कितना गजब का पुतिन का खास विमान, हवा में भी कर सकते हैं सब कुछ कंट्रोल

37 minutes ago

Putin Aircraft: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर 4-5 दिसंबर को भारत की राजकीय यात्रा पर आएंगे. इस यात्रा के दौरान पुतिन 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत करेंगे. भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी पुतिन का स्वागत करेंगी और उनके सम्मान में भोज का आयोजन करेंगी. 2021 की दो दिवसीय यात्रा के बाद से राष्ट्रपति पुतिन की यह पहली भारत यात्रा होगी. दोनों नेताओं ने पिछली बार एक सितंबर को चीन के तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की थी.

पुतिन भारत दौरे के लिए अपने आधिकारिक विमान इल्यूशिन इल-96-300पीयू (Ilyushin Il-96-300PU) का इस्तेमाल करेंगे. इसे अक्सर ‘फ्लाइंग क्रेमलिन’ भी कहा जाता है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति के ‘एयर फोर्स वन’ के समान है. यह विमान इल-96 का एक विशेष रूप से संशोधित संस्करण है. इसे लग्जरी सुविधाओं, एडवांस कम्युनिकेशन सिस्टम और एंटी-मिसाइल डिफेंस सहित काम्प्रहेंसिव सिक्योरिटी सिस्टम से लैस किया गया है. ताकि यह हवा में एक मोबाइल कमांड सेंटर के रूप में काम कर सके.

पुतिन जिस विमान का उपयोग करते हैं उसका संस्करण Il-96-300PU है, जिसमें PU का अर्थ है Punkt Upravleniya, या ‘कमांड पोस्ट’. इसे वीआईपी उपयोग, राष्ट्रीय सुरक्षा और उड़ान के दौरान कमांड क्षमताओं के लिए बड़े पैमाने पर संशोधित किया गया है. यह विमान चार एवियाडविगेटल PS-90A टर्बोफैन इंजनों से चलता है. इनमें से हर एक इंजन लगभग 35,000 पाउंड तक की शक्ति (थ्रस्ट) पैदा कर सकता है.

इस विमान की सबसे उल्लेखनीय भूमिका यह है कि यह रूस की संप्रभुता और शक्ति का प्रतीक है.

महलनुमा लक्जरी इंटीरियर
विमान का लक्जरी इंटीरियर महलनुमा विशेषताओं को प्रदर्शित करता है. इसके अंदरूनी हिस्से एक एयरलाइनर से ज्यादा एक उड़ते हुए महल जैसा लग्जरी अनुभव प्रदान करते हैं. यह विमान अंदर से किसी शाही महल या उच्च-स्तरीय कार्यकारी कार्यालय जैसा दिखता है. यह राष्ट्रपति की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है. इसमें एक भव्य, पूरी तरह से सुसज्जित कार्यालय है जहां से राष्ट्रपति अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मामलों का प्रबंधन कर सकते हैं. महत्वपूर्ण बैठकों के लिए एक बड़ा मीटिंग रूम है, जहां सुरक्षा-कोडित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा उपलब्ध है. इसमें एक मास्टर बेडरूम, एक जिम और एक उच्च-स्तरीय चिकित्सा इकाई शामिल है. आंतरिक सज्जा में सोने की परत, उत्तम लकड़ी की नक्काशी और शानदार असबाब का इस्तेमाल किया जाता है, जो इसे अत्यंत आलीशान रूप देता है.

एडवांस सिक्योरिटी सिस्टम
सुरक्षा ही इस विमान की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है. इसे जमीन से हवा में दागी जाने वाली मिसाइलों (SAMs) और अन्य खतरों का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह विमान किसी भी समय, दुनिया के किसी भी कोने से रूस के परमाणु शस्त्रागार सहित, कोडित और सुरक्षित संचार की अनुमति देता है. यह इसे रूसी ‘न्यूक्लियर फुटबॉल’ के बराबर एक कमांड पोस्ट बनाता है. यह इन्फ्रारेड मिसाइलों को भ्रमित करने के लिए फ्लेयर्स और चैफ छोड़ने की क्षमता से लैस है. इसके अलावा इसमें एक डिफेंस जैमर सिस्टम भी हो सकता है जो दुश्मन के रडार और संचार को बाधित करता है. यह विमान उन्नत एवियोनिक्स से सुसज्जित है जिसमें छह मल्टीटास्किंग रंगीन एलसीडी डिस्प्ले, ग्लास कॉकपिट, फ्लाई-बाय-वायर कंट्रोल और बेहतर दक्षता के लिए विंगलेट्स शामिल हैं.

बेहद शक्तिशाली इंजन
पुतिन जिस विमान का उपयोग करते हैं उस संस्करण का नाम Il-96-300PU है. इसमें PU का अर्थ है Punkt Upravleniya, या ‘कमांड पोस्ट’. इसे वीआईपी उपयोग, राष्ट्रीय सुरक्षा और उड़ान के दौरान कमांड क्षमताओं के लिए बड़े पैमाने पर संशोधित किया गया है. यह विमान चार एवियाडविगेटल PS-90A टर्बोफैन इंजनों से चलता है. इनमें से हर एक इंजन लगभग 35,000 पाउंड तक की शक्ति (थ्रस्ट) पैदा कर सकता है.राष्ट्रपति के उड़ान भरने से पहले कम से कम एक और समान विमान (डिकॉय या बैकअप के रूप में) भी तैयार रखा जाता है. उड़ान के दौरान यह हमेशा रूसी लड़ाकू विमानों के एक दल द्वारा सुरक्षित रहता है, खासकर संवेदनशील हवाई क्षेत्रों में.

आधुनिक रूसी विमान
इल्युशिन Il-96-300 एक लंबी दूरी का चौड़ी बॉडी वाला विमान है. इसका उपयोग मुख्य रूप से राष्ट्रपति की यात्राओं और अन्य महत्वपूर्ण राजनयिक मिशनों के लिए किया जाता है. इस विमान को इल्युशिन डिजाइन ब्यूरो ने विकसित किया था. इसे बनाने का उद्देश्य यह था कि यह विमान व्यावसायिक उड़ानों के साथ-साथ सरकारी परिवहन दोनों में अच्छी सेवा दे सके. इस विमान ने पहली बार 28 सितंबर 1988 को उड़ान भरी थी. रूस ने इसे 29 दिसंबर 1992 को उड़ान भरने का प्रमाण पत्र दिया. जुलाई 1993 में Il-96-300 ने आधिकारिक तौर पर सेवा में प्रवेश किया. रूस की विशेष उड़ान स्क्वाड्रन इन विमानों के एक बेड़े का संचालन करती है. ये स्क्वाड्रन राज्य परिवहन कंपनी रोसिया का हिस्सा है.  2021 तक इस स्क्वाड्रन के पास पांच IL-96-300PU थे, जिनमें से सबसे नया अप्रैल 2021 में जोड़ा गया था.

रूस को नाज है इस विमान पर
इस विमान की सबसे उल्लेखनीय भूमिका यह है कि यह रूस की संप्रभुता और शक्ति का प्रतीक है. Il-96-300PU अपनी लंबी दूरी की क्षमता के लिए जाना जाता है. इसने अटलांटिक और प्रशांत महासागरों के पार, नॉन-स्टॉप उड़ानें भरी हैं जिससे यह दर्शाता है कि रूस का राष्ट्रपति दुनिया के किसी भी हिस्से में अपनी शक्ति को प्रोजेक्ट कर सकता है. किसी भी संकट या युद्ध की स्थिति में यह विमान राष्ट्रपति को हवा में सुरक्षित रखते हुए उन्हें सशस्त्र बलों का नियंत्रण जारी रखने की अनुमति देता है. यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक संपत्ति है.

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