Last Updated:October 20, 2025, 08:32 IST
JEE Main 2026: एनटीए ने जेईई मेन 2026 परीक्षा का टेंटेटिव शेड्यूल जारी कर दिया है. जेईई मेन 2026 की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी jeemain.nta.nic.in पर डेट्स चेक कर सकते हैं. जानिए तैयारी के बेस्ट टिप्स.

नई दिल्ली (JEE Main 2026). देश के टॉप इंजीनियरिंग संस्थानों में एडमिशन के लिए जेईई मेन परीक्षा पास करना जरूरी है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जेईई मेन 2026 परीक्षा का टेंटेटिव शेड्यूल जारी कर दिया है. 2026 में भी जेईई मेन परीक्षा 2 सेशन में होगी. जनवरी वाला सेशन 21 जनवरी से 30 जनवरी 2026 के बीच आयोजित किया जाएगा. अगर कोई स्टूडेंट आज से जेईई मेन का फाइनल रिवीजन शुरू करता है तो उसके पास 93 दिनों का वक्त है.
जेईई मेन भारत की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में से एक है. इसकी तैयारी के लिए सिर्फ कड़ी मेहनत ही नहीं, बल्कि स्मार्ट स्ट्रैटेजी की भी जरूरत होती है. जेईई मेन जनवरी सेशन को अक्सर ‘वॉर्म-अप’ या ‘पहला शॉट’ माना जाता है. इसमें आप बिना किसी दबाव के अपनी तैयारी का स्तर चेक कर सकते हैं. फिर अप्रैल में आपके पास दूसरा मौका भी होगा. इस पहले प्रयास के लिए अपनी कमजोरियों और ताकत पर काम करें. जानिए 93 दिनों में जेईई मेन की तैयारी कैसे करें.
जेईई मेन 2026 की तैयारी कैसे करें?
कंसिस्टेंसी (निरंतरता) और सही प्लानिंग ही सफलता की कुंजी है. आप इन दो बातों को ध्यान में रखकर जेईई मेन परीक्षा में टॉप स्कोर हासिल कर सकते हैं.
1. हर विषय पर दें ध्यान
जेईई मेन में फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित, तीनों विषय बहुत मायने रखते हैं.
गणित: इस विषय के लिए प्रैक्टिस बहुत जरूरी है. कैलकुलस, एल्जेब्रा और कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री पर ज्यादा ध्यान दें. हर दिन कम से कम 2 घंटे सिर्फ सवाल हल करने के लिए रखें. कॉन्सेप्ट को समझने के बाद ज्यादा से ज्यादा सवाल सॉल्व करें.
रसायन विज्ञान: यह सबसे स्कोरिंग सेक्शन हो सकता है. इसमें इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री (Inorganic Chemistry) पर खास ध्यान दें- इसे बार-बार रिवाइज करें और NCERT की किताबों से नोट्स बनाकर याद करें. ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में रिएक्शन मेकैनिज्म (Reaction Mechanism) समझें. फिजिकल केमिस्ट्री में फॉर्मूले और न्यूमेरिकल्स का अभ्यास करें.
फिजिक्स: इसमें कॉन्सेप्ट को समझना बहुत जरूरी है. हर टॉपिक की बेसिक थ्योरी को मजबूत करें और फिर उस पर आधारित विभिन्न प्रकार के न्यूमेरिकल हल करें. मॉडर्न फिजिक्स और इलेक्ट्रोडायनेमिक्स अक्सर हाई वेटेज वाले होते हैं, इसलिए इन्हें प्राथमिकता दें.
2. NCERT को न करें नजरअंदाज
भले ही आप बड़ी और मोटी रेफरेंस किताबें पढ़ रहे हों लेकिन NCERT की किताबें JEE Main के लिए नींव का काम करती हैं, खासकर केमिस्ट्री के लिए. NTA अक्सर सीधे NCERT की लाइन से सवाल उठाता है. इसलिए अपनी तैयारी के दौरान NCERT के उदाहरण, एक्सरसाइज और खासकर केमिस्ट्री की किताबों को हर हाल में एक बार जरूर पढ़ें. इससे न केवल कॉन्सेप्ट स्पष्ट होंगे, बल्कि कम समय में रिवीजन भी हो जाएगा.
3. मॉक टेस्ट को बनाएं आदत
परीक्षा से 2 महीने पहले से ही मॉक टेस्ट देना शुरू कर दें. यह सबसे जरूरी टिप है.
परीक्षा के माहौल में अभ्यास: मॉक टेस्ट को ठीक उसी समय पर (उदाहरण के लिए सुबह 9 से 12 या दोपहर 3 से 6) दें, जिस समय आपकी वास्तविक परीक्षा होगी. इससे आपका दिमाग उस समय एक्टिव रहने का आदी हो जाएगा.
जरूरी है एनालिसिस: टेस्ट देने के बाद उसको एनालाइज करना सबसे महत्वपूर्ण है. अपनी गलतियों को पहचानें- किस सेक्शन में समय ज्यादा लगा, कौन से सवाल आसान थे लेकिन गलत हो गए और कौन से टॉपिक अभी भी कमजोर हैं.
टाइम मैनेजमेंट: मॉक टेस्ट से 3 घंटे में तीनों सेक्शन को बैलेंस करना सीख सकते हैं. इससे आपको पता चलेगा कि किस विषय को कितना समय देना है.
4. सॉल्व करें पुराने प्रश्नपत्र
पिछले कम से कम 5 वर्षों के JEE Main प्रश्नपत्रों को हल करना बेहतरीन प्रैक्टिस है. इससे जेईई मेन परीक्षा पैटर्न, सवालों के प्रकार और किस टॉपिक का वेटेज कितना है, इसकी सटीक जानकारी मिलेगी. NTA अक्सर पिछले पैटर्न के सवालों को दोहराता है या उन पर आधारित सवाल पूछता है. इसे एक टेस्ट की तरह ही हल करें. इससे टाइम मैनेजमेंट सीखने में मदद मिलेगी.
5. काम आएंगे छोटे और असरदार नोट्स
लंबी-लंबी किताबों को बार-बार पढ़ना मुश्किल होता है. इसलिए फॉर्मूला, जरूरी रिएक्शन्स और कठिन कॉन्सेप्ट्स के छोटे नोट्स या फ्लैशकार्ड्स बनाएं. ये नोट्स फाइनल रिवीजन के लिए आपके सबसे अच्छे दोस्त साबित होंगे. रोजाना सोने से पहले इन नोट्स को जल्दी से देखने की आदत डालें. यह याद रखने की क्षमता बढ़ाएगा और जरूरी चीजों को भूलने से भी बचाएगा.
6. सेहत का भी रखें ध्यान
पढ़ाई के साथ-साथ अपनी हेल्थ का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है.
पर्याप्त नींद: कम से कम 6-7 घंटे की अच्छी नींद लें. नींद की कमी से पढ़ी हुई चीजें याद नहीं रहती हैं.
ब्रेक लें: लगातार न पढ़ें. हर 1 घंटे की पढ़ाई के बाद 10 मिनट का छोटा ब्रेक लें.
पॉजिटिव रहें: खुद पर भरोसा रखें. जनवरी सेशन केवल पहला मौका है, अगर किसी कारण से स्कोर कम भी आता है तो घबराएं नहीं, आपके पास अप्रैल सेशन का ऑप्शन रहेगा.
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...
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First Published :
October 20, 2025, 08:32 IST