LIVE: 110KMpH की रफ्तार से आ रही तबाही, IMD का टेंशन वाला अपडेट, अलर्ट पर सेना

7 hours ago

बंगाल की खाड़ी में बन रहे गहरे दबाव ने चक्रवाती तूफान मोंथा (Cyclone Montha) का रूप ले लिया है. यह चक्रवाती तूफान और तीव्र होकर भारत के पूर्वी तट से टकरा सकता है. इस दौरान 90 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और कई जिलों में बेहद भारी वर्षा होगी.

आईएमडी के अनुसार, यह तूफान फिलहाल दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में केंद्रित है और लगातार पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. शनिवार को यह पोर्ट ब्लेयर से 460 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, चेन्नई से 950 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व, और काकीनाडा से 970 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित था. मौसम विभाग का अनुमान है कि 28 अक्टूबर की शाम या रात को यह तूफान आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और कालींगपट्टनम के बीच, काकीनाडा के पास टकरा सकता है.

मोंथा का मतलब क्या?

थाईलैंड ने इस चक्रवाती तूफान का नाम मोंथा रखा है. थाई भाषा में इसका अर्थ है ‘सुगंधित या सुंदर फूल’ होता है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इसे ‘सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म’ यानी गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में रखा है.

आईएमडी के वैज्ञानिक एस. करुणासागर ने बताया कि ’26 अक्टूबर से आंध्र तट के पास 45 से 55 किमी/घंटा की हवाएं चलने लगेंगी, जो धीरे-धीरे 90-110 किमी/घंटा तक पहुंच सकती हैं.’ इसके असर को देखते हुए आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तमिलनाडु में प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.

मौसम विभाग ने क्या बताया?

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना गहरा दबाव पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. यह आज, 26 अक्टूबर 2025 को सुबह 8:30 बजे (भारतीय समयानुसार) उसी क्षेत्र में केंद्रित था. मौसम विभाग ने बताया कि यह दबाव अक्षांश 11.2° उत्तर और देशांतर 87.1° पूर्व के पास स्थित है. मौसम विभाग का अनुमान है कि यह दबाव अगले 24 घंटों में और गहराते हुए चक्रवातीय तूफान में बदल सकता है, जो आने वाले दिनों में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकता है.

(A) Deep Depression over Southeast Bay of Bengal
The deep depression over southeast Bay of Bengal moved west-northwestwards with a speed of 6 kmph during past 6 hours, and lay centred at 0830 hrs IST of today, the 26th October 2025, over the same region, near latitude 11.2°N &… pic.twitter.com/sO4ea1Ianv

— India Meteorological Department (@Indiametdept) October 26, 2025

तमिलनाडु में भारी बारिश का अलर्ट, मछुआरों को चेतावनी

इस चक्रवाती तूफान के कारण तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका है. चेन्नई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने रविवार को राज्य के छह जिलों के लिए भारी वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया है और मछुआरों को समुद्र तट पर न जाने की सख्त चेतावनी दी है.

मौसम विभाग के अनुसार, मध्य और पूर्वी बंगाल की खाड़ी के हिस्सों में निम्न दबाव सक्रिय है, जिससे तमिलनाडु के तटीय इलाकों में तेज हवाएं और लगातार बारिश हो रही है. चेन्नई, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लुर, कांचीपुरम, रानीपेट और विलुपुरम जिलों में रविवार को भारी वर्षा होने की संभावना है. साथ ही पुडुचेरी में भी जोरदार बारिश का पूर्वानुमान है.

मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार को बारिश का असर और तेज हो सकता है. खासकर तिरुवल्लुर, चेन्नई और रानीपेट जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. इसके अलावा चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, वेल्लोर, विलुपुरम और पुडुचेरी में भी तेज बारिश और आंधी चलने की संभावना है.

आंध्र में बनाए गए कंट्रोल रूम, हेल्पलाइन नंबर भी जारी

आंध्र प्रदेश में चक्रवात के खतरे को देखते हुए जिलों में प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है. सभी जिलों में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं और अधिकारियों को चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं. विशाखापट्टनम कलेक्टरेट में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं, जहां लोग चक्रवात से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए मदद ले सकते हैं. इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 0891-2590102 और 0891-2590100 जारी किए गए हैं. विशाखापट्टनम के कलेक्टर एमएन हरेंद्र प्रसाद ने कहा कि स्टाफ शिफ्ट के आधार पर चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेगा.

रायलसीमा में रेड अलर्ट, स्कूल कॉलेज बंद

आंध्र प्रदेश सरकार ने तटीय जिलों और रायलसीमा क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी कर दिया है. मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ आपात बैठक कर स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिया कि आवश्यक सेवाओं में किसी भी तरह की रुकावट नहीं आनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां घोषित की जाएं.

सीएम ने कहा कि ‘एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को संवेदनशील जिलों में तैनात किया जाए. काकीनाडा में ‘हॉस्पिटल ऑन व्हील्स’ की व्यवस्था रखी जाए. बिजली और पेयजल आपूर्ति निर्बाध रहनी चाहिए.’

सरकारी अधिकारियों ने बताया कि गुंटूर, नेल्लोर, चित्तूर, काकीनाडा, बापटला और वाईएसआर कडप्पा जिलों में विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं. 27 और 28 अक्टूबर को सारे स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे.

आईएमडी ने चेतावनी दी है कि 27 से 29 अक्टूबर तक तटीय और रायलसीमा जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश (210 मिमी से अधिक) हो सकती है.

ओडिशा में तूफान की तैयारी

ओडिशा सरकार ने भी अपनी आपदा प्रबंधन प्रणाली को सक्रिय कर दिया है. राज्य के 16 जिलों पर तूफान का प्रभाव पड़ने की आशंका है. राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने 15 जिलों के कलेक्टरों के साथ समीक्षा बैठक की और कहा, ‘लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. प्रशासन पूरी तैयारी में है. चक्रवात से पहले सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं.’

सरकार ने कोरापुट, मलकानगिरी, रायगढ़ा, नबरंगपुर, कालाहांडी, गंजाम और गजपति जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. जबकि नौ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. संवेदनशील इलाकों में सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और साइक्लोन शेल्टर तैयार रखे गए हैं.

तमिलनाडु में तबाही वाली बारिश का खतरा

आईएमडी के अनुसार, शनिवार शाम से दक्षिण ओडिशा तट पर 35 से 45 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो रविवार तक 65 किमी/घंटा और सोमवार शाम से 80 किमी/घंटा तक पहुंच सकती हैं.

तमिलनाडु के तटीय जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो चुकी है. चेन्नई, नागपट्टिनम, और कुड्डालोर जिलों में अगले चार से पांच दिन तक लगातार बारिश जारी रहने की संभावना है.

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