आखिर नितिन नबीन ही क्यों? PM मोदी और अमित शाह के Adjectives कह रहे पूरी कहानी

20 hours ago

पटना. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए बिहार के कैबिनेट मंत्री नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है. यह फैसला पार्टी के संसदीय बोर्ड ने लिया जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गया. नबीन बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री हैं और पटना की बांकीपुर सीट से पांच बार के विधायक हैं. लेकिन, राजनीति के गलियारों में यही चर्चा हो रही है कि आखिर नितिन नबीन ही क्यों? आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने केवल 45 वर्ष के नितिन नबीन में क्या देखा जो इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है? तो इसका जवाब पीएम मोदी और अमित शाह के शब्दों में है. दरअसल, नितिन नबीन की वर्किंग प्रेसिडेंट के तौर पर नियुक्ति को लेकर बधाई देते हुए इन दोनों ही नेताओं ने जो विशेषण इस्तेमाल किए वे सिर्फ शुभकामनाएं नहीं, बल्कि यह बताते हैं कि नितिन नबीन को यह जिम्मेदारी क्यों दी गई.

मोदी-शाह की नजर में नितिन नबीन क्यों खास?

युवा ऊर्जा, संगठनात्मक अनुभव, मेहनत और जनता से जुड़ाव के कारण. इन शब्दों को समझें तो साफ हो जाता है कि बीजेपी भविष्य के लिए एक मजबूत, समर्पित और जमीन से जुड़े नेता को तैयार कर रही है. पीएम मोदी और अमित शाह के सोशल मीडिया पोस्ट में इस्तेमाल विशेषण नबीन की नियुक्ति का कारण स्पष्ट करते हैं. पीएम मोदी ने उन्हें कर्मठ कार्यकर्ता, युवा, परिश्रमी, विनम्र, समर्पित और ऊर्जावान बताया. अमित शाह ने युवा, दिन-रात परिश्रम करने वाले, निष्ठावान और सफल कहा, साथ ही जनता के बीच लंबे अनुभव पर जोर दिया. ये शब्द बताते हैं कि बीजेपी को ऐसे नेता की जरूरत थी जो संगठन को नई ताकत दे, युवाओं को जोड़े और चुनावी सफलता सुनिश्चित करे. वास्तव में, नबीन की उम्र 45 साल है जो उन्हें पार्टी के सबसे युवा राष्ट्रीय पदाधिकारियों में शामिल करती है.

परिश्रम और परफॉर्मेंस का ट्रैक रिकॉर्ड

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नबीन ने कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में विशिष्ट पहचान बनाई है, वे युवा और परिश्रमी नेता हैं जिनके पास संगठन का अच्छा अनुभव है. बिहार में विधायक-मंत्री के रूप में प्रभावी काम और जनआकांक्षाओं को पूरा करने का समर्पण उनकी खासियत है. पीएम मोदी ने विनम्र स्वभाव और जमीन से जुड़े काम की प्रशंसा की, साथ ही भरोसा जताया कि उनकी ऊर्जा और प्रतिबद्धता पार्टी को मजबूत बनाएगी. यह बताता है कि नियुक्ति का मकसद विकास और जनकेंद्रित नेतृत्व को बढ़ावा देना है. नितिन नबीन ने पथ निर्माण मंत्री के रूप में हजारों किमी सड़कें बनवाईं जो मोदी के इंफ्रास्ट्रक्चर फोकस से मेल खाता है.

पीएम मोदी ने नितिन नबीन की युवा ऊर्जा और संगठनात्मक अनुभव को सराहा.

जनआकांक्षाओं से जुड़ा प्रशासनिक चेहरा

गृह मंत्री शाह ने नबीन को युवा मोर्चा राष्ट्रीय महासचिव, बिहार युवा मोर्चा अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रभारी जैसे पदों पर निष्ठा और सफलता से काम करने वाला बताया. पांच बार विधायक और मंत्री के अनुभव को हाइलाइट करते हुए कहा कि यह नियुक्ति दिन-रात मेहनत करने वाले हर युवा कार्यकर्ता का सम्मान है. शाह के शब्द बताते हैं कि बीजेपी कार्यकर्ता आधार को प्रोत्साहित करना चाहती है. नबीन ने छत्तीसगढ़ में 2023 विधानसभा जीत में अहम भूमिका निभाई जहां बीजेपी ने कांग्रेस को हराया. यह निष्ठा और सफलता ही कारण है कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर चुना गया.

नितिन नबीन को BJP का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया जाना अमित शाह की रणनीति कहा जाता है.

युवा नेतृत्व की रणनीति और 2029 की तैयारी

युवा और ऊर्जावान होने से पार्टी में नई पीढ़ी को जगह मिल रही है. कर्मठ, परिश्रमी और निष्ठावान होने से संगठन मजबूत होगा. विनम्र और जमीन से जुड़े स्वभाव से कार्यकर्ताओं में जोश आएगा. वास्तव में नबीन ने 2006 से लगातार चुनाव जीते, युवा मोर्चा में काम किया और राज्य प्रभारी के रूप में सफलता पाई. बिहार में बीजेपी की 2025 की 89 सीटों की जीत में उनका भी योगदान बड़ा है. यह नियुक्ति 2029 लोकसभा चुनावों से पहले संगठन को ताकत देने की रणनीति है. नितिन नबीन की नियुक्ति सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रह जाती, बल्कि यह पार्टी की राष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा बन जाती है.

BJP में युवा, परिश्रमी और विनम्र नेतृत्व का उदय

बता दें कि नितिन नबीन का जन्म 1980 में हुआ, पिता दिवंगत नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा बीजेपी के वरिष्ठ नेता थे. 2006 में उपचुनाव से बांकीपुर (पटना) से विधायक बने और 2010, 2015, 2020, 2025 में लगातार जीते. उनकी जीत का अंतर इस बार भी 50 हजार के पार रहा, यानी अपने क्षेत्र में वह काफी लोकप्रिय हैं. युवा मोर्चा बिहार अध्यक्ष और दो बार राष्ट्रीय महासचिव रहे. सिक्किम और छत्तीसगढ़ प्रभारी के रूप में पार्टी को मजबूत किया. मंत्री के रूप में इंफ्रा प्रोजेक्ट्स पर फोकस रखते हैं. जाहिर है ये तथ्य मोदी-शाह के विशेषणों से पूरी तरह मेल खाते है.

मोदी-शाह की तारीफ में छुपा भविष्य का प्लान

नितिन नबीन की नियुक्ति बताती है कि बीजेपी अब अनुभव और ऊर्जा के संतुलन पर दांव लगा रही है. मोदी-शाह की भाषा में छुपा संदेश साफ है- पार्टी ऐसे नेताओं को आगे बढ़ाना चाहती है जो जमीन से जुड़े हों, संगठन को समझते हों और चुनाव जीतने की क्षमता रखते हों. बीजेपी के अंदर यह माना जाता है कि राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष का पद नेतृत्व परीक्षण की प्रयोगशाला होता है. अमित शाह और जेपी नड्डा का ट्रैक रिकॉर्ड इस बात का उदाहरण है.ऐसे में नितिन नबीन की नियुक्ति को 2029 से पहले संगठन को धार देने और युवा कार्यकर्ताओं को संदेश देने की रणनीति माना जा रहा है.

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