Last Updated:December 04, 2025, 15:39 IST
Bengaluru News: बेंगलुरु के नल्लूराहल्ली में एक पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियर मुरली गोविंदराजू की आत्महत्या ने पूरे शहर को हिला दिया है. परिवार का आरोप है कि दो लोगों और कुछ अधिकारियों द्वारा लगातार की गई टॉर्चर और उगाही से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया. घटना स्थल से 10 पन्नों का सुसाइड नोट मिला है. मामला दर्ज कर जांच शुरू हो गई है.
बेंगलुरु के नल्लूराहल्ली में पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियर मुरली गोविंदराजू की आत्महत्या का मामला सामने आया है. (फोटो X)Bengaluru News: देश की आईटी राजधानी बेंगलुरु से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. बेंगलुरु शहर में काम करने वालों का एक घर बनना पूरी जिंदगी का सपना होता है. इस सपने को पूरा करने के लिए कोई भी किसी हद तक मेहनत करने को तैयार रहता है. लेकिन घर के सपने के चक्कर में जान चली जाए तो उससे बुरा क्या ही हो सकता है. बेंगलुरु के नल्लूराहल्ली में बन रहा एक सपनों का घर अचानक मौत का सन्नाटा बन गया. 45 साल के पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियर मुरली गोविंदराजू ने जिस जगह अपना आशियाना खड़ा करना शुरू किया था, उसी अधूरे निर्माण स्थल पर उनकी जिंदगी थम गई. परिवार का आरोप है कि लगातार हो रही टॉर्चर, धमकियों और उगाही ने उन्हें इस तरह का कदम उठाने पर मजबूर कर दिया. इस घटना ने पूरे इलाके में सवाल खड़ा कर दिया कि क्या एक सपने का घर किसी की जान ले सकता है?
मुरली का सपना सिर्फ एक मकान भर नहीं था, बल्कि अपने परिवार पत्नी दुर्गादेवी और बच्चों कनिष्ठा और देशिता के लिए एक सुरक्षित जगह बनाना था. परिजनों के मुताबिक जिस तरह दो लोगों द्वारा बार-बार परेशान किया गया और कथित रूप से कुछ सिविक अधिकारियों के साथ मिलकर मानसिक उत्पीड़न किया गया, उसी का दर्द 10 पन्नों की सुसाइड नोट में साफ झलकता है.
क्या है पूरा मामला?
परिवार की शिकायत के मुताबिक मुरली ने 2018 में नल्लूराहल्ली में अपने एक रिश्तेदार से प्लॉट खरीदा था. यहां वे अपने परिवार के लिए एक घर तैयार कर रहे थे. लेकिन 25 अक्टूबर को उषा नंबियार और शशि नंबियार नाम की दो महिलाएं 10–15 बार साइट पर पहुंचीं और 20 लाख रुपए की मांग करने लगीं. परिवार का आरोप है कि रकम न देने पर ये दोनों महिलाएं कुछ ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी अधिकारियों के साथ मिलकर मुरली को बार-बार परेशान करने लगीं. इसी तनाव ने उनकी मानसिक हालत बेहद खराब कर दी.
कैसे हुई ये दर्दनाक घटना?
शिकायत में कहा गया है कि घटना वाले दिन भी मुरली पर दबाव बढ़ाया गया. वे सुबह करीब 6 बजे घर से निकले और सीधे चल रहे निर्माण स्थल पर पहुंचे. कुछ देर बाद उन्होंने एक आयरन हुक से फांसी लगाकर जान दे दी. करीब 9:30 बजे जब कारपेंटर गणेशा काम पर पहुंचा, तो उसने मुरली का शव देखा और तुरंत परिवार को जानकारी दी. पुलिस को घटनास्थल से 10 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला है.
क्यों लगा परिवार को साजिश का शक?
मुरली की मां ने कहा कि उनका बेटा लगातार मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो रहा था. उनकी मांग है कि उषा और शशि के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो और यह जांच हो कि क्या कुछ अधिकारी भी इस उत्पीड़न में शामिल थे. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
परिवार क्या चाहता है?
उषा नंबियार और शशि नंबियार के खिलाफ सख्त कार्रवाई. मानसिक प्रताड़ना और उगाही की जांच. जो भी अधिकारी शामिल हों, उन पर भी कार्रवाई. मुरली को न्याय और परिवार को सुरक्षा.मदद चाहिए? यहां संपर्क करें
Vandrevala Foundation for Mental Health — 9999666555, help@vandrevalafoundation.com
TISS iCall — 022-25521111 (सोमवार–शनिवार, सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक)
(यदि आपको या किसी परिचित को मानसिक स्वास्थ्य सहायता की जरूरत हो, तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
First Published :
December 04, 2025, 15:39 IST

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