Last Updated:December 12, 2025, 08:50 IST
Birth Certificate in Delhi: दिल्ली के अस्पतालों में बच्चों को जन्म देने वाले माता-पिताओं की टेंशन अब एकदम खत्म हो गई है. पेरेंट्स को अब जन्म प्रमाणपत्र के लिए एमसीडी और अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और न ही इंतजार करना पड़ेगा. एमसीडी की नई स्कीम के तहत अब पेरेंट्स को अस्पताल से डिस्चार्ज से पहले ही बर्थ सर्टिफिकेट मिल जाएगा.
अब अस्पताल से डिस्चार्ज होने से पहले ही माता-पिता को बर्थ सर्टिफिकेट मिल जाएगा. Delhi Birth Certificate by MCD: दिल्ली में बच्चे के जन्म के बाद बर्थ सर्टिफिकेट के लिए अब माता-पिता को अस्पताल या नगर निगम के चक्कर नहीं काटने होंगे और न ही लंबा इंतजार करना होगा. अब बच्चे के जन्म के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही बर्थ सर्टिफिकेट मिल जाएगा. एमसीडी जल्द ही जन्म प्रमाणपत्र जारी करने के प्रोसेस में बहुत सारे बदलाव करने जा रही है, जिससे बच्चे के जन्म के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले ही माता-पिता को बर्थ सर्टिफिकेट की फिजिकल कॉपी दे दी जाएगी.
एमसीडी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि एमसीडी ने जन्म प्रमाणपत्र जारी करने के प्रोसेस को डिजिलॉकर और आधार नंबर जेनरेशन के साथ भी जोड़ दिया है. उन्होंने बताया कि संस्थागत जन्म के लिए बर्थ सर्टिफिकेट्स देने की यह स्कीम अस्पतालों और क्लीनिकों के सहयोग से चलाई जा रही है.
‘अस्पताल के अंदर ही बर्थ सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया बहुत जोर से चल रही है और इसके 100 फीसदी क्रियान्वयन की उम्मीद है.ज्यादातर जन्म आजकल इंस्टीट्यूशनल ही होते हैं, ऐसे में इस सुविधा का लाभ ज्यादातर लोगों को मिल सकेगा. सभी माता-पिताओं को अस्पताल से डिस्चार्ज होने से पहले ही जन्म प्रमाणपत्र की एक मुफ्त कॉपी दी जाएगी. पहले से ही इस पहल की सफलता देखने को मिल रही है’
हर साल लाखों होते हैं जन्म
बता दें कि इस स्कीम की घोषण एमसीडी के कमिश्नर अश्विनी कुमार ने पिछले सप्ताह की थी. एमसीडी की जन्म-मृत्यु पंजीकरण वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार 2024 में दिल्ली में 306,459 जन्म हुए थे. ऐसे में दिल्ली में हर दिन जन्म का औसत करीब 837 रहा है. रिपोर्ट बताती है कि इनमें से 294,464 (96.09%) जन्म इंस्टीट्यूशनल बर्थ यानि अस्पताल या क्लीनिकों में हुए हैं, जबकि 11,995 (3.91%) जन्म घरों में हुए हैं.
डिजिलॉकर में रख सकेंगे प्रमाणपत्र
एमसीडी के अधिकारी की ओर से बताया गया कि इसके पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट ने भी अपने सिस्टम को केंद्र सरकार के डिजिलॉकर (DigiLocker) के साथ इंटीग्रेट कर लिया है. जैसे लोग अपनी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मार्कशीट रखते हैं, वैसे ही अब वे बर्थ सर्टिफकेट की ऑथेंटिकेटेड कॉपी स्टोर कर सकते हैं, जिससे ओरिजिनल डॉक्यूमेंट को लाने-ले जाने की कोई परेशानी नहीं होगी.अगर एमसीडी की वेबसाइट क्रैश भी हो जाती है, तो भी इसे हमेशा एक्सेस किया जा सकता है.
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प्रिया गौतमSenior Correspondent
अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्...और पढ़ें
Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
First Published :
December 12, 2025, 08:50 IST

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