IQ और EQ के बीच क्या अंतर है? उदाहरण के साथ समझिए दिमाग और दिल का खेल

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Last Updated:October 26, 2025, 15:06 IST

General Knowledge, IQ vs EQ: कई लोग आईक्यू और ईक्यू के बीच का अंतर नहीं जानते हैं. वो इन दोनों के बीच काफी कंफ्यूज्ड रहते हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा है तो आज समझिए इंटेलिजेंस कोशंट और इमोशनल कोशंट के बीच का अंतर.

IQ और EQ के बीच क्या अंतर है? उदाहरण के साथ समझिए दिमाग और दिल का खेलIQ vs EQ: उदाहरण से आईक्यू और ईक्यू के बीच का अंतर समझ सकते हैं

नई दिल्ली (General Knowledge, IQ vs EQ). क्लास में जो बच्चा सवालों के जवाब फटाफट दे देता है, गणित के मुश्किल सवाल हल कर लेता है, उसे हम तेज दिमाग वाला मानते हैं. यह तेज दिमाग ही हमारी इंटेलिजेंस कोशंट (IQ) है. IQ एक तरह से हमारे दिमाग की सोचने और याद रखने की ताकत है. जब आप साइंस में कोई एक्सपेरिमेंट समझते हैं या पहेलियां सुलझाते हैं तो आप अपना IQ इस्तेमाल कर रहे होते हैं. पुराने समय में लोग मानते थे कि जिसका IQ जितना ज्यादा होगा, वह जीवन में उतना ही सफल होगा. कह सकते हैं कि यह हमारी पढ़ाई-लिखाई वाली सफलता को मापता है.

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि क्लास में सबसे ज्यादा नंबर लाने वाला बच्चा हमेशा सबका दोस्त क्यों नहीं बन पाता? या वह गुस्से को अच्छी तरह से संभाल क्यों नहीं पाता? यहीं पर दूसरी और ज्यादा खास चीज काम आती है, जिसे इमोशनल कोशंट (EQ) या इमोशनल इंटेलिजेंस कहते हैं. EQ का मतलब है, दूसरों की भावनाओं को समझना और अपनी भावनाओं को संभालना. अगर आपका दोस्त दुखी है और आप उसे चुप कराना जानते हैं या आप किसी बात पर गुस्सा आने पर खुद को शांत कर लेते हैं तो आपका EQ अच्छा है. इन दिनों स्कूल से लेकर खेल के मैदान और नौकरी तक, हर जगह EQ को IQ जितना ही जरूरी माना जाता है.

Difference Between IA and EQ: दिमाग की ताकत (IQ) और दिल की समझ (EQ) में बड़ा फर्क

आईक्यू क्या है और ईक्यू क्या है, यह तो आप समझ ही गए हैं. अब इन दोनों ‘कोशंट’ के बीच के आसान अंतरों को समझते हैं:

1. यह क्या मापता है?

इंटेलिजेंस कोशंट (IQ)

मापन: यह मापता है कि आप कितने स्मार्ट हैं. आप कितनी जल्दी सीखते हैं, कितना याद रखते हैं और मुश्किल समस्याओं को तर्क से कैसे हल करते हैं.

उदाहरण: गणित के सवाल हल करना, नई भाषा के नियम समझना.

इमोशनल कोशंट (EQ)

मापन: यह मापता है कि आप कितने समझदार हैं. आप अपनी और दूसरों की भावनाओं को कितनी अच्छी तरह से महसूस करते हैं और संभालते हैं.

उदाहरण: किसी दोस्त के रोने पर उसे दिलासा देना, टीम में सबके साथ मिलकर काम करना.

2. इसे बदला जा सकता है क्या?

IQ (दिमाग की ताकत)

यह अक्सर जन्म से मिलता है. इसे बढ़ाना मुश्किल होता है, यह हर उम्र में स्टेबल रहता है.

EQ (दिल की समझ)

इसे सीखा और बदला जा सकता है. आप बड़े होने के साथ-साथ, लोगों से बात करके और अनुभव से इसे बेहतर बना सकते हैं.

3. सफलता में किसका हाथ?

IQ की भूमिका: यह आपको परीक्षा पास करने, टॉप ग्रेड हासिल करने और नई तकनीकी चीजें सीखने में मदद करता है.

EQ की भूमिका: यह आपको दोस्त बनाने, टीम का लीडर बनने, झगड़े सुलझाने और खुश रहने में मदद करता है.

याद रखें: क्लास में IQ आपको टॉपर बना सकता है, लेकिन जीवन में EQ आपको सफल और प्यारा इंसान बनाता है.

Deepali Porwal

With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें

With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...

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First Published :

October 26, 2025, 15:06 IST

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