Last Updated:November 06, 2025, 23:02 IST
बेंगलुरु एक बार फिर भारत की इंडस्ट्रियल और डिफेंस इनोवेशन कैपिटल साबित हुआ. 7वें इंडिया मैन्युफैक्चरिंग शो (IMS 2025) में गुरुवार को भारतीय रक्षा और एयरोस्पेस सेक्टर की नई तकनीकी उपलब्धियां दुनिया के सामने रखी गईं. इस शो में इंडियन एयर फोर्स, DRDO, HAL और प्राइवेट इंडस्ट्रीज ने अपने अत्याधुनिक मॉडल्स, टूल्स और इंजन टेक्नोलॉजी के ज़रिए ‘आत्मनिर्भर भारत’ की झलक पेश की.

कार्यक्रम में इंडियन एयर फोर्स के ‘सारंग हेलिकॉप्टर’ का स्केल मॉडल मुख्य आकर्षण रहा. यह वही हेलिकॉप्टर है जो अपने एयर शो परफॉर्मेंस और स्टंट फ्लाइट्स के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. इसके अलावा IAF के जेट एयरक्राफ्ट का मॉडल भी प्रदर्शित किया गया, जो भारत की एविएशन क्षमता और आने वाले जनरेशन फाइटर टेक्नोलॉजी की झलक दिखा रहा था. इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस बार का शो पूरी तरह फ्यूचर-रेडी मैन्युफैक्चरिंग पर केंद्रित है जिसमें AI-आधारित सिस्टम, 3D मेटल प्रिंटिंग और प्रिसीजन इंजीनियरिंग जैसे सेक्टरों पर जोर दिया गया है.

इस शो का एक बड़ा आकर्षण रहा DRDO द्वारा विकसित ‘कावेरी डेरिवेटिव इंजन (KDE)’ का मेटल RP मॉडल. यह भारत का स्वदेशी जेट इंजन प्रोजेक्ट है, जिसे आने वाले वर्षों में डिफेंस और एयरोस्पेस प्लेटफॉर्म्स में शामिल करने की तैयारी है. इस मॉडल ने दिखाया कि भारत अब इंजन टेक्नोलॉजी में भी आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि कावेरी इंजन की यह डेरिवेटिव सीरीज भारतीय फाइटर एयरक्राफ्ट प्रोग्राम्स जैसे LCA तेजस, AMCA और ड्रोन प्रोजेक्ट्स के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है.

शो में ‘MARG 39’ का मॉडल भी प्रदर्शित किया गया, जिसने इंजीनियरिंग छात्रों से लेकर रक्षा विशेषज्ञों तक सभी का ध्यान खींचा. यह मॉडल भारत की मैन्युफैक्चरिंग इनोवेशन और एडवांस्ड डिज़ाइन कैपेबिलिटी का प्रतीक बताया जा रहा है. इसके साथ ही 3D मैन्युफैक्चरिंग, CNC टूल्स और हाई-प्रिसीजन कंपोनेंट्स जैसी नई तकनीकों की लाइव डेमो भी दी गई.

कार्यक्रम में इंडस्ट्री प्रतिनिधियों ने कहा कि अब भारत सिर्फ एक मैन्युफैक्चरिंग बेस नहीं, बल्कि डिजाइन और इनोवेशन का ग्लोबल हब बन रहा है. भारत के पास स्किल, स्केल और स्पीड... तीनों में वह क्षमता है जो आने वाले दशक में उसे दुनिया की सप्लाई चेन का सबसे अहम हिस्सा बना सकती है.

IMS 2025 में सिर्फ भारतीय पब्लिक सेक्टर नहीं, बल्कि प्राइवेट इंडस्ट्री और स्टार्टअप्स ने भी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई. शो का मकसद भारत को ‘मेक इन इंडिया’ से आगे ले जाकर ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ की दिशा में स्थापित करना है.

में सरकार और उद्योग जगत के बीच भविष्य की इंडस्ट्रियल पॉलिसी पर भी चर्चा हुई. सेशन में ‘डिजिटल ट्विन टेक्नोलॉजी’, ‘रोबोटिक ऑटोमेशन’ और ‘ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग’ जैसे विषयों पर फोकस रहा. कई यूनिवर्सिटीज और स्टार्टअप्स ने अपने इनोवेशन भी प्रदर्शित किए.
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3 hours ago
