Last Updated:July 07, 2025, 15:17 IST
Nipah Virus in Kerala: केरल में एक बार फिर से निपाह वायरस का खतरा तेजी से फैल रहा है. इसे लेकर केंद्र सरकार भी पूरी तरह से सजह हो गई है. उसने कई टीमों को निगरानी के लिए लगाया है.

केरल में एक बार फिर से निपाह वायरस का प्रकोप फैला है.(Image:PTI)
नई दिल्ली. केरल में एक बार फिर निपाह वायरस का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है. राज्य के तीन जिलों- कोझिकोड, मलप्पुरम और पलक्कड़ में निपाह वायरस के मामले सामने आए हैं. इस पर केंद्र सरकार भी पूरी नजर बनाए हुए है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की एक टीम पहले ही केरल पहुंच चुकी है. इसके अलावा जरूरत पड़ी तो नेशनल ज्वाइंट आउटब्रेक रिस्पॉन्स टीम को भी तैनात किया जा सकता है.
एनसीडीसी का वार रूम एक्टिव
एनसीडीसी की टीम ने सबसे पहले एक वार रूम बनाया है. यहां से निपाह से प्रभावित इलाकों की लगातार निगरानी की जा रही है. अलग-अलग जिलों से इनपुट जुटाए जा रहे हैं और जिन लोगों में लक्षण दिख रहे हैं या जो वायरस के संपर्क में आए हैं उन्हें निगरानी में रखा गया है.
तीन जिले वायरस की चपेट में
कोझिकोड में एक 18 साल की लड़की और मलप्पुरम में 38 साल की महिला का निपाह टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है. इन मामलों की पुष्टि पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने की है.
आने वाले 4–5 दिन अहम
एम्स दिल्ली में कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. संजय राय के मुताबिक, आने वाले चार से पांच दिन केरल के लिए काफी अहम हैं. वायरस कितनी तेजी से फैल रहा है यह जानना बहुत जरूरी है ताकि समय पर कंट्रोल किया जा सके.
कितना खतरनाक है निपाह?
डॉ. संजय राय ने कहा कि यह वायरस संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से फैलता है, खासकर उनके शरीर के तरल पदार्थों से. यह दूषित फल, खाना या हवा के जरिये भी फैल सकता है. साल 2018 में भी केरल में निपाह का प्रकोप हुआ था जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी. यह वायरस बेहद खतरनाक माना जाता है और इसकी मृत्यु दर 40% से 75% तक हो सकती है.
क्या हैं लक्षण?
सिरदर्द
बुखार
गले में खराश
खांसी
सांस लेने में तकलीफ
दस्त
इस वायरस का पता लगाने के लिए RT-PCR और ELISA जैसी जांच पद्धतियों का उपयोग किया जाता है.
दुनियाभर में निपाह वायरस के मामले
अब तक दुनिया भर में निपाह वायरस के 639 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें मलेशिया 265), बांग्लादेश (261), भारत (85), फिलीपींस (17) और सिंगापुर (11) शामिल हैं. इस वायरस से मौत का खतरा काफी ज्यादा होता है.
कैसे करें बचाव?
बीमार लोगों या जानवरों से दूरी बनाएं
साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें
कच्चे फल या सब्जियों को अच्छी तरह धोकर ही खाएं
किसी भी लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi