Last Updated:December 07, 2025, 01:42 IST
उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी और बीजेपी की चुनावी रणनीति की तारीफ की. (फाइल फोटो)नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विपक्ष को आईना दिखाया है. दिल्ली में ‘हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट’ में उन्होंने खुलकर बात की. अब्दुल्ला ने माना कि ‘इंडिया’ गठबंधन की हालत बहुत खराब है. उन्होंने कहा कि हम लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं. कभी-कभी हम उठते हैं मगर बिहार जैसे नतीजों के बाद फिर गिर जाते हैं. उन्होंने बीजेपी की चुनाव लड़ने की शैली की जमकर तारीफ की. अब्दुल्ला के मुताबिक बीजेपी हर चुनाव को जीवन-मरण का सवाल मानकर लड़ती है. वहीं विपक्ष चुनाव के दो महीने पहले जागता है. उन्होंने यह भी माना कि नीतीश कुमार को गठबंधन ने खुद बीजेपी के पास भेजा. अब्दुल्ला ने 2024 के नतीजों और मुस्लिम वोट बैंक पर भी बेबाक राय रखी.
‘इंडिया’ गठबंधन वेंटिलेटर पर, नीतीश को हमने खोया: अब्दुल्ला ने गठबंधन की तुलना बीमार मरीज से की. उन्होंने कहा कि हम एक तरह से लाइफ सपोर्ट पर हैं. कभी कोई सहारा देता है तो हम उठ खड़े होते हैं. लेकिन फिर बिहार जैसे नतीजे आते हैं और हम गिर जाते हैं. फिर किसी को हमें आईसीयू में ले जाना पड़ता है. उन्होंने नीतीश कुमार के मुद्दे पर बड़ा कबूलनामा किया. अब्दुल्ला ने कहा कि हमने खुद नीतीश को एनडीए की गोद में धकेला है. गठबंधन एक राय नहीं बना पाया. बिहार में पार्टी होने के बावजूद झामुमो को सीट शेयरिंग से बाहर रखना भी गलत फैसला था. विपक्षी गठबंधन में रणनीतिक कमियां साफ दिख रही हैं.
बीजेपी की चुनावी मशीन और PM मोदी का मॉडल: सीएम ने बीजेपी की कार्यशैली को ‘अद्वितीय’ बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास कमाल की इलेक्शन मशीन है. यह ताकत सिर्फ पैसों या संगठन से नहीं आती. वे हर चुनाव ऐसे लड़ते हैं जैसे उनकी जिंदगी उस पर टिकी हो. दूसरी तरफ हम ऐसे लड़ते हैं जैसे हमें कोई परवाह ही नहीं है. मोदी और उनकी टीम 24 घंटे राजनीति के मॉडल पर काम करती है. एक चुनाव खत्म होते ही वे अगले क्षेत्र में चले जाते हैं. हम चुनाव से दो महीने पहले उन राज्यों में कदम रखते हैं. अगर हम नामांकन से पहले गठबंधन कर लें तो खुद को लकी मानते हैं.
कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प, मुस्लिम वोट पर चेतावनी: भविष्य की रणनीति पर भी उन्होंने बात की. अब्दुल्ला ने कहा कि बीजेपी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस के इर्द-गिर्द एकजुट होना होगा. क्षेत्रीय पार्टियों की अपनी भौगोलिक सीमाएं हैं. सिर्फ कांग्रेस की मौजूदगी पूरे देश में है. इसलिए उसे ही लीड करना होगा. मुस्लिम वोटर्स पर उन्होंने पार्टियों को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को हल्के में लेना गलती थी. पार्टियां केवल चुनाव के वक्त उनसे संवाद करती हैं. इसका फायदा एआईएमआईएम जैसी पार्टियों को मिल रहा है. वे पूरे पांच साल उनके मुद्दों पर बात करते हैं.
मोदी सरकार ने खुद को बदला, अब एनडीए की सरकार: अब्दुल्ला ने 2024 के नतीजों को संयोग नहीं माना. उन्होंने कहा कि जनता ने संदेश दिया कि सब कुछ ठीक नहीं है. लेकिन चुनाव के बाद केंद्र सरकार ने अपना एप्रोच बदला है. अब वे बीजेपी सरकार की जगह ‘एनडीए सरकार’ शब्द यूज करते हैं. पीएम मोदी अब सहयोगियों को साथ लेकर चल रहे हैं. हमें शायद ही याद आता है कि यह गठबंधन सरकार है. उन्होंने काम करने के तरीके को नया रूप दिया है. यह छोटे बदलाव हैं लेकिन इनका महत्व बहुत ज्यादा है.
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राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi
First Published :
December 07, 2025, 01:42 IST

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