरक्षा चूक ने चुनाव आयोग की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि निर्वाचन प्रक्रिया पर प्रभाव डालने की कोशिशें पहले भी सामने आ चुकी हैं. SIR गतिविधियों की निगरानी चुनावी पारदर्शिता के लिए अनिवार्य है. अधिकारी और स्टाफ किसी भी धमकी के दायरे में नहीं आ सकते. आयोग का कहना है कि सुरक्षा को राजनीतिक नहीं बनाया जाना चाहिए, यह शुद्ध रूप से संवैधानिक जिम्मेदारी का हिस्सा है.
अब आगे क्या?
कोलकाता पुलिस को विस्तृत रिपोर्ट जल्द भेजने को कहा गया है. इलेक्ट्रॉनिक, फिजिकल और ह्यूमन इंटेलिजेंस तीनों लेयर पर सुरक्षा बढ़ाई जाएगी. सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर किसी स्तर पर लापरवाही साबित हुई, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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First Published :
November 26, 2025, 17:01 IST

54 minutes ago
