Agency:एजेंसियां
Last Updated:July 07, 2025, 13:08 IST
उदयन गुहा ने यह विवादित बयान कूचबिहार जिले के दिनहाटा में एक टीएमसी कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित करते हुए दिया. इस बयान ने पश्चिम बंगाल की सियासत में नया तूफान खड़ा कर दिया है, और बीजेपी ने टीएमसी पर राजनीतिक...और पढ़ें

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता उदयन गुहा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. (फाइल फोटो)
पश्चिम बंगाल के उत्तर बंगाल विकास मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता उदयन गुहा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. गुहा ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को खुली धमकी देते हुए कहा कि अगर बीजेपी एक टीएमसी कार्यकर्ता पर हमला करेगी, तो टीएमसी आठ अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों से आठ बीजेपी कार्यकर्ताओं पर जवाबी हमला करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि इससे बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवार उन पर दबाव डालेंगे.
गुहा ने अपने बयान में और आग उगलते हुए कहा, ‘कोई भी ‘बाप का बेटा’ यह हिम्मत न करे कि वह बीजेपी का एजेंट बन सके.’ इस बयान ने पश्चिम बंगाल की सियासत में नया तूफान खड़ा कर दिया है, और बीजेपी ने टीएमसी पर राजनीतिक हिंसा और डराने-धमकाने की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया है.
विवादास्पद बयान और बीजेपी का पलटवार
उदयन गुहा ने यह विवादित बयान कूचबिहार जिले के दिनहाटा में एक टीएमसी कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित करते हुए दिया. उन्होंने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा, ‘अगर बीजेपी हमारे एक कार्यकर्ता को छूने की कोशिश करेगी, तो हम उनके आठ कार्यकर्ताओं को अलग-अलग क्षेत्रों से निशाना बनाएंगे. उनके परिवारवाले फिर उन पर दबाव डालेंगे कि वे बीजेपी की राजनीति छोड़ दें.’
इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इसे ‘राजनीतिक गुंडागर्दी’ और ‘लोकतंत्र पर हमला’ करार दिया. उन्होंने कहा, ‘उदयन गुहा का यह बयान न केवल निंदनीय है, बल्कि यह टीएमसी की हिंसक मानसिकता को दर्शाता है. ममता बनर्जी को तुरंत गुहा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए.’
बीजेपी ने सोशल मीडिया पर भी इस बयान की निंदा की और इसे ‘खुले तौर पर हिंसा भड़काने की धमकी’ बताया. बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि टीएमसी 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले डर का माहौल बनाकर अपनी सत्ता बचाने की कोशिश कर रही है.
टीएमसी की सफाई
टीएमसी ने इस मामले में दूरी बनाते हुए कहा कि गुहा का बयान उनकी व्यक्तिगत राय है, और पार्टी इसका समर्थन नहीं करती. टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘हमारी पार्टी हिंसा के खिलाफ है और लोकतांत्रिक तरीके से राजनीति में विश्वास रखती है. गुहा के बयान को संदर्भ से बाहर देखा जा रहा है.’ हालांकि, बीजेपी ने इस सफाई को खारिज करते हुए कहा कि गुहा की धमकी टीएमसी की कार्यशैली का हिस्सा है.
गुहा का विवादों से पुराना नाता
उदयन गुहा पहले भी अपने विवादित बयानों और कथित हिंसक गतिविधियों के लिए सुर्खियों में रहे हैं. मई 2025 में, उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा था कि ‘जो पहले चाय बेचते थे, अब सिंदूर का व्यापार कर रहे हैं.’ इस बयान पर बीजेपी ने उन्हें ‘देशद्रोही’ करार दिया था और ममता बनर्जी से उनकी बर्खास्तगी की मांग की थी.
इसके अलावा, 2024 में कूचबिहार में कथित तौर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से गुहा के काफिले पर हमला कर दिया था, जिसके बाद टीएमसी और बीजेपी के बीच तनाव बढ़ गया था. बीजेपी ने इसे टीएमसी की अंदरूनी गुटबाजी का नतीजा बताया था, जबकि गुहा ने इसके लिए केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रमाणिक को जिम्मेदार ठहराया था.
2021 में, गुहा ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर विवाद खड़ा किया था, जिसके बाद बीजेपी ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी. इसके अलावा, 2024 में एक डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में ममता बनर्जी से सवाल उठाने वालों को धमकाने के लिए भी गुहा की आलोचना हुई थी.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
Kolkata,West Bengal