Trump on ANTIFA: डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म Truth Social पर लिखा कि, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि एंटीफा, जो एक बीमार, खतरनाक और कट्ट्ररपंथी-वामपंथी आपदा है, एक प्रमुख आतंकी संगठन के रूप में ऐलान कर रहा हूं. साथ ही, 'मैं उन लोगों की भी पूरी तरह से जांच की जोरदार सिफारिश करूंगा जो एंटीपा को वित्तीय सपोर्ट देते हैं'. ट्रंप ने बताया कि, उनकी सरकार इस संगठन के खिलाफ क्या कदम उठाएगी. हालांकि, एंटीफा का कोई भी सेंट्रल स्ट्रक्चर या कोई भी निश्चित नेता नहीं है.
ट्रंप ने क्या बयान दिया?
पिछले हफ्ते ट्रंप ने देश में बढ़ती राजनीतिक हिंसा के लिए बार-बार वामपंथी समूहों को जिम्मेदार ठहराया था जिसमें चार्ली किर्क की हत्या भी शामिल थी. उन्होंने फॉक्स न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि, सही पक्ष के कट्टरपंथी अक्सर इसलिए भी कट्टरपंथी होते हैं क्योंकि वो अपराध होते नहीं देखना चाहते. जबकि, वामपंथी कट्टरपंथ असली समस्या है और वे बहुत ही भयंकर और क्रूर हैं.
चार्ली किर्क की हत्या
मंगलवार को यूटा के वकीलों ने किर्क की हत्या के मुख्य आरोपी टायलर रॉबिन्सन पर हत्या और 6 अन्य आरोप लगाए और मौत की सजा की मांग की है. वकीलों के मुताबिक, रॉबिन्सन की मां ने जांचकर्ताओं को बताया कि, पिछले साल भर में रॉबिन्सन ज्यादा राजनीतिक हो गया था और वामपंथ की ओर झुकने लगा था. इसके अलावा वह समलैंगिकों और ट्रांसजेंडर लोगों के अधिकारों का समर्थन करने लगा था.
क्या है ये एंटीफा?
ANTIFA का पूरा नाम है एंटी-फासिस्ट जिसका मतलब होता है फासीवाद का विरोधी. यह कोई संगठन नहीं बल्कि धुर-वामपंथी विचारों वाले उग्रवादी समूहों के लिए इस्तेमाल होने वाला आम शब्द है. इन समूहों में ऐसे लोग शामिल होते हैं जो नव-नाजियों का प्रदर्शनों में विरोध करते हैं.
क्या से विदेशी आतंकी संगठन है?
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ANTIFA अमेरिका का एक घरेलू संगठन है इसलिए अमेरिका का विदेश विभाग इसे विदेशी आतंकवादी विदेशी संगठनों की लिस्ट में नहीं डाल सकता है. इस लिस्ट में इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा जैसे कई चरमपंथी समूह भी शामिल हैं. किसी संगठन को इस लिस्ट में डालने से यह फायदा होता है कि न्याय विभाग उन लोगों पर मुकदमा चला सकता है जो उन संगठनों की मदद करते हैं, भले ही उनकी मदद से कोई हिंसा न हुई हो.
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कौन थे चार्ली किर्क?
Charlie Kirk की उम्र 31 साल थी और 10 सितंबर के यूटा वैली यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम के दौरान उनकी गर्दन में गोली मारकर हत्या कर दी गई. उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन जल्द ही उनकी मौत हो गई. किर्क ने 18 साल की उम्र में टर्निंग पॉइंट यूएसए(TPUSA)की स्थापनी की जो अमेरिका का सबसे प्रमुख रूढ़िवादी छात्र संगठन बन गया. TPUSA ने युवा रूढ़िवादी वोटरों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासकर 2024 के चुनाव में जहां इसने ट्रंप के फिर से राष्ट्रपति बनने के अभियान में अहम भूमिका निभाई थी.