Last Updated:September 16, 2025, 12:26 IST
Sachin Pilot : राजस्थान की राजनीति में घमासान मचाने वाले सीसीटीवी कैमरे विवाद पर अब सचिन पायलट ने बड़ा बयान दिया है. पायलट का कहना है कि जासूसी करने की कोशिश मर्यादा के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि इसकी गहनता से जांच होनी चाहिए.

दौलत पारीक.
टोंक. राजस्थान की राजनीति में छाया सीसीटीवी कैमरा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस पर कांग्रेस के आरोप के बाद जहां बीजेपी ने पलटवार किया है. वहीं अब इस मामले को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता और टोंक विधायक सचिन पायलट ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि ‘जासूसी करने की कोशिश नियम, मर्यादा और पंरपराओं के सख्त खिलाफ है. इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. नेता प्रतिपक्ष और अन्य विधायकों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है. हम चाहते हैं कि इसकी गहन जांच हो’.
कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने यह बयान सोमवार को अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक के दौरे के दौरान दिया. पायलट ने कहा कि हम लोग सदन में क्या रणनीति बना रहे हैं? क्या हमारे एक्शन रहेंगे? हम लोग अल्टीमेटली वहां जनता के मुद्दे उठाने गए हैं. इनकी निगरानी करना दुर्भाग्यपूर्ण है. एकदिवसीय टोंक दौरे आए सचिन पायलट का यहां जिला कांग्रेस कार्यालय में जिलाध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान पायलट ने ‘वोट चोरी’ मामले को लेकर हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की. बाद में बड़ी संख्या में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पायलट के नेतृत्व में रैली निकाली.
संवैधानिक संस्थाओं को खोखला किया जा रहा है
मीडिया से बातचीत करते हुए पायलट ने सूबे की भजनलाल सरकार पर पंचायत चुनाव और निकाय चुनाव को लेकर जमकर निशाना साधा. पायलट ने वोट चोरी के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी ने वोट चोरी के सबूत दिए हैं. आज तक चुनाव आयोग ने इस पर एक्शन तक नहीं लिया. हमारे देश की संविधान में अटूट आस्था है. उन्होंने आरोप लगाया कि हमारी संवैधानिक संस्थाओं को खोखला किया जा रहा है.
निर्वाचन आयोग पोलिंग बूथ की फुटेज डिलीट करना चाहता है
पायलट बोले निर्वाचन आयोग के मुखिया की प्रेस कॉन्फ्रेंस देखकर दुख हुआ. निर्वाचन आयोग पोलिंग बूथ की फुटेज डिलीट करना चाहता है. बिहार में भी लोग चाहते हैं हमारा वोट नहीं छिनना चाहिए. पायलट ने आरोप लगाया कि भाजपा के राज में देश में लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों का लगातार पतन में जारी है. हालात ऐसे बन गए हैं कि संवैधानिक संस्थाओं के माध्यम से विपक्षी पार्टियों पर दबाव की राजनीति की जा रही है. चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से News18 के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर...और पढ़ें
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से News18 के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर...
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Location :
Tonk,Tonk,Rajasthan
First Published :
September 16, 2025, 12:26 IST