Last Updated:May 29, 2025, 14:22 IST
PM Modi Bihar Visits: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय बिहार दौरे से पाकिस्तान में हंगामा मचा हुआ है. पीएम मोदी के पिछले बिहार दौरे के बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू हो गया था. पहलगाम हमले के बाद दूसरी बार पीएम...और पढ़ें

पीएम नरेंद्र मोदी का 29-30 मई को बिहार दौरे से पाकिस्तान में हड़कंप. (PTI फोटो)
हाइलाइट्स
पीएम मोदी का बिहार दौरा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है.पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे.मोदी का दौरा पाकिस्तान को चेतावनी देने का संकेत है.पटना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 मई को एक बार फिर से बिहार की धरती पर आने वाले हैं. पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर से पहले और पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी बिहार आए थे. लेकिन इस बार पीएम मोदी का बिहार दौरा कई मायनों में खास है. पीएम मोदी पटना की धरती से देश में चल रही सियासी और सामरिक गर्मी को और बढ़ा सकते हैं. पीएम मोदी कांग्रेस पर हमला कर सकते हैं और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के परिवार में मचे कोहराम की गाथा भी बोलें तो हैरानी नहीं होगी. लेकिन पीएम मोदी की बिहार यात्रा से सबसे ज्यादा मिर्ची पाकिस्तान को लगी हुई है. पाकिस्तानी मीडिया में इस बात की चर्चा हो रही है कि पिछले बार मोदी बिहार गया था तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ हो गया, अब क्या हंगामा बरपने वाला है?
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय बिहार दौरे की शुरुआत पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के उद्घाटन और बिहटा एयरपोर्ट के शिलान्यास के साथ गुरुवार यानी 29 मई को शाम होगी. लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह दौरा केवल विकास परियोजनाओं तक सीमित नहीं रहेगा. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद यह दौरा राष्ट्रीय सुरक्षा और बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणनीति के लिहाज से ऐतिहासिक होने वाला है.
पटना में मोदी भी मारेंगे दहाड़
पीएम मोदी पटना की सड़कों पर 29 को चार किलोमीटर लंबा रोड शो करेंगे. पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने 24 अप्रैल को मधुबनी की रैली में कहा था, ‘आतंक के अड्डों को धूल में मिला देंगे.’ इस बार भी उनके भाषण में वही जोश और दृढ़ता हो तो हैरानी नहीं होगी. राजनीतिक विश्लेषक संजीव पांडेय कहते हैं, ‘मोदी का यह दौरा बिहार में विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को एक साथ जोड़कर बीजेपी को मजबूत करने की रणनीति है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर किया और अब मोदी बिहार से यह संदेश दे रहे हैं कि भारत किसी भी चुनौती के लिए तैयार है.’
सियासत और सामरिक दोनों मोर्चे की जयकार
शनिवार को पीएम मोदी पटना के बीजेपी कार्यालय में 175 से अधिक नेताओं के साथ बैठक करेंगे. इस मौके पर पीएम मोदी बूथ-स्तरीय रणनीति और विकास के मुद्दों पर जोर दे सकते हैं. जानकारों की मानें तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत ने साफ कर दिया कि वह आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति पर चल रहा है. मोदी का बिहार दौरा न केवल चुनावी है, बल्कि यह पाकिस्तान को चेतावनी है कि भारत अब जवाब देने का समय और तरीका खुद तय करेगा.’
क्या पाकिस्तान पर फिर शुरू होगा ‘ऑपरेशन सिंदूर’
पीएम मोदी बिहार दौरे से ठीक पहले कई बार बोल चुके हैं कि पाकिस्तान ने हमेशा प्रॉक्सी वॉर को हथियार बनाया, लेकिन अब यह उनकी रणनीति नहीं, बल्कि हार की गारंटी है.’ यह बयान न केवल बिहार की जनता के लिए था, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को और मजबूत करने का संदेश था. विदेश नीति विशेषज्ञ रॉबिंद्र सचदेव का मानना है, ‘मोदी का यह दौरा क्षेत्रीय स्थिरता और भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति को एक बार फिर से स्थापित करने का प्रयास है, लेकिन साथ ही पाकिस्तान को यह संदेश है कि भारत की सेना और रणनीति अब पहले से कहीं अधिक आक्रामक और सटीक है.’
पीएम मोदी के बिहार दौरे के बाद एक बार फिर से पाकिस्तान में हलचल मच सकती है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मोदी के बयानों को चुनावी ‘हथकंडा’ करार दिया, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि यह उनकी बौखलाहट का सबूत है. बिहार की धरती से मोदी की फिर से ललकार से न केवल पाकिस्तान की नींद उड़ेगी बल्कि, भारत की सामरिक शक्ति और कूटनीतिक दबदबे का प्रतीक भी साबित होने वाला है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या यह दौरा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की तरह एक और तूफान की शुरुआत है?