India-Pakistan Relations: भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान को कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू और कश्मीर के विवाद के उसके दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया. भारत ने स्पष्ट किया कि जम्मू और कश्मीर, साथ ही लद्दाख, भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा हैं और यह स्थिति कभी नहीं बदलेगी. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत हरीश परवथानेनी ने पाकिस्तान को आतंकवाद का वैश्विक केंद्र करार देते हुए सुरक्षा परिषद के मंच का दुरुपयोग करने के लिए उसकी कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जम्मू और कश्मीर के मसले को लेकर अपनी सनकपूर्ण और विभाजनकारी राजनीति को आगे बढ़ा रहा है जिसका उद्देश्य भारत और उसके लोगों को नुकसान पहुंचाना है.
अपनी जिम्मेदारियों से कोसों दूर पाकिस्तान: भारतीय राजदूत
राजदूत परवथानेनी ने कहा कि पाकिस्तान का रवैया यह दिखाता है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के रूप में अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों से कोसों दूर है और भारत के खिलाफ अपने विभाजनकारी एजेंडे को बढ़ावा दे रहा है. उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि ऐसा रुख अपनाने से वह अपनी अंतरराष्ट्रीय भूमिका कमजोर कर रहा है.
भारत ने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की आलोचना करते हुए सिंधु जल संधि के निलंबन का बचाव भी किया। भारतीय राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान ने तीन युद्धों और हजारों आतंकवादी हमलों के माध्यम से इस संधि की भावना का उल्लंघन किया है, और हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले (अप्रैल 2025) का उदाहरण दिया, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे.
पाकिस्तान की भारत ने लगाई क्लास
परवथानेनी ने कहा कि भारत ने निर्णय लिया है कि सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद और अन्य प्रकार के आतंकवाद के समर्थन को विश्वसनीय रूप से और स्थायी रूप से समाप्त नहीं कर देता. इसके अलावा, उन्होंने पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति पर भी सवाल उठाए जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल में डालने, सत्तारूढ़ पार्टी पर प्रतिबंध लगाने और रक्षा बलों के प्रमुख को आजीवन प्रतिरक्षा देने जैसे कदमों का उल्लेख किया.
परवथानेनी ने कहा कि पाकिस्तान अपने लोगों की इच्छाओं का सम्मान करने का अनूठा तरीका अपनाता है जैसे कि प्रधानमंत्री को जेल में डालना और संवैधानिक तख्तापलट करना. राजदूत ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों का मुकाबला पूरी ताकत से करेगा. बता दें, भारत की यह प्रतिक्रिया पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा सिंधु जल संधि के निलंबन की आलोचना और जम्मू-कश्मीर को लेकर अनसुलझे विवाद के दावे करने के बाद आई है.

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