Last Updated:July 13, 2025, 17:08 IST

निमिषा प्रिया को यमन में फांसी की सजा सुनाई गई है.
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट सोमवार को उस याचिका पर सुनवाई करेगा, जिसमें केंद्र को एक भारतीय नर्स को बचाने के लिए राजनयिक माध्यमों का इस्तेमाल करने के वास्ते निर्देश देने का अनुरोध किया गया है. नर्स को हत्या के जुर्म में 16 जुलाई को यमन में फांसी दिए जाने की संभावना है. जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की पीठ इस मामले की सुनवाई कर सकती है.
अधिवक्ता सुभाष चंद्रन के.आर. ने कहा था कि इस मामले में जल्द से जल्द राजनयिक माध्यम तलाशे जाने की आवश्यकता है, जिसके बाद मामले को 10 जुलाई को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया था.
उन्होंने दलील दी थी कि शरिया कानून के तहत मृतक के परिवार को ‘ब्लड मनी’ देने की संभावनाएं भी तलाशी जा सकती हैं. उन्होंने दलील दी थी कि अगर ‘ब्लड मनी’ दे दी जाए तो मृतक का परिवार केरल की नर्स को माफ़ कर सकता है. ‘ब्लड मनी’ आरोपी (आमतौर पर हत्यारे) या उसके रिश्तेदारों द्वारा मृतक के परिजन को दिया जाने वाला मुआवजा होता है.
पीठ ने वकील से याचिका की प्रति अटॉर्नी जनरल को देने को कहा और उनकी सहायता मांगी. केरल के पलक्कड़ जिले की रहने वाली 38 वर्षीय नर्स निमिषा प्रिया को यमन की एक अदालत ने 2017 में अपने यमनी व्यापारिक साझेदार की हत्या का दोषी करार दिया गया था. उन्हें 2020 में मौत की सजा सुनाई गई थी और उनकी अंतिम अपील 2023 में खारिज कर दी गई थी.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi