Musk Doge Resignation: ट्रंप सरकार में सबसे चर्चित रहे ट्विटर के मालिक और DOGE हेड रहे एलन मस्क को छोड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि जिस काम के लिए ट्रंप ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी थी वो काम अब लगभग पूरा हो गया है. इसी बीच मस्क ने प्रेस से मुलाकात की और DOGE यानी Department of Government Efficiency छोड़ने की बात कही. इस दौरान उन्होंने खुद की तुलना भगवान बुद्ध से कर दी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा क्या बुद्ध के बिना बौद्ध धर्म नहीं चलता. क्या वह और मजबूत नहीं हुआ जब वे नहीं रहे. यह बयान तब आया जब उनसे पूछा गया कि उनके हटने के बाद DOGE का नेतृत्व कौन करेगा.
मीटिंग अचानक बुलाई गई..
दरअसल व्हाइट हाउस की एक प्रेस मीटिंग में न्यूयॉर्क टाइम्स, वॉशिंगटन पोस्ट, ब्लूमबर्ग, एनबीसी, एबीसी सहित अमेरिका के कई बड़े मीडिया संस्थानों के पत्रकार मौजूद थे. ऐसा हाल फिलहाल में व्हाइट हाउस में देखने को नहीं मिला था क्योंकि कई एजेंसियां बैन हो गईं थीं. वॉल स्ट्रीट जर्नल की उस रिपोर्ट के बाद जिसमें कहा गया था कि टेस्ला का बोर्ड मस्क को हटाना चाहता है यह मीटिंग अचानक बुलाई गई थी. हालांकि इस रिपोर्ट को मस्क ने खारिज कर दिया था.
DOGE योजना का क्या हुआ?
एलन मस्क ने मीडिया से पूरे एक घंटे तक बातचीत की और यह भी स्वीकार किया कि उनकी DOGE योजना में अब तक 1 ट्रिलियन डॉलर की कटौती नहीं हो पाई है. अब तक सिर्फ 160 अरब डॉलर की बचत हुई है. मस्क ने माना कि खर्चों में भारी कटौती के चक्कर में कई जरूरी सरकारी कर्मचारी गलती से हटा दिए गए. उन्होंने यह भी कहा कि बिना राजनीतिक समर्थन के इस लक्ष्य को पाना मुश्किल है.
व्हाइट हाउस से नाता पूरी तरह नहीं टूटेगा..
हालांकि इस बीच उन्होंने हल्के फुल्के अंदाज में बताया कि वो व्हाइट हाउस के लिंकन बेडरूम में कई बार रुके हैं और एक बार राष्ट्रपति ट्रंप ने उनसे आधी रात को आइसक्रीम मंगवाई थी. DOGE छोड़ने के बाद भी मस्क का व्हाइट हाउस से नाता पूरी तरह नहीं टूटेगा. उन्होंने कहा कि उनका ऑफिस वहीं रहेगा जिसकी खिड़की से सिर्फ एसी यूनिट दिखती है. उन्होंने कहा कि व्हाइट हाउस में उनके पास अब भी सबसे बड़ा कंप्यूटर मॉनिटर है. मस्क ने कहा कि DOGE एक तरीका नहीं बल्कि एक जीवनशैली है.