Last Updated:September 26, 2025, 09:56 IST
IAF MiG-21 Decommissioning LIVE: MiG-21 फाइटर जेट की विदाई का समय आ गया है. चंडीगढ़ में खास कार्यक्रम आयोजित कर दशकों पुराने इस जेट को फेयरवेल दिया जाएगा. इस मौके पर डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे.

IAF MiG-21 Decommissioning LIVE: दशकों तक इंडियन एयरफोर्स का साथ निभाने वाला MiG-21 अब अपने अंतिम पड़ाव पर आ गया है. शुक्रवार यानी 26 सितंबर 2025 को सोवियत काल का यह आइकॉनिक फाइटर जेट इतिहास के पन्नों में सिमट जाएगा. मिग-21 को चंडीगढ़ में अनोखे अंदाज में विदाई दी जाएगी. इंडियन एयरफोर्स के चीफ एपी सिंह MiG-21 में बैठकर उड़ान भरेंगे. भारतीय वायुसेना के मौजूदा प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने 1985 में जिस मिग-21 फाइटर जेट के कॉकपिट में बैठकर अपने उड़ान की शुरुआत की थी, रिटायरमेंट के दिन उसे सम्मान देने के लिए एक बार फिर से मिग-21 के कॉकपिट में बैठेंगे और हवा से बात करेंगे. 26 सितंबर को होने वाले समारोह में जिस फॉर्मेशन में उड़ान भरने वाले हैं, उसका नाम है बादल फॉर्मेशन. इस फॉर्मेशन को वो लीड नहीं करेंगे, बल्कि उसके सदस्य होंगे. पिछले महीने ही चीफ ने नाल एयर बेस में मिग-21 को उड़ाया था. चालीस साल बाद फिर से उसी मिग को उड़ाने से पहले उन्हें फिर से ट्रेनिंग लेनी पड़ी थी. नाल एयरबेस पर चीफ ने मिग-21 की सोलो सॉर्टी की थी.
एयरफोर्स चीफ एपी सिंह ने मिग-21 से कई बार हवा से बातें की हैं. वायुसेना में सामान्य फ्लाइंग कोर्स करने के बाद स्पेशलिस्ट फ्लाइंग के लिए भी खास ट्रेनिंग की जरूरत होती है. नाल एयरबेस के दौरे के दौरान पहले दिन चीफ को ट्विन सीटर मिग-21 पर ट्रेनिंग दी गई. उसके बाद अगले दिन एयर चीफ ने सोलो फ्लाइंग की. हर फ्लाइंग 40 मिनट की थी. रेगुलर फॉर्मेशन सॉर्टी में मिग-21 को चीफ ने उड़ाया. एपी सिंह ने पहली बार 1985 में तेजपुर में मिग-21 टाइप 77 को उड़ाया था. भारतीय वायुसेना की कभी रीढ़ रहे मिग अब फेज आउट हो रहे हैं, लेकिन अपनी विदाई से पहले आखिरी वॉरगेम में शामिल होगा. आखिरी बार मिग-21 भारतीय फाइटर जेट जगुआर पर मिसाइल लॉक की ड्रिल को अंजाम देगा. यह कार्यक्रम चंडीगढ़ में आयोजित होगा.
MiG-21 एयरक्राफ्ट ने दशकों तक इंडियन एयरफोर्स का साथ दिया. (पीटीआई)
दिलचस्प हैं ये फैक्ट्स
मिग-21 फाइटर जेट को पहली बार 28 स्क्वाड्रन फर्स्ट सुपरसोनिक में शामिल किया गया था. मिग-21 की विदाई के दौरान 28 स्क्वाड्रन के CO भी मौजूद रहेंगे. भारत का पहला सुपरसोनिक फाइटर जेट मिग-21 से पायलट 60 साल पहले वाली कॉम्बेट ड्रिल करते नजर आएंगे. इस ड्रिल को बेस एयर डिफेंस सेंटर (BADC) कहा जाता है. इस ड्रिल में एयरफोर्स बेस की सुरक्षा में कॉम्बेट एयर पेट्रोल (CAP) कर रहे मिग दुश्मन के जहाजों को मार गिराते थे या फिर दूर भगा देते थे. इस ड्रिल के लिए मिग-21 बाइसन चंडीगढ़ एयरबेस के चारों ओर काफी ऊंचाई पर उड़ान भरते रहेंगे.
मिग-21 को वॉटर कैनन सैल्यूट
एविएशन में एक प्रथा है कि जो भी नया एयरक्राफ्ट आता है तो उसे वॉटर कैनन सैल्यूट दिया जाता है. उसी तरह से जब वो सर्विस से रिटायर होता है, तब भी उसे इसी तरह का सम्मान दिया जाता है. मिग-21 के इंजन हमेशा के लिए बंद होने से पहले वॉटर कैनन सैल्यूट दिया जाएगा. 26 सितंबर को चंडीगढ़ में विदाई समारोह को यादगार बनाने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. चंडीगढ़ के आसमान में आकाश गंगा डिस्प्ले होगा. मिग-21 बाइसन का फ्लाइपास्ट होगा. दो अलग-अलग फॉर्मेशन में 6 मिग-21 उड़ान भरेंगे. पहला फॉर्मेशन होगा पैंथर्स फॉर्मेशन, दूसरा बादल फॉर्मेशन. नंबर प्लेटेड होने वाले 23 स्क्वाड्रन का नाम पैथर है. 23 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर बेस एयर डिफेंस सेंटर (BADC) कॉम्बेट एयर पेट्रोल (CAP) को अंजाम देंगे. दूसरा फॉर्मेशन है बादल फॉर्मेशन. बादल फॉर्मेशन से ही मिग-21 की विदाई होगी. एयरफोर्स चीफ इसी फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे.
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 26, 2025, 09:56 IST