Last Updated:April 23, 2025, 12:07 IST
J&K Pahalgam Attack on Tourists: पहलगाम में टूरिस्टों पर हमले ने पूरे देश को दहला दिया है. मगर आतंकियों के बदले पैटर्न और टूरिस्टों पर हमला ने कश्मीरी लोगों को चिंता में डाल दिया है. घाटी का एकलौता सोर्स ऑफ इनक...और पढ़ें

कश्मीर में आतंकवादियों ने हमले का बदला पैटर्न...
J&K Pahalgam Attack on Tourists: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने न केवल देश को झकझोर दिया है, बल्कि कश्मीर घाटी के आम लोगों के जीवन और आजीविका पर भी गहरा संकट ला खड़ा किया है. इस हमले में निहत्थे पर्यटकों को निशाना बनाया गया. सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की हताशा और रणनीति में बदलाव को दर्शाता है. इस हमले ने कश्मीर के उन परिवारों की उम्मीदों पर चोट पहुंचाई है, जो टूरिज्म के जरिए अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के पूर्व प्रमुख एसपी वैद ने इस हमले पर अपनी राय जारी की है. तीन दशकों तक घाटी में सेवा देने वाले वैद ने इस हमले को विदेशी आतंकियों का काम बताया. उन्होंने कहा, ‘स्थानीय आतंकी पर्यटकों पर हमला करने से हिचकते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि इसका कश्मीर की अर्थव्यवस्था और छवि पर क्या असर होगा. यह हमला पाकिस्तान के इशारे पर हुआ है, जो घाटी में अस्थिरता फैलाना चाहता है.’ वैद का कहना है कि पर्यटकों पर हमला घाटी के लिए नया झटका है. पहले आतंकी अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाते थे, लेकिन अब पर्यटकों को निशाना बनाना एक नई और खतरनाक रणनीति है.
हजारों परिवार पर होगा असर
इस हमले का असर कश्मीर के उन हजारों परिवारों पर पड़ रहा है, जिनके लिए टूरिज्म जीवन की धुरी है. शिकारा चलाने वाले, होटल कर्मचारी, गाइड, और छोटे-मोटे दुकानदार, ये वे लोग हैं जो टूिरस्ट के आने से अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं. वैद ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ‘इस हमले के बाद पर्यटक अपनी बुकिंग रद्द हो जाएंगे, होटल खाली हो जाएंगे और लोग कश्मीर आने से डरेंगे. पाकिस्तान भी ऐसा ही चाहता है.’
पलटवार की मांग
दिल्ली पुलिस के पूर्व प्रमुख और सीआरपीएफ के जम्मू-कश्मीर जोन के पूर्व विशेष महानिदेशक एसएन श्रीवास्तव ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा, ‘आर्टिकल 370 हटने के बाद आतंकी संगठनों पर बड़ी कार्रवाई हुई है. यह हमला पाकिस्तान की हताशा को दर्शाता है, जो कश्मीर में अपनी उपस्थिति बनाए रखना चाहता है. टूरिज्म कश्मीरियों की आजीविका का मुख्य स्रोत है. इस तरह के हमले टूरिज्म को इसे नष्ट करने की साजिश हैं. उन्होंने भारत को कड़ा पलटवार की मांग की.
सेना इसका जवाब देगी
लेफ्टिनेंट जनरल के. हिमालय सिंह (सेवानिवृत्त), जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में पांच बार सेवा दी है. उन्होंने इस हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने बताया कि पर्यटकों पर हमले लगभग 25-30 साल बाद फिर से शुरू हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘1990 के दशक में ऐसी घटनाएं हुई थीं, लेकिन पिछले दो-तीन दशकों में पर्यटक ज्यादातर सुरक्षित रहे. यह हमला एक बड़ा खतरा है. सेना इसका जवाब देगी.’
लोगों के मन में समाया डर
इस हमले ने कश्मीर के लोगों के मन में डर और अनिश्चितता पैदा कर दी है. घाटी के लोग चाहते हैं कि शांति और समृद्धि का दौर लौटे, मगर इस घटना ने घाटी की यात्रा करने वाले टूरिस्टों के मन में भय पैदा कर दिया है, जो घाटी के लोगों की उम्मीदों पर कुठाराघात है, शांति और अमन की बात करते हैं.
Location :
Pahalgam,Anantnag,Jammu and Kashmir
First Published :
April 23, 2025, 12:07 IST