Last Updated:May 07, 2025, 07:51 IST
पाकिस्तान ने साल 2014 में आनन-फ़ानन में चीन से 9 LY-80 LOMADS एयर डिफेंस सिस्टम खरीदा था. पाकिस्तान की चिंता इस सिस्टम के आने के बाद और बढ़ गई.

पाकिस्तान में फिर फेल हुआ चीनी रडार.
नई दिल्लीः भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर पंजाब प्रांत और पीओके में एयर स्ट्राइक के बाद से पाक के रडार पर एक बार फिर सवाल उठने लगा. पाकिस्तान के चीनी एयर डिफेंस रडार के एक बार फिर फेल होने की खबर सामने आई है. चीनी रडार को भारतीय अटैक की खबर तक नहीं लगी है. इससे पहले जब ब्रह्मोस गलती से फायर हुई थी, तब भी पाकिस्तानी रडार उसे पकड़ नहीं पाया था. बता दें कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के वक्त भी पाक रडार को हवा नहीं लगी थी.
बालाकोट के बाद डर गया था पाक
बालाकोट में भारतीय वायुसेना के स्ट्राइक के बाद का डर ऐसा सताया कि आनन-फानन में एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद करने में जुट गया था. चीन ने अपने दोस्त पाक को दुनिया के सबसे आधुनिक हथियार के नाम एयर डिफेंस सिस्टम दिए. लेकिन वह काम ही नहीं कर सके. जिसमें 9 LY -80 LOMADS सिस्टम भी दिए हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, गलती से फायर हुई सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रोह्मोस. 9 मार्च 2022 को अंबाला से मिसाइल फायर हुई, जिसने तकरीबन 100 किलोमीटर की दूरी भारत में तय की और 105 किलोमीटर ज्यादा की दूरी पाकिस्तान में तक ट्रैवल करते हुए पंजाब प्रांत के खानेवाल के मिंया चन्नू में जाकर गिरी. पाकिस्तान को इसकी हवा तक नहीं लगी. एक दिन बाद जाकर पाक सेना ने इस पर ब्रीफिंग कर के इसकी जानकारी दी.
9 सिस्टम में 388 डिफेक्ट
2014 में केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद से पाकिस्तान की चिंता मानो और बढ़ गई है. मसलन पाकिस्तान ने साल 2014 में आनन-फ़ानन में चीन से 9 LY-80 LOMADS एयर डिफेंस सिस्टम खरीदा था. पाकिस्तान की चिंता इस सिस्टम के आने के बाद और बढ़ गई. वजह यह है कि जो सिस्टम चीन से लिए गए, उनमें इतनी खामियां सामने आने लगी की उसके होश उड़ गए. पाकिस्तान खामियों की एक लिस्ट चीन को सौंपी थी. कुल 388 अलग-अलग खामियां उस लिस्ट में शामिल थी. इनमें 103 तो नए डिफेक्ट थे जबकि 285 डिफेक्ट तो पहले से ही चीन को भेजे जा चुके थे. इनमें से 255 डिफेक्ट ऐसे थे, जो कि दुरुस्त करने के लिए चीन के सामने पाक फौज को गिडगिड़ाना पड़ा था.
चीन ने 2019 में सौंपे थे 6 एयर डिफेंस सिस्टम
एयर डिफेंस सिस्टम को चीन ने 2015- 2016 में पाकिस्तान को डिलीवर किया था. 6 सिस्टम साल 2019 में पाकिस्तान को सौंप दिए थे. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक इन 6 सिस्टम में से जिन 3 को 96 LOMAD रेजिमेंट में शामिल किया गया, उनमें सबसे ज्यादा फ़ॉल्ट सामने आए थे. जिन्हें अभी तक दुरुस्त नहीं किया जा सका. जिसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है स्पेयर पार्ट की कमी और टैक्निकल असिस्टेंट टीम की गैरमौजूदगी. पाकिस्तान को कुल 9 सिस्टम सौंपे जा चुके हैं.
भारतीय मिसाइलों को ट्रैक तक नहीं कर सकते
पाकिस्तान ने अपने सेना में इस एयर डिफेंस सिस्टम को साल 2017 में आधिकारिक तौर पर शामिल किया था. दावा यह किया जाता है कि यह सिस्टम 40 किलोमीटर को अधिकतम दूरी पर 15 मीटर से लेकर 18 किलोमीटर की उंचाई से आने वाले किसी भी मिसाइल, फाइटर जेट को टार्गेट बना सकता है. इस एयर डिफेंस सिस्टम में जो रडार लगा है, कहा जाता है कि 150 किलोमीटर की दूर से दुश्मन को मिसाइल और फाइटर जेट को इंटरसेप्ट कर सकता है. भारत के पास हर तरह के सुपरसोनिक मिसाइल, बैलिस्टिक मिसाइल की भरमार है. हवा में जब होतें है तो उनके रडार देख ही नहीं सकते. इनकी इतनी तेज रफ्तार है कि उसे पाकिस्तानी सिर्फ जमीन पर गिरते देख सकते है.