Last Updated:December 04, 2025, 15:43 IST
Putin India Visit News: दिल्ली में पुतिन के स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं.मशहूर पांडे पान भंडार के मालिक देवी प्रसाद पांडे ने राष्ट्रपति पुतिन के लिए यह स्पेशल पान खुद तैयार किया है. उन्हें यह ब्रह्मोस पान परोसा जाएगा. बनारसी मगही पान की मिठास भारत-रुस की दोस्ती में नया अध्याय जोड़ देगी.
पुतिन के लिए ‘ब्रह्मोस पान’Putin India Visit: जब दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के राष्ट्राध्यक्ष मिलते हैं तो बातें आमतौर पर मिसाइलों, रक्षा सौदों और सामरिक साझेदारी तक ही सीमित रहती हैं. लेकिन इस बार कूटनीति में एक अनोखा देसी तड़का जुड़ गया है. यह है महंगा पान का लाजवाब मीठा स्वाद. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे को लेकर दिल्ली में स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं.
इस बार मेहमाननवाजी का रंग कुछ अलग होने वाला है. क्योंकि इसमें शामिल हो रहा है बनारसी मगही पान का जादू.वो भी एक खास नाम के साथ जो है ब्रह्मोस पान. दिल्ली की मशहूर पांडे पान भंडार के मालिक देवी प्रसाद पांडे ने राष्ट्रपति पुतिन के लिए यह स्पेशल पान खुद तैयार किया है.
क्यों रखा ब्रह्मोस नाम?
नाम ब्रह्मोस क्यों रखा, इस सवाल पर पांडे जी मुस्कुराते हुए कहते हैं कि ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान को सबक सिखाया था और अब ब्रह्मोस पान भारत और रूस की दोस्ती को और ज्यादा मीठा बनाने जा रहा है. ब्रह्मोस पान की खासियत इसके बेहतरीन मगही पत्ते में छिपी है जो खास तौर पर बनारस से मंगवाया जाता है. यह पत्ता इतना कोमल और उच्च गुणवत्ता वाला होता है कि मुंह में रखते ही पिघल जाता है.
साथ ही, बिना चबाए ही अपना पूरा स्वाद छोड़ देता है. इसकी अनोखी खुशबू और लाजवाब मीठा-तीखा तीखापन इसे बाकी पानों से एकदम अलग बनाता है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि यही मगही पान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी सबसे पसंदीदा है. अब जब यह खास पान राष्ट्रपति पुतिन को परोसा जाएगा तो न सिर्फ मुंह में मिठास घुलेगी बल्कि भारत-रूस की दोस्ती में भी एक नया मीठा अध्याय जुड़ जाएगा.
ब्रह्मोस पान से गहरी होगी दोस्ती
पांडे जी आगे बताते हैं कि जब दो पुराने दोस्त (मोदी और पुतिन) मिलेंगे, तो यह पान उनकी मुलाकात में मिठास घोल देगा. मेहमान आए हैं तो मुंह मीठा कराना तो बनता है भाई. एक तरफ जहां ब्रह्मोस मिसाइल दोनों देशों की सैन्य ताकत का प्रतीक है, वहीं अब ब्रह्मोस पान बन गया है दोस्ती का नया प्रतीक. पान की पत्ते पर लगी चूना-कत्था और मसालों की महक अब कूटनीतिक गलियारों में भी फैलने वाली है.
तो इस बार जब पुतिन दिल्ली में कदम रखेंगे तो लाल कालीन के साथ-साथ उनका स्वागत होगा बनारसी मगही पान के हरे पत्ते से होगा.आब भारत की मेहमाननवाजी में डिप्लोमैसी का नया फ्लेवर जुड़ गया है. ब्रह्मोस पान के मीठे धमाके से मुंह में खुलेगी मिठास और दिल में गहरी होगी दोस्ती.
First Published :
December 04, 2025, 15:43 IST

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