Last Updated:December 15, 2025, 12:50 IST
Luthra Brother Update: सोमवार को भारत से गई लीगल टीम ने दोनों से करीब 30 मिनट तक लूथरा ब्रदर्स से मुलाकात की, जहां ब्रदर्स हिरासत में हैं. अब प्रत्यर्पण या डिपोर्टेशन की कानूनी प्रक्रिया शुरू हो गई है. भारतीय अधिकारी जल्द बैंकॉक पहुंच रहे हैं. क्लब में इलेक्ट्रॉनिक फायरक्रैकर की चिंगारी से लगी आग में 25 लोगों की मौत हुई थी. लूथरा ब्रदर्स पर लापरवाही और सेफ्टी नियम तोड़ने के गंभीर आरोप हैं.
Luthra Brothers: जल्द भारत आएंगे लूथरा ब्रदर्स. Luthra Brother Latest Update: गोवा के चर्चित नाइट क्लब अग्निकांड मामले में गिरफ्तार लूथरा ब्रदर्स को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. थाईलैंड में मौजूद लूथरा ब्रदर्स की लीगल टीम के दो सदस्य भारत से बैंकॉक पहुंचे, जहां उन्होंने दोनों भाइयों से करीब 30 मिनट तक मुलाकात की. इस कानूनी मुलाकात को बैंकॉक प्रशासन ने औपचारिक रूप से सुविधाजनक बनाया, जिससे संकेत मिल रहे हैं कि अब इस मामले में कानूनी प्रक्रिया तेज़ होने वाली है.
सूत्रों के मुताबिक, लूथरा ब्रदर्स के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सकती है. फिलहाल भारतीय अधिकारियों के बैंकॉक पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि अगले आधे घंटे से एक घंटे के भीतर भारतीय एजेंसियों की टीम थाईलैंड पहुंच सकती है, जिसके बाद प्रत्यर्पण या डिपोर्टेशन से जुड़ी औपचारिक कार्रवाई आगे बढ़ेगी.
क्या है पूरा मामला?
लूथरा ब्रदर्स का नाम गोवा के एक नाइट क्लब में हुए भीषण अग्निकांड से जुड़ा है, जिसमें 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी. यह हादसा उस वक्त हुआ जब नाइट क्लब में क्षमता से अधिक लोग मौजूद थे और कथित तौर पर सुरक्षा मानकों की भारी अनदेखी की गई थी. आग लगने के बाद अफरा-तफरी मच गई और कई लोग बाहर निकलने का रास्ता नहीं ढूंढ पाए.
जांच में सामने आया कि नाइट क्लब के संचालन, अग्निशमन व्यवस्था और आपातकालीन निकास में गंभीर खामियां थीं. इसी मामले में लूथरा ब्रदर्स पर लापरवाही, नियमों के उल्लंघन और गैर-जिम्मेदाराना संचालन के आरोप लगे. मामला तूल पकड़ने के बाद दोनों भाई भारत छोड़कर थाईलैंड चले गए थे.
थाईलैंड में गिरफ्तारी और आगे की राह
भारतीय एजेंसियों द्वारा जारी सूचना के आधार पर थाईलैंड की अथॉरिटीज ने लूथरा ब्रदर्स को हिरासत में लिया. इसके बाद से ही यह सवाल उठ रहा था कि उन्हें भारत कैसे लाया जाएगा- प्रत्यर्पण के जरिए या सीधे डिपोर्टेशन के माध्यम से. कानूनी जानकारों का मानना है कि अगर थाईलैंड में इमिग्रेशन नियमों के उल्लंघन का आधार बनता है, तो डिपोर्टेशन की प्रक्रिया अपेक्षाकृत तेज हो सकती है. वहीं, प्रत्यर्पण की स्थिति में औपचारिक कानूनी सुनवाई और दस्तावेज़ी प्रक्रिया पूरी करनी होगी.
पीड़ित परिवारों की निगाहें इंसाफ पर
गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में मारे गए लोगों के परिजन लंबे समय से न्याय की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि हादसे के जिम्मेदार लोगों को कानून के कटघरे में लाया जाना चाहिए. ऐसे में थाईलैंड में लीगल टीम की मौजूदगी और भारतीय अधिकारियों की संभावित आमद से यह उम्मीद बढ़ी है कि मामला अब निर्णायक मोड़ की ओर बढ़ रहा है. फिलहाल सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि भारतीय एजेंसियां कब तक बैंकॉक पहुंचती हैं और लूथरा ब्रदर्स को भारत लाने की प्रक्रिया किस रास्ते से आगे बढ़ती है.
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दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
First Published :
December 15, 2025, 12:50 IST

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