Last Updated:May 12, 2025, 10:55 IST
Operation Sindoor : भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए. इस बीच असदुद्दीन ओवैसी उनके समर्थन में उतर आए और ट्रोलर्स को जवाब दिया.

विक्रम मिसरी पर इस तरह प्रहार होता देख AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी उनके समर्थन में उतर आए.
हाइलाइट्स
विक्रम मिसरी को ट्रोलर्स ने निशाना बनाया.मिसरी की बेटी को भी ट्रोल किया गया.ओवैसी ने मिसरी का समर्थन करते हुए ट्रोलर्स को जवाब दिया.भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी अचानक सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए. इतना ही नहीं, ट्रोलर्स ने उनके परिवार, यहां तक कि उनकी बेटी को भी निशाना बनाकर अपशब्द कहे. इस डिजिटल हमले के चलते विक्रम मिसरी को अपना X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट प्राइवेट करना पड़ा.
मिसरी की ट्रोलिंग इस हद तक बढ़ गई थी कि कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने मिसरी की बेटी को भी आड़े हाथों लिया और उनकी नागरिकता तक पर सवाल खड़े कर दिए. मिसरी की बेटी डिडॉन मिसरी अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश कानून में विशेषज्ञ हैं. ट्रोलर्स उन्हें झूठे आरोपों में घसीटने लगे और रोहिंग्या शरणार्थियों को कानूनी सहायता देने को लेकर उनकी आलोचना करने लगे.
मिसरी को लेकर ओवैसी ने क्या लिखा?
विक्रम मिसरी पर इस तरह प्रहार होता देख ऑल इंडिया मजिलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी AIMIM के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी उनके समर्थन में उतर आए और देश के दुश्मन बने इन ट्रोलर्स को जवाब दिया. ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘विक्रम मिसरी बहुत ही नेक, ईमानदार और मेहनती राजनयिक हैं जो हमारे वतन-ए-अज़ीज़ के लिए लगातार काम कर रहे हैं. इस बात को याद रखना चाहिए कि हमारे सिविल सेवक कार्यपालिका के अधीन काम करते हैं और किसी भी राजनीतिक निर्णय के लिए उन्हें दोष नहीं दिया जाना चाहिए.’
Mr Vikram Misri is a decent and an Honest Hard working Diplomat working tirelessly for our Nation.
Our Civil Servants work under the Executive this must be remembered & they shouldn’t be blamed for the decisions taken by The Executive /or any Political leadership running Watan E… https://t.co/yfM3ygfiyt
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 11, 2025
ओवैसी के अलावा कांग्रेस नेता सलमान अनीस सोज़ और पूर्व विदेश सचिव निरुपमा राव समेत कई अन्य नेताओं और वरिष्ठ राजनयिकों ने भी मिसरी का बचाव किया. सोज़ ने लिखा, ‘विक्रम मिसरी, एक कश्मीरी, ने भारत का नाम रोशन किया है. ट्रोलिंग से उनके योगदान को कम नहीं किया जा सकता.’ वहीं पूर्व विदेश सचिव निरुपमा राव ने इसे ‘शर्मनाक’ बताया और कहा कि ‘एक वरिष्ठ राजनयिक और उनके परिवार पर इस तरह का हमला निंदनीय है.’
किस बात से निशाने पर आए मिसरी
दरअसल, शनिवार को जब पाकिस्तान ने संघर्षविराम समझौते के कुछ ही घंटों बाद उल्लंघन किया, तब विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने एक बयान जारी कर कहा था कि भारत इस उल्लंघन को ‘बेहद गंभीरता’ से लेता है और सेना को भविष्य में किसी भी तरह के उल्लंघन पर ‘कड़ा जवाब देने’ के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत संघर्षविराम से पीछे नहीं हट रहा है.
यह भी पढ़ें- पाकिस्तान की एक धमकी और टेंशन में आ गया अमेरिका, तभी घुमाया जयशंकर को फोन, फिर…
बस, यही बात कुछ ट्रोलर्स को नागवार गुज़री और उन्होंने मिसरी को निशाने पर लेना शुरू कर दिया. उन्होंने मिसरी पर यह आरोप लगाया कि वह पाकिस्तान के प्रति ‘नरम रुख’ अपना रहे हैं. जबकि सच्चाई यह है कि मिसरी ने अपने बयान में सख्त लहजे में जवाब देने की बात कही थी, परंतु कूटनीतिक गरिमा बनाए रखते हुए.
विक्रम मिसरी 2024 से भारत के विदेश सचिव हैं और इससे पहले वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) के उप-सलाहकार भी रह चुके हैं. उनके करियर की ईमानदारी और निष्ठा पर सवाल उठाना न सिर्फ अनुचित है बल्कि देश के राजनयिक प्रतिष्ठान की गरिमा के भी खिलाफ है.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
और पढ़ें
भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें
Location :
New Delhi,Delhi