Science News: धरती पर जिंदगी बाकी पर क्यों नहीं...400 मील चौड़ी 'गेंद' से खुलेंगे राज

1 month ago

Metal Ball in Earth Core: धरती के बारे में अब तक आपने कई रहस्य सुने होंगे. लेकिन अब वैज्ञानिकों ने पाया कि धरती के बीच में एक ग्रह के आकार वाली ठोस धातु की गेंद है, जो पृथ्वी पर जिंदगी का आधार हो सकती है. धरती की खास पांचवीं परत एक्सपर्ट्स को यह समझने में मदद कर सकती है कि धरती और अन्य ग्रहों पर जीवन कैसे पनप सकता है. ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के सिस्मोलॉजिस्ट्स ने एक शानदार खोज करते हुए धरती की परत के नए सबूत पेश किए हैं. 

स्टडी की अगुआई करने वाले थान-सोन फाम और ह्रवोजे टकालसिक ने दावा किया कि ठोस धातु की गेंद 400 मील चौड़ी है और यह आयरन-निकल के मिश्रण वाले धातु से बनी है. यह गेंद धरती के बीचोबीच स्थित है, जिससे धरती में जियोमैग्नेटिक फील्ड पैदा होता है. इससे हमारी धरती घातक कॉस्मिक किरणों से बची रहती है, जिससे धरती पर जीवन चलता रहता है.

फाम ने कहा, धरती के आंतरिक कोर के जमने से निकलने वाली गर्मी तरल बाहरी कोर में ताप को चालू करती है, जिससे धरती में जियोमैग्नेटिक फील्ड पैदा होता है. धरती पर जीवन खतरनाक कॉस्मिक किरणों से बचा रहता है और बिना मैग्नेटिक फील्ड के यह मुमकिन नहीं है. स्टडी में यह भी दावा किया गया कि मैग्नेटिक बॉल का अलग क्रिस्टल स्ट्रक्चर है, जो भूकंप से आने वाली शॉक वेव्स को आसपास की कोर की तुलना में अलग रफ्तार से परत के जरिए गड़गड़ाने का कारण बनती है. दोनों वैज्ञानिकों ने कहा, 'साफ है कि अंदरूनी कोर बाहरी परत से कुछ अलग है. हमें लगता है कि इन दो क्षेत्रों में जिस तरह से एटम्स बैक हैं, जो थोड़े अलग हैं.'

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