पाकिस्तान ने दागी फतेह-II मिसाइल, सिरसा में मार गिराया गया - 10 ताजा अपडेट्स

3 hours ago

India Pakistan War Latest Updates : पहलगाम आतंकी हमला का बदला लेने के लिए भारत के चलाए ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और भारत पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. हालांकि उसके ये सारे हमले नाकाम ही साबित हो रहे हैं और भारत की सुरक्षा कवच उसके ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही मार गिरा रही हैं. इस बीच खबर है कि पाकिस्तान की तरफ से बीती रात फतेह-2 मिसाइल भी दागी गई. सूत्रों के मुताबिक इस मिसाइल का लक्षय दिल्ली का था, लेकिन इसें हरियाणा के सिरसा में मार गिराया गया.

पाकिस्तान से सटे तमाम भारतीय शहरों में हाई अलर्ट है. कई शहरों में ब्लैकआउट लागू किया गया है, हवाई हमले की चेतावनी वाले सायरन बज रहे हैं और आम लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. तो चलिये जानते हैं जब आप सो रहे थे, तब पाकिस्तान ने क्या-क्या हरकतें की और भारतीय सुरक्षा बलों ने इसका किस तरह से जवाब दिया.

फतेह-2 मिसाइल का हमला नाकाम : 9 मई की रात पाकिस्तान ने दिल्ली पर फतेह-2 बैलिस्टिक मिसाइल दागी. भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने इसे हरियाणा के सिरसा में सफलतापूर्वक रोक लिया. सूत्रों के मुताबिक, इस मिसाइल से भारत की राजधानी दिल्ली को निशाना बनाया गया. सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पूरी तरह सुरक्षित है और पाकिस्तान के इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ.

जालंधर के कंगनीवाल में ड्रोन गिरा: 9 मई को जालंधर ग्रामीण के कंगनीवाल गांव में एक पाकिस्तानी ड्रोन गिर गया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई. यह घटना आदमपुर वायुसेना स्टेशन के पास हुई, जिससे सैन्य ठिकानों पर हमले की आशंका बढ़ गई.

आदमपुर वायुसेना स्टेशन के पास धमाके: 9 मई की रात जालंधर में, खासकर कंगनीवाल गांव के पास आदमपुर वायुसेना स्टेशन के आसपास कई धमाकों की आवाज सुनी गई. ये धमाके संभवतः भारतीय हवाई रक्षा प्रणाली की ओर से ड्रोनों को नष्ट करने के कारण हुए. इससे स्थानीय लोगों में डर बढ़ा और इलाके में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया.

बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले: पाकिस्तान ने 9-10 मई की रात को उत्तरी और पश्चिमी भारत के 15 स्थानों, जैसे अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले किए. भारत ने लद्दाख से भुज तक 45 ड्रोनों को नष्ट कर इनमें से ज्यादातर हमलों को नाकाम किया.

ब्लैकआउट और हवाई हमले के सायरन: ड्रोन और मिसाइल हमलों के खतरे के कारण जालंधर, जम्मू, अमृतसर और भुज जैसे शहरों में पूरी तरह ब्लैकआउट लागू किया गया. पंजाब, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में हवाई हमले के सायरन बजे, जिससे लोगों को घरों में रहने को कहा गया.

फिरोजपुर में घायल नागरिक: 9 मई को फिरोजपुर, पंजाब में ड्रोन से जुड़ी घटनाओं में तीन नागरिकों को जलने की चोटें आईं. भारतीय सेना ने इस इलाके में ज्यादातर ड्रोनों को नष्ट किया, लेकिन इन हमलों से आम लोगों में दहशत फैली.

IMF ने पाकिस्तान को दिया 1 अरब डॉलर का कर्ज : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने शुक्रवार को पाकिस्तान को जारी एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी के तहत लगभग 1 अरब डॉलर की तत्काल किस्त जारी करने की मंजूरी दे दी है. यह जानकारी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने दी है. IMF की यह मंजूरी ऐसे समय में आई है जब क्षेत्र में तनाव बढ़ा हुआ है और पाकिस्तान पर बार-बार आतंकवाद को समर्थन देने के आरोप लगते रहे हैं। भारत की आपत्ति के बावजूद यह किस्त पाकिस्तान की आर्थिक संकट से जूझ रही सरकार के लिए राहत मानी जा रही है.

गलत खबरों का खंडन: प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) ने सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी वीडियो का खंडन किया. एक वीडियो में जालंधर में ड्रोन हमले का दावा किया गया, जो वास्तव में खेत में लगी आग का था. एक अन्य वीडियो, जिसमें भारतीय सैन्य चौकी पर पाकिस्तानी हमले का दावा था, को भी फर्जी बताया गया.

एलओसी पर गोलीबारी: रातभर नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी जारी रही, जिससे जम्मू-कश्मीर में रिहायशी इमारतों को नुकसान पहुंचा. भारतीय सेना ने राजौरी और बारामूला में जवाबी कार्रवाई की.

पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र बंद किया: 10 मई को पाकिस्तान ने सभी उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र दोपहर तक बंद कर दिया. यह कदम भारत के उस दावे के बाद उठाया गया कि पाकिस्तान ने अपने हमलों के दौरान नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल किया. पाकिस्तान ने भारत द्वारा अपने तीन वायुसेना अड्डों (नूर खान, मुरिद और शोरकोट) पर मिसाइल हमले की बात भी कही.

फतेह-2 मिसाइल और ड्रोनों को रोकने में भारत की सफलता उसकी रक्षा क्षमता को दिखाती है, लेकिन कंगनीवाल में ड्रोन दुर्घटना और आदमपुर के पास धमाकों जैसे हादसे आम लोगों के लिए खतरे को उजागर करते हैं. ब्लैकआउट, सायरन और सैन्य कार्रवाइयों के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने तनाव कम करने की अपील की है ताकि और नुकसान से बचा जा सके.

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