अब तो घूसखोरी भी ऑनलाइन...यकीन न हो तो बिहार के इस जिले का यह मामला जानिये

7 hours ago

Last Updated:May 20, 2025, 16:35 IST

Motihari News: पूर्वी चंपारण जिले के उत्तरी ढ़ेकहां पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में अनियमितता का मामला सामने आया है. आवास सहायक पर लाभार्थियों से राशि जारी करने के एवज में अवैध वसूली का आरोप है. खास बात ...और पढ़ें

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मोतिहारी सदर प्रखंड के उत्तरी ढ़ेकहां में आवास सहायक ने पे फोन पर ली रिश्वत

हाइलाइट्स

प्रधानमंत्री आवास योजना में अनियमितता का मामला सामने आया.लाभार्थियों से आवास की राशि जारी करने के एवज में अवैध वसूली.जांच के बाद दोषी पाए जाने पर सहायक के विरुद्ध कार्रवाई होगी.

मोतिहारी/अवनीश कुमार सिंह. सदर प्रखंड के उत्तरी ढ़ेकहां पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना(पीएमएवाई) के तहत अनियमितता का मामला सामने आया है. पंचायत के आवास सहायक पर लाभार्थियों से आवास की राशि जारी करने के एवज में अवैध वसूली करने काआरोप लगा है. ग्रामीणों के अनुसार, आवास सहायक ने कई लाभार्थियों से पे-फोन खाता में और नकद रूप में करीब एक लाख रूपये की वसूली सहायक ने की है. पीड़ितों ने बताया कि उनसे सहायक ने अपने खाते में 5 हजार, 3980, छह हजार और पत्नी के खाते में 23 हजार 800 रूपये तक की राशि मांगी गई. बिना पैसे दिए उन्हें आवास की किस्त जारी नहीं की जाती थी. इधर, सहायक केशव कुमार से मामले की जानकारी की ली गयी तो उसने बताया कि पता करते हैं. वहीं, आवास पर्यवेक्षक पकंज कुमार ने बातया कि मामला सामने आया है, सहायक से जानकारी ले जांच की जायेगी.

पूर्वी चंपारण में आवास योजना में घोटाले की कई घटनाएं 

मामला नंबर 1. चिरैया प्रखंड, बारा जयराम पंचायत-यहां के आवास सहायक भरत भूषण का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह लाभार्थी से 20,000 की रिश्वत लेते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद डीडीसी एस.एस. पांडे ने उन्हे सेवा से बर्खास्त कर दिया.
मामला नंबर 2- पताही प्रखंड, परसौनी कपूर पंचायत- यहां के पीआरएस बसंत झा का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह बचौलियों के साथ अवैध वसूली का हिसाब करते दिख रहे हैं. जांच के बाद जिलाधिकारी ने उन्हें बर्खास्त करने का आदेश दिया.
मामला नंबर 3- बलुआ जुल्फेकाराबाद पंचायत – यहां की आवास सहायक रीता कुमारी ने अपने पति से सर्वेक्षण कराया. जांच में दोषी पाए जाने पर उनके एक साल के वेतन से 10 प्रतिशत कटौती का आदेश दिया गया है. साथ ही, उनके शिक्षक पति का वेतन भी रोका गया है.

प्रधानमंत्री आवास योजना में खुलेआम भ्रष्टाचार

मामला गंभीर व भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है. जांच की जाएगी और आवास सहायक केविरूद्व नियमानुसार कारवाई की जाएगी. लेकिन, जिस तरह प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में लगातार आवास सहायकों के द्वारा धांधली और भ्रष्टाचार किया जा रहा है यह एक बड़ी जांच का विषय है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमाम गरीबों से यह वादा किया है कि उनके घर भी अब पक्के के होंगे. लेकिन, इस आड़ में घोटालों का खेल चल रहा है.

सहायकों-कर्मचारियों पर अवैध वसूली का आरोप

ऐसी स्थिति में मोतिहारी जिले में जिस तरह से आवास की सूची में नाम जोड़ने को लेकर पैसे आवास आवंटित करने के मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, कई लाभुकों से आवास सहायक ऑनलाइन डिजिटल और नगद रुपये भी जमकर वसूल कर रहे हैं.यहां बड़ा सवाल है कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को अधिकारी के साथ मिलकर कर्मचारी कैसे पलीता लगा रहे हैं.

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Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...

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