Last Updated:July 07, 2025, 16:58 IST
Marathi vs Hindi: राज ठाकरे के बयान पर बीजेपीए एमपी निशिकांत दुबे ने कड़ा जवाब दिया. उन्होंने कड़ी चुनौती देते हुए एमएनएस चीफ से कहा कि वो बिहार आकर दिखाएं. उन्हें पटक-पटककर मारा जाएगा. इसके बाद शिवसेना उद्धव...और पढ़ें

निशिकांत दुबे ने करारा जवाब दिया. (News18)
हाइलाइट्स
निशिकांत दुबे ने राज ठाकरे के वीडियो वाले बयान का जवाब दिया.निशिकांत ने राज ठाकरे को बिहार, उत्तर प्रदेश या तमिलनाडु आने का चैलेंज दिया.दुबे के बयान से शिवसेना युबीटी के नेता आदित्य ठाकरे को मिर्ची लग गई.Marathi vs Hindi: मुंबई के बीएमसी और बिहार में होने वाले चुनाव से पहले इस वक्त इन दोनों प्रदेशों में सियायत गरमाई हुई है. एक तरफ मराठी बनाम उत्तर भारतीय का मुद्दा उठाकर उद्धाव ठाकरे और उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे हिन्दी बोलने वालों पर हमलावर हैं. दूसरी तरफ अब बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे ने भी ठाकरे बंधुओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अब यह राजनीतिक लड़ाई पटक-पटककर मारने पर उतर आई है. दरअसल, एक दिन पहले राज ठाकरे ने बयान दिया था कि मराठी नहीं बोल पाने वाले उत्तर भारतीयों को पीटते वक्त उनका वीडियो मत बनाओ. इसपर निशिकांत वीडियो ने कहा कि एक बार बिहार, उत्तर प्रदेश या तमिलनाडु आकर देख, पटक-पटककर मारेंगे.
निशिकांत दुबे ने कहा, “आप लोग हमारे पैसे से जी रहे हैं. आपके पास किस तरह के उद्योग हैं? अगर आप इतने साहसी हैं और हिंदी बोलने वालों को पीटते हैं तो आपको उर्दू, तमिल और तेलुगु बोलने वालों को भी पीटना चाहिए. अगर आप इतने बड़े बॉस हैं तो महाराष्ट्र से बाहर आएं बिहार, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु में आएं. तुमको पटक पटक के मारेंगे. हम सभी मराठी और महाराष्ट्र के लोगों का सम्मान करते हैं, जिन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी. उन्होंने आगे कहा कि बीएमसी चुनाव होने वाले हैं और इसलिए राज और उद्धव सस्ती राजनीति कर रहे हैं. अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें माहिम जाना चाहिए और माहिम दरगाह के सामने किसी भी हिंदी या उर्दू बोलने वाले को पीटना चाहिए.
आदित्य ठाकरे ने दिया निशिकांत को जवाब
निशिकांत दुबे के बयान का जवाब देने के लिए शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे सामने आए. उन्होंने कहा कि ये उत्तर भारतीय नहीं है. ये भाजपा का सांसद है और ये भाजपा की मानसिकता है उत्तर भारत ऐसा नहीं है. महाराष्ट्र में उत्तर भारतीय, दक्षिण भारतीय, पूरे देश से लोग यहां सपना लेकर आते हैं. भाजपा का ये खेल है तोड़ो-फोड़ो राज करो. हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ थी किसी भाषा के खिलाफ नहीं थी. हमारी लड़ाई भाजपा की शक्ति, जो हिंदी की शक्ति के खिलाफ थी किसी भाषा के खिलाफ नहीं थी. यही मैं कहना चाहता हूं कि निशिकांत दुबे उत्तर भारत का प्रतीक नहीं है और मैं यही कहना चाहता हूं कि जो ऐसे लोग है जो आग लगना चाहते हैं. आप उनकी बात पर ध्यान न दें तो इनकी राजनीति नहीं चलेगी.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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