Last Updated:June 21, 2025, 20:11 IST
CBI Raid: सीबीआई ने 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के एक मामले में बिहार और झारखंड में एक साथ कुल 7 ठिकानों पर छापेमारी की है. इस मामले में कुछ आला अफसरों समेत 29 लोग सीबीआई के रडार पर हैं. जिनको जांच के दायरे में...और पढ़ें

फर्जी बिलों से धोखाधड़ी करने वालों पर सरकारी शिकंजा कसा?(Image:PTI)
हाइलाइट्स
फर्जी बिलों से धोखाधड़ी करने वालों पर सीबीआई ने शिकंजा कसा. फर्जी एक्सपोर्ट बिलों से 100 करोड़ का चूना लगाया गया. सीबीआई की छापेमारी में सोने के 7 बिस्कुट बरामद.नई दिल्ली. देश में करप्शन के नए-नए तरीके रोजाना सामने आ रहे हैं. इनमें जीएसटी के फर्जी बिलों का पेमेंट हासिल करने का रैकेट भी एक है. जिसमें कई बार बड़े अफसर भी शामिल पाए जाते हैं. इसी तरह के एक मामले में कस्टम कैडर के एक आईआरएस अधिकारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. पटना में कार्यरत एडिशनल कमिश्नर के खिलाफ सीबीआई ने कार्रवाई की है. ये पूरा मामला करीब 100 करोड़ रुपये के फर्जी एक्सपोर्ट बिलों का है.
सीबीआई ने करीब 100 करोड़ रुपये के फर्जी एक्सपोर्ट बिलों के मामले में पटना के तत्कालीन एडिशनल कमिश्नर कस्टम्स सहित 29 अन्य के खिलाफ छापेमारी की है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पटना के तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त, सीमा शुल्क (Customs) सहित 29 अन्य के खिलाफ फर्जी जीएसटी रिफंड क्लेम से जुड़े एक मामले में छापेमारी की है. यह छापेमारी बिहार और झारखंड के कुल 7 ठिकानों पर की गई, जिनमें पटना (2 जगह), पूर्णिया (2 जगह), जमशेदपुर, नालंदा और मुंगेर शामिल हैं. सीबीआई की इस कार्रवाई में 100-100 ग्राम की 7 सोने की ईंटें (Gold Bars), आपत्तिजनक दस्तावेज और मोबाइल फोन आदि बरामद हुए हैं.
क्या है पूरा मामला?
सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक भीमनगर LCS (Land Customs Station) में तैनात तत्कालीन अधीक्षक, जयनगर LCS में तैनात तत्कालीन अधीक्षक (वर्तमान में सहायक आयुक्त, कस्टम्स) और तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त, कस्टम्स, पटना ने आपराधिक साजिश रचते हुए कुछ निजी व्यक्तियों (G-Card धारक), निर्यातक कंपनियों (Exporter Firms) और 23 आयातक कंपनियों (Importer Firms) के साथ मिलकर फर्जी तरीके से टाइल्स और ऑटोमोबाइल पार्ट्स का निर्यात दिखाया.
अपराध का मकसद
इस फर्जी निर्यात का मकसद जीएसटी कार्यालयों से रिफंड हासिल करना या टैक्स छूट का दावा करना था. इन अफसरों ने निजी लाभ के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया और कथित तौर पर रिश्वत या अन्य लाभ पाने की मंशा से इन फर्जी दस्तावेजों को मंजूरी दी. इस घोटाले से सरकार को करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. सीबीआई इस पूरे नेटवर्क में शामिल अधिकारियों, निजी व्यक्तियों और कंपनियों की भूमिका की गहराई से जांच कर रही है.
क्या बरामद हुआ?
100 ग्राम के 7 सोने की ईंटें
आपत्तिजनक दस्तावेज
मोबाइल फोन और डिजिटल सबूत
सीबीआई ने इस मामले में अब तक किसी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है, लेकिन जांच जारी है और जल्द ही और खुलासे संभव हैं.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi