Russia Ukraine War: रूस पर दिवाली के पटाखे फोड़ रहा यूक्रेन, अमेरिका से 'ब्रह्मास्त्र' मांगा तो ट्रंप बोले- ना भाई ना

2 hours ago

Russia Ukraine War and Tomahawk: जैसे दिवाली पर अपने देश में पटाखे फोड़े जाते हैं, कुछ उसी कैटेगरी के हमले यूक्रेन फिलहाल रूस पर कर पा रहा है. वजह उसकी क्षमता है. अब अमेरिका का ब्रह्मास्त्र लाने के लिए बेकरार जेलेंस्की को झटका लगा है. हां, एक फोन कॉल ने यूक्रेन के राष्ट्रपति के अरमानों पर पानी फेर दिया. वह रास्ते में थे तभी रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप को फोन कर शायद सेटिंग कर ली. जिस ब्रह्मास्त्र को यूक्रेन को देने की बात अमेरिका की तरफ से की जा रही थी, पुतिन ने एक फोन कॉल ने सारा गेम पलट दिया. यूक्रेन का तर्क है कि रूस को बातचीत के लिए मजबूर करने के लिए उसके पास टॉमहाक मिसाइलें होना जरूरी है. जेलेंस्की व्हाइट हाउस आए, ट्रंप ने उनके ड्रेस की तारीफ की लेकिन अपना ब्रह्मास्त्र देने से साफ मना कर दिया. 

जी हां, व्हाइट हाउस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच बातचीत के बाद स्पष्ट संकेत मिले हैं कि अमेरिका अपनी टॉमहाक मिसाइलें यूक्रेन को देने नहीं जा रहा है. ये लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें किसी भी युद्ध में बाजी पलटने का दम रखती है. हालांकि ट्रंप ने बातचीत के बाद पत्रकारों से कहा कि जेलेंस्की और पुतिन दोनों अब इसे रोकना चाहते हैं. 

जेलेंस्की बोले, बड़ी मुश्किल हो रही

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उधर, जेलेंस्की ने कहा कि सीजफायर संभालना कितना मुश्किल हो रहा है, बता नहीं सकते क्योंकि हम तो चाहते हैं लेकिन पुतिन नहीं. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने आगे कह दिया कि हमारे हजारों ड्रोन रूस के टारगेट को निशाना बनाने के लिए तैयार हैं बस हमें अमेरिकी मिसाइलें चाहिए. हमारे पास टॉमहाक नहीं है इसलिए हमें टॉमहाक चाहिए. इस पर ट्रंप ने जवाब दिया कि हम तो यही चाहेंगे कि टॉमहाक की जरूरत ही न पड़े.

President Donald J. Trump welcomes Ukrainian President @ZelenskyyUa to the White House. pic.twitter.com/ZyC8eo9q2G

— The White House (@WhiteHouse) October 17, 2025

ट्रंप बोले, हमें खुद टॉमहाक चाहिए

हां, ट्रंप ने यही जवाब दिया. बोले कि हम तो खुद टॉमहाक चाहते हैं. हम इसे किसी को देना नहीं चाहते हैं क्योंकि हमारे देश को खुद इसकी जरूरत है. मुलाकात के दो घंटे बाद ट्रंप ने पुतिन और जेलेंस्की को संबोधित करते हुए कहा कि तत्काल युद्ध रोकिए. ऐसे में देखिए तो अब यूक्रेन की पावर टॉमहाक पर आकर सिकुड़ गई है. ऐसे यह समझना जरूरी है कि अमेरिका की यह मिसाइल कैसे इतनी गेमचेंजर समझी जा रही है. 

मिसाइलों की आका है टॉमहाक

- इसमें जीपीएस गाइड, इन्फ्रारेड कैमरा, टर्बो जेट इंजन, फ्यूल टैंक और न्यूक्लियर वॉरहेड फिट किया जा सकता है. 

- इस लैंड अटैक मिसाइल का 1991 के युद्ध में पहली बार इस्तेमाल किया गया था. 

- लंबी दूरी की गाइडेड क्रूज मिसाइलें समुद्र से दागी जाती हैं. परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम टॉमहाक का सबसे लंबी दूरी का वेरिएंट 1983 में आया था. 

- इसकी मारक क्षमता 2500 किमी से भी ज्यादा है. ये मिसाइलें काफी नीचे 550 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ती हैं. 

- ये 6.1 मीटर लंबी, 2.5 मीटर पंखों वाली और लगभग 1510 किग्रा वजनी होती हैं. 

- एक टॉमहाक की कीमत 1.3 मिलियन डॉलर के आसपास होती है. 

टॉमहाक के लिए बेकरार क्यों है यूक्रेन?

यूक्रेन को टॉमहाक मिसाइलों की आपूर्ति से उसकी रूस पर हमला करने की क्षमता में जबर्दस्त इजाफा होगा. यह मिसाइल मिली तो वह रूस के काफी अंदर घुसकर सैन्य ठिकानों, रसद केंद्रों, हवाई अड्डों और कमांड सेंटरों पर हमला कर सकेगा. अभी वह 300 किमी की दूरी तक ही हमला करने में सक्षम है. टॉमहाक की रेंज में रूस का एक बड़ा हिस्सा आ जाएगा. 

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एक रिपोर्ट का अनुमान है कि टॉमहाक मिसाइलों की जद में सैकड़ों रूसी सैन्य ठिकाने आएंगे. यूक्रेन ने तर्क दिया है कि ऐसी पावर मिलने से व्लादिमीर पुतिन को युद्ध समाप्त करने के लिए सीधी बातचीत के लिए गंभीरता से सोचने के लिए मजबूर किया जा सकेगा. हालांकि क्रोनोलॉजी बता रही है कि ट्रंप और पुतिन में सेटिंग हो गई और जेलेंस्की देखते रह गए. 

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