Last Updated:May 08, 2025, 11:00 IST
Operation Sindoor : भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में आतंकियों की लंका लगा दी. ऑपरेशन सिंदूर में राफेल, सुखोई-30 एमकेआई और मिराज फाइटर जेट्स ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह किया. स्कैल्प ...और पढ़ें

ऑपरेशन सिंदूर: राफेल, सुखोई और मिराज से पाक में आतंकियों का खात्मा
हाइलाइट्स
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी ठिकानों को तबाह किया.राफेल, सुखोई-30 एमकेआई और मिराज का इस्तेमाल किया गया.स्कैल्प मिसाइल से सटीक हमला कर आतंकियों का खात्मा.नई दिल्ली: भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में दहशत है. आतंकियों की कब्र खुद चुकी है. उनके ठिकाने तबाह हो चुके हैं. पाकिस्तान खौफ के साए में जी रहा है. पाकिस्तान दिन-रात आसमान ताकता रहा, तब भी भारत ने बहुत आसानी से पहलगाम अटैक का बदला ले लिया. पाकिस्तान को जब तक कुछ समझ आता, भारत के त्रिदेव दुश्मनों को मिट्टी मिलाकर आ चुके थे. जी हां, इस त्रिदेव का नाम है- राफेल, सुखोई-30 एमकेआई और मिराज. जी हां, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए राफेल, सुखोई और मिराज फाइटर जेट का इस्तेमाल किया.
डिफेंस सूत्रों की मानें तो भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार किए बिना पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया. इसके लिए अपने फ्रंट लाइन के लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया. भारत ने गोला-बारूद से पाक और पीओके के आतंकी ठिकानों को सटीक निशाना बनाने के लिए राफेल, सु-30 एमकेआई, मिराज 2000 का इस्तेमाल किया. यहां दिलचस्प है कि भारत ने पहली बार आतंकियों का खात्मा करने के लिए राफेल का इस्तेमाल किया.
त्रिदेव से पाक ध्वस्त
भारत की चाल जानकर पाकिस्तान का भी माथा घूम जाएगा. भारत ने नए हथियार से हमला तो किया, मगर उसकी चाल पुरानी ही थी. जी हां, जिस तरह से बालाकोट एयरस्ट्राइक के वक्त मिराज ने टारगेट को हिट किया और सुखोई उसका सुरक्षाकवच बना था. इस बार भी उसी पुरानी चाल से पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह किए गए. इस बार नया बस राफेल था. सुखोई-30 जेट विमान का इस्तेमाल इस बार भी डिफेंस के लिए किया गया. राफेल और मिराज टारगेट हिट कर रहे थे और सुखोई दोनों की रक्षा.
बालाकोट वाली चाल
सूत्रों से पता चला है कि टारगेट को सटीक रूप से निशाना बनाने के लिए इजरायल की ओर से विकसित गाइडेंस किट, स्पाइस-2000 (स्मार्ट, प्रिसाइज इम्पैक्ट, कॉस्ट-इफेक्टिव) बम का इस्तेमाल किया गया. 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक में भी इन बमों का इस्तेमाल किया गया था. जैश और लश्क के आतंकी कैंप को स्कैल्प मिसाइल से तबाह किया गया. यह स्कैल्प मिसाइल अपनी सटीकता के लिए जानी जाती है. इसका इस्तेमाल दूर के टारगेट को निशाना बनाने के लिए किया गया. फाइटर जेट राफेल जेट स्कैल्प मिसाइल से लैस थे.
स्कैल्प मिसाइल से अटैक?
अब सवाल है कि आखिर स्कैल्प मिसाइल को क्यों चुना गया? इसका कारण है कि यह स्कैल्प मिसाइल सटीक रूप से टारगेट को भेद सकती है. इसे सीमा के भीतर रहकर ही लॉन्च किया जा सकता है. यह 250 किलोमीटर तक मार कर सकता है. इस मिशन को अंजाम देने में भारतीय वायुसेना और इंडियन आर्मी दोनों का रोल था. दूर के ठिकानों पर भारतीय वायुसेना ने हमला किया जबकि अन्य को भारतीय सेना ने निशाना बनाया.
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...
और पढ़ें
Location :
Delhi,Delhi,Delhi