Kerch Bridge: यूक्रेन ने रूस के विमानों को निशाना बनाने के बाद अब एक और नया हमला कर सभी को चौंका दिया है. क्रीमिया को रूस से जोड़ने वाले केर्च ब्रिज को यूक्रेन ने उड़ा दिया है. खास बात ये है कि इस बार ये हमला आसमान यानि की ड्रोन से नहीं बल्कि पानी के भीतर से किया गया है.
यूक्रेन सिक्योरिटी सर्विस ने दावा किया है कि ये धमाका सुबह 4:45 के करीब किया गया. इस ऑपरेशन पर भी कई महीनों से यूक्रेन जुटा हुआ था. इस पूरे ऑपरेशन को SBU प्रमुख वासिल माल्युक की अगुवाई में अंजाम दिया गया. इस ऑपरेशन में केर्च पुल के नीचे 1100 किलो TNT विस्फोटक पानी के नीचे लगाया गया. मंगलवार तड़के इसे उड़ा दिया गया. धमाके से पुल को काफी नुकसान हुआ है.
Holy shit
Ukraine's SBU security service behind the audacious drone attack deep inside Russia now says it has attacked the Kerch bridge in occupied Crimea in a months-long operation. It says SBU agents "mined the supports" of the bridge with 1,100kg of TNT under the water line… pic.twitter.com/TvNjHWZZs3
— Saint Javelin (@saintjavelin) June 3, 2025
ये पुल युद्ध की शुरुआत से ही यूक्रेन के निशाने पर रहा है. ये पुल सामरिक दृष्टि से कितना अहम है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रूस और क्रीमिया को जोड़ने के लिए ये पुल ही एकमात्र सहारा है. क्रीमिया में रूसी फौज को इसी पुल से भेजा जाता है. सैनिकों के खाने-पीने का सामान भी यहीं से जाता है. अगर ये पुल टूट गया तो यूक्रेन को रूस पर रणनीतिक बढ़त मिल जाएगी और यूक्रेन फिर से उस क्रीमिया को पा सकता है जिसे 2014 में रूस ने कब्जा लिया था.
क्रीमिया पर कब्जे के बाद से ही रूस केर्च पुल को बनाने में जुट गया था. युद्धस्तर पर इसे बनाते हुए साल 2018 में पुल चाल कर दिया गया. रूस के खिलाफ जंग शुरू होने से ही ये पुल जेलेंस्की की नजरों में किरकिरी बना हुआ था. इसी वजह से यूक्रेन लगातार इस पुल को उड़ाने में अपनी पूरी ताकत लगाए हुए है. पहली बार इस पुल पर 8 अक्टूबर 2022 को हमला हुआ था. तब बारूद से भरा हुआ एक ट्रक इस पुल पर ले जाकर धमाका कर दिया गया था. उस हमले में भी पुल को काफी नुकसान हुआ था.
बताया जाता है कि यूक्रेन को मैसेज देने के लिए इसकी मरम्मत युद्ध स्तर पर की गई और पुतिन खुद कार चलाते हुए इस पुल पर पहुंचे. ऐसा करते हुए पुतिन अपने देश के नागरिकों को ये भरोसा देने की कोशिश की थी कि उनका मुल्क पूरी तरह सुरक्षित है. इसके बाद दूसरी बार यूक्रेन ने फिर से जुलाई 2023 में इस पुल पर ड्रोन अटैक किया. अब तीसरी बार यूक्रेन ने इस पुल को निशाना बनाया है.