Last Updated:November 18, 2025, 05:01 IST
अगर पड़ोसी आपकी अनुमति बिना रोज वीडियो रिकॉर्ड करे तो यह नए BNS कानून के तहत इलेक्ट्रॉनिक स्टॉकिंग और प्राइवेसी उल्लंघन माना जाता है, जिसकी सजा 3 साल तक हो सकती है. आप सबूत जुटाकर पुलिस या साइबर सेल में शिकायत कर सकते हैं. सीसीटीवी का आपके घर की तरफ एंगल करना भी अपराध है. पुरुष-महिला दोनों पर समान प्रावधान लागू होते हैं. महिलाओं के मामले में केस थोड़ा और मजबूत हो जाता है.
कानून के तहत पड़ोसियों की इन हरकतों से बचने के लिए प्रावधान है. नई दिल्ली. अक्सर पड़ोसियों के साथ छोटी-छोटी तनातनी रुटीन का हिस्सा मानी जाती है, लेकिन मामला गंभीर तब हो जाता है जब कोई पड़ोसी आपकी इजाजत के बिना रोजाना आपके घर से आने-जाने का वीडियो रिकॉर्ड करने लगे. अगर आपके साथ कोई ऐसा करने लगे तो आप क्या करेंगे. महिलाओं और पुरुषों दोनों का वीडियो बनाने के केस में अलग-अलग प्रावधान हैं. चलिए हम आपको इसके बारे में विस्तार में बताते हैं.
कानून क्या कहता है?
नए भारतीय न्याय संहिता (BNS) और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) के लागू होने के बाद किसी भी व्यक्ति की अनुमति बिना उसकी गतिविधियों की रिकॉर्डिंग करना, पीछा करना (Stalking), निगरानी करना या उसकी प्राइवेसी का उल्लंघन करना अपराध की श्रेणी में आता है.
• बिना अनुमति वीडियो रिकॉर्ड करना गोपनीयता का उल्लंघन माना जाता है.
• रिकॉर्डिंग का उद्देश्य चाहे कुछ भी हो, यदि इससे व्यक्ति की गरिमा, सुरक्षा या निजी जीवन प्रभावित होता है तो रिकॉर्ड करने वाला दोषी माना जाएगा.
• लगातार वीडियो बनाना इलेक्ट्रॉनिक स्टॉकिंग की श्रेणी में आता है, जिसकी सजा 3 साल तक और जुर्माना हो सकता है.
आप क्या कर सकते हैं?
1. सबूत इकट्ठा करें – पड़ोसी कब, कैसे और कितनी बार वीडियो रिकॉर्ड करता है, इसकी फोटो/वीडियो या गवाह तैयार रखें.
2. सीधी बातचीत – कई बार मामला बातचीत से सुलझ जाता है, लेकिन धमकी मिले तो ऐसा न करें.
3. पुलिस में शिकायत दर्ज करें – आप नजदीकी थाने या साइबर सेल में प्राइवेसी वॉयलेशन, स्टॉकिंग और अनधिकृत रिकॉर्डिंग की शिकायत कर सकते हैं.
4. सीसीटीवी का दुरुपयोग – यदि पड़ोसी सीसीटीवी कैमरे को ऐसी दिशा में लगा देता है कि वह सीधे आपके घर की निगरानी कर रहा है, तो यह भी गैरकानूनी है. पुलिस कैमरे की दिशा बदलने का आदेश दे सकती है.
5. महिला होने पर शिकायत और मजबूत – महिलाओं के मामले में स्टॉकिंग और वीडियो रिकॉर्डिंग पर कानून और कठोर है. शिकायत पर पुलिस की त्वरित कार्रवाई अनिवार्य है.
अगर वीडियो एक महिला ने पुरुष का बनाया हो?
• कानून में लैंगिक पक्षपात नहीं है. अगर कोई महिला किसी पुरुष का बिना अनुमति वीडियो बनाती है, उसकी निगरानी करती है या उसके आने-जाने की रिकॉर्डिंग करती है तो उस पर भी इलेक्ट्रॉनिक स्टॉकिंग और प्राइवेसी उल्लंघन के वही प्रावधान लागू होंगे.
• पुरुष भी पुलिस में वही शिकायत दर्ज कर सकता है और कार्रवाई उतनी ही सख्त होगी.
क्यों अहम है यह कानून?
डिजिटल दौर में प्राइवेसी खतरे में है. रोजमर्रा के विवाद भी कभी-कभी गंभीर मानसिक तनाव में बदल जाते हैं. यही वजह है कि नए कानूनों में व्यक्तिगत निजता को सबसे महत्वपूर्ण अधिकार माना गया है. अगर पड़ोसी लगातार आपकी रिकॉर्डिंग कर रहा है, यह ‘छोटी बात’ नहीं, बल्कि कानूनी अपराध है और पुलिस की जिम्मेदारी है कि आपकी शिकायत पर कार्रवाई करे.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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First Published :
November 18, 2025, 05:01 IST

3 hours ago
