Last Updated:July 31, 2025, 17:46 IST
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया, जिससे 50 साल पुराने रिश्तों की यादें ताजा हो गईं. 1971 में भारत ने पाकिस्तान को हराया था, तब अमेरिका ने पाकिस्तान का साथ दिया था. आज ट्रंप पाकिस्तान को अ...और पढ़ें

हाइलाइट्स
ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया.भारत-अमेरिका रिश्तों में 50 साल पुरानी कड़वाहट ताजा हुई.1971 में भी अमेरिका ने पाकिस्तान का साथ दिया था.अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान क्या किया, तो एक बार फिर 50 साल पुराने रिश्तों की यादें ताजा हो गईं. फर्क बस इतना है कि तब भारत एक उभरता देश था, आज एक आत्मनिर्भर, वैश्विक खिलाड़ी है. और ये बात अमेरिका को भी बखूबी पता है. 1971 में जब इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए, तब इसी अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन और एनएसए हेनरी किसिंजर की जोड़ी ने खुलेआम पाकिस्तान का साथ दिया. भारत को दबाने की कोशिश की. यहां तक कि युद्धपोत भी बंगाल की खाड़ी में भेज दिए, लेकिन तब भी भारत झुका नहीं था और अब तो बिल्कुल नहीं. कामर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल के संसद में दिए बयान से भी इसकी पुष्टि होती है. उन्होंने साफ कहा कि ‘भारत के लिए देश पहले है.’
दरअसल, 1970 के दशक की शुरुआत में भारत और अमेरिका के रिश्ते रसातल में पहुंच गए थे. इसके पीछे मेन वजह राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन और उनके एनएस हेनरी किसिंजर की भारत-विरोधी सोच और पाकिस्तान-प्रेम थी. 1971 में जब पूर्वी पाकिस्तान में नागरिकों पर अत्याचार हो रहे थे, भारत ने वहां के शरणार्थियों को शरण दी और बाद में बांग्लादेश को आजाद कराने के लिए सेना भेज दी.
पाकिस्तान प्रेम ले डूबा
निक्सन और किसिंजर को यह बात नागवार गुजरी क्योंकि वे पाकिस्तान को अमेरिका के स्ट्रेटजिक पार्टनर के तौर पर देखते थे. उन्हें लगता था कि चीन से संबंध बनाने में पाकिस्तान उनकी मदद करेगा. वे इतने भड़के कि पाकिस्तान की मदद के लिए वॉरशिप भेज दी. तब भारत ने इसे सीधा मिलिटरी प्रेशर माना. बात यहीं तक खत्म नहीं हुई.
क्या हुआ असर
निक्सन-किसिंजर ने कई मौकों पर भारत के नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की थीं. इस रवैये ने रिश्तों को और बिगाड़ा. तनीजा यह हुआ कि भारत ने नॉन अलाइनमेंट नीति को और मजबूती दी. अमेरिका से दूरी बनाई और सोवियत संघ के साथ जाकर खड़ा हो गया. फिर ऐसी दोस्ती हुई कि आज तक रूस एक भाई की तरह पीछे खड़ा रहता है.
आज वही सीन दिख रहा!
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
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