Last Updated:May 09, 2025, 02:55 IST
भारत के कड़े तेवरों के बीच पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ अमेरिका को मनाने में लगे थे। इसी बीच अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने साफ कर दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच जारी युद्ध जैसे हालातों से उनका कोई ल...और पढ़ें

भारत पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात हैं. (News18)
हाइलाइट्स
अमेरिका ने भारत-पाक संघर्ष में घुसने से मना कर दिया है.आतंकवाद पर अमेरिका भारत के साथ खड़ा है.पाकिस्तान इस लड़ाई में अकेला खड़ा नजर आ रहा है.नई दिल्ली. भारत से पंगा लेकर पाकिस्तान ने बहुत बड़ी भूल कर दी है. आज हमले की शुरुआत भले ही पाकिस्तान की तरफ से की गई हो लेकिन चुन-चुनकर आसिम मुनीर की आर्मी के फाइटर जेट को भारतीय वायुसेना ने जमीदोज कर दिया. अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी पाकिस्तान को तगड़ा झटका दिया. पाकिस्तान अमेरिका के रास्ते भारत को शांत करने में लगा था. वेंस ने साफ कह दिया कि इससे हमारा कोई लेनादेना नहीं है. उधर, डिप्लोमैटिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को ध्वस्त करने का प्लान विदेश मंत्री एस जयशंकर बनाए बैठे हैं. अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वह भारत के उस रुख का समर्थन करता है, जिसके तहत पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता आ रहा है.
जेडी वेंस ने भारत-पाकिस्तान पर क्या कहा?
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष में मूल रूप से हमारा कोई काम नहीं है, हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दोनों देशों को तनाव कम करने के लिए कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम जो कर सकते हैं वह यह है कि इन लोगों को थोड़ा तनाव कम करने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश करें, लेकिन हम युद्ध के बीच में शामिल नहीं होने जा रहे हैं. इसमें मूल रूप से हमारा कोई काम नहीं है. दिस इज नन ऑफ ऑर बिजनेस. अमेरिका की इसे नियंत्रित करने की क्षमता से कोई लेना-देना नहीं है. वेंस ने कहा कि आप जानते हैं अमेरिका भारतीयों से हथियार डालने के लिए नहीं कह सकता. हम पाकिस्तानियों से हथियार डालने के लिए नहीं कह सकते. इसलिए हम कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से इस मामले को आगे बढ़ा रहे हैं.
आतंकवाद पर अमेरिका भारत के साथ
टैमी ब्रूस से जब एक पत्रकार ने पूछा कि भारत द्वारा पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थक बताने पर अमेरिका का क्या रुख है, तो उन्होंने कहा, “यह तो वही बात है जो हम दशकों से कहते आ रहे हैं. और स्पष्ट रूप से कश्मीर में जो हुआ वह भयानक था.” उनके इस बयान से साफ हो गया कि अमेरिका पाकिस्तान को आतंकवाद के पनाहगाह के तौर पर देखता है. ब्रूस का इशारा 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना की तरफ है. जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे. इस हमले का जवाब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से दिया.
जयशंकर से हुई अमेरिकी विदेश मंत्री की बात
गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से फोन पर बातचीत की. अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार रुबियो ने बातचीत में भारत-पाक के बीच तात्कालिक तनाव कम करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “अमेरिका सीधा संवाद और संचार बेहतर करने के हर प्रयास का समर्थन करता है.” इसके साथ ही उन्होंने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की और भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग जारी रखने की बात दोहराई. भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने इसके बाद बातचीत की जानकारी एक्स पर दी. उन्होंने रुबियो को भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ लिए जा रहे सटीक और मापे गए कदमों के बारे में बताया.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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