Last Updated:July 05, 2025, 13:29 IST
Gopal Khemka Murder News: बिहार के चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या पर राज्य के पूर्व डीजीपी और चर्चित IPS अधिकारी अभयानंद ने बड़ा बयान दिया है. पूर्व डीजीपी ने पटना हाईकोर्ट से लेकर राज्य के सीएम नीतीश कुम...और पढ़ें

गोपाल खेमका के मर्डर के बहाने पूर्व डीजीपी का फूटा गुस्सा.
हाइलाइट्स
बिहार में बढ़ते अपराध पर पूर्व डीजीपी अभयानंद ने क्या कहा?गोपाल खेमका की हत्या, क्या बिहार में क्रीमिनल जस्टिस सिस्टम फेल?क्या सीएम, डीएम, एसपी घटना के लिए जिम्मेदार नहीं?पटना. बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाओं के बीच राज्य के पूर्व डीजीपी और चर्चित आईपीएस अधिकारी रहे अभयानंद ने बड़ा बयान दिया है. न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में राज्य के पूर्व डीजीपी ने पटना हाईकोर्ट से लेकर राज्य के सीएम नीतीश कुमार, डीजीपी विनय कुमार और डीएम-एसपी पर बड़ी बात कह दी है. अभयानंद पटना के चर्चित व्यापारी गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर हत्या के बाद क्रीमिनल जस्टिस सिस्टम पर भी सवाल उठाए हैं. अभयानंद ने न केवल पुलिस सिस्टम पर, बल्कि पूरे क्रीमिनल जस्टिस सिस्टम पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अगर न्याय व्यवस्था के चारों स्तंभ विधायिका, पुलिस, न्यायपालिका और जेल प्रशासन आपस में समन्वय में काम नहीं करेंगे, तो बिहार में अपराध कभी नियंत्रित नहीं होगा.
बता दें कि के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में बीती रात मशहूर उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या ने राज्य की राजनीति में तूफान ला दिया है. गोपाल खेमका की हत्या पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. विपक्षी दलों के साथ-साथ सत्ता पक्ष के नेता भी पुलिस महकमे पर सवाल उठा रहे हैं. बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने इस मामले पर गंभीर रुख अपनाते हुए विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया है. डीजीपी ने आश्वासन दिया है कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और मामले की तह तक जाकर जांच की जाएगी. लेकिन बिहार के पूर्व डीजीपी अभ्यानंद ने इस घटना बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा कर दिया है.
बिहार के बड़े बिजनेसमैन गोपाल खेमका की हत्या से पटना के व्यवसायियों में दहशत.
बिहार में बढ़ते अपराध पर क्या कहा पूर्व डीजीपी अभयानंद?
पूर्व डीजीपी ने साफ शब्दों में कहा, ‘क्राइम का कंट्रोल क्रीमिनल जस्टिस सिस्टम से होता है. ये सिस्टम तब ही काम करता है जब इसके चार अंग एक साथ और समन्वय में काम करें.’ उन्होंने याद दिलाया कि अपने कार्यकाल में उन्होंने पहली बार पटना हाईकोर्ट, मुख्यमंत्री, डीएम, एसपी और लोक अभियोजकों (पीपी) को एक मंच पर लाकर सेमिनार कराया था. इसका मकसद यही था कि अपराध नियंत्रण सिर्फ पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि न्याय व्यवस्था के सभी हिस्सों की साझा जवाबदेही है.
क्यों बिहार में बंद हो गया स्पीडी ट्रायल?
पूर्व डीजीपी ने राज्य में स्पीडी ट्रायल बंद हो जाने पर भी तीखी नाराजगी जताई. उनका कहना था, ‘पुलिस गवाह लाती है, लेकिन फैसला तो कोर्ट को करना होता है. गवाही में देरी, तारीख पे तारीख और फैसलों में ढील, ये अपराधियों को कानून से खेलने की छूट देता है. क्रीमिनल जस्टिस सिस्टम का ये फेल्योर है.’
गोपाल खेमका के मर्डर के बाद शोकाकुल परिजनों से मिले सांसद पप्पू यादव.
नीतीश कुमार को लेकर अभयानंद ने क्या कहा?
उन्होंने यह भी जोड़ा कि उन्होंने कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने न तो अधिक आदमी मांगे, न बंदूक, न गाड़ियां, क्योंकि उनका मानना था कि प्रशासनिक इच्छाशक्ति से ही अपराध रुक सकता है, संसाधनों से नहीं.’ अभयानंद ने कहा कि वे अपने कार्यकाल में कभी राजनीतिक दबाव में नहीं आए. यदि किसी जिले का एसपी कार्य के लायक नहीं होता था, तो वे उसे जिले में तैनात ही नहीं होने देते थे. मेरे रहते हुए अगर कोई एसपी ठीक नहीं था, तो वो जिला में नहीं घुसता था. बाहर रहो, बाहर बैठो मेरा साफ आदेश होता था.’
मौजूदा डीजीपी विनय कुमार कितने सक्षम अधिकारी?
अभयानंद ने मौजूदा डीजीपी विनय कुमार को एक ईमानदार और सक्षम अधिकारी बताया. लेकिन साथ ही यह भी कहा कि उन्हें कितना राजनीतिक या प्रशासनिक दबाव है, ये वही जानते हैं. हम बाहर हो चुके हैं, हमें सिस्टम से बाहर आए 12 साल हो चुके हैं.’ एनकाउंटर कल्चर को लेकर उन्होंने कहा कि में इससे सहमत नहीं हूं. जब चाहे गोली मार दी, ये नहीं होना चाहिए. यह कानून का मजाक है. इससे अगली बार आपको एक वोट नहीं मिलेगा.’
गोपाल खेमका की हत्या के बाद बदलेगा क्रीमिनल जस्टिस सिस्टम?
बिहार चुनाव से पहले गोपाल खेमका की हत्या से राज्य में बवाल मचा हुआ है. विपक्षी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर नीतीश कुमार सरकार की आलोचना की है. पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि बिहार में महा गुंडाराज आ गया है. उन्होंने कहा कि अगर 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या के मामले में सख्त कार्रवाई की गई होती, तो शायद यह घटना न होती. बीजेपी के पूर्व सांसद रामकृपाल यादव ने भी पटना में लॉ-एंड-ऑर्डर पर सवाल उठाए हैं.
हाल के दिनों में बिहार सरकार और पुलिस ने अपराध नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए हैं. हाल ही में 14 जून 2025 को पटना पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल किया गया, जिसका उद्देश्य क्राइम कंट्रोल को मजबूत करना था. अवकाश कुमार की जगहह नए एसएसपी कार्तिकेय शर्मा को पटना की कमान सौंपी गई. इसके अलावा, पुलिस ने पेट्रोलिंग बढ़ाने, सीसीटीवी निगरानी को मजबूत करने और तकनीकी जांच को प्राथमिकता देने की बात कही गई. लेकिन कहीं न कहीं राज्य के पूर्व डीजीपी अभयानंद की बातों कही बातों में दम लगता है कि अकेले पुलिस अपराध नहीं रोक सकती. इशक लिए क्रीमिनल जस्टिस सिस्टम को दुरुस्त करना पड़ेगा.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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