GK: एआई को ही दोस्त मान बैठे हैं बच्चे, सही और गलत में कैसे समझाएं फर्क?

2 hours ago

Last Updated:September 16, 2025, 12:27 IST

GK, AI Knowledge: आज हर हाथ में स्मार्टफोन है, बच्चे अपना होमवर्क तक इसी के जरिए कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें डिजिटल लिटरेसी के बारे में समझाना बहुत जरूरी है.

 एआई को ही दोस्त मान बैठे हैं बच्चे, सही और गलत में कैसे समझाएं फर्क?Digital Literacy: बच्चों को डिजिटल लिटरेसी और AI के फायदे-नुकसान बताना जरूरी है

नई दिल्ली (GK, AI Knowledge). आज के दौर में हर छोटी-बड़ी चीज स्मार्टफोन, इंटरनेट और कंप्यूटर पर निर्भर है. ऐसे में डिजिटल लिटरेसी (Digital Literacy) यानी डिजिटल साक्षरता की अहमियत बढ़ गई है. पहले पढ़ाई-लिखाई का मतलब सिर्फ किताबों तक सीमित था, लेकिन अब ज्ञान का बड़ा हिस्सा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स, ई-लर्निंग टूल्स और डिजिटल डिवाइस से जुड़ा हुआ है. स्कूली बच्चों के लिए यह जानना बहुत जरूरी हो गया है कि वे इंटरनेट का सुरक्षित और समझदारी से इस्तेमाल कैसे करें.

सिर्फ मोबाइल चलाना या गूगल पर सर्च करना ही डिजिटल लिटरेसी नहीं है, बल्कि सही जानकारी ढूंढना, उसे समझना, सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल करना और टेक्नोलॉजी के साथ खुद को अपडेट रखना ही इसकी असली परिभाषा है. अगर बच्चों को डिजिटल लिटरेसी समय रहते नहीं सिखाई गई तो वे गलत जानकारी, साइबर फ्रॉड और स्क्रीन की लत जैसी समस्याओं का शिकार हो सकते हैं. रंगीत की को-फाउंडर और सिलेबस डेवलपर करिश्मा मेनन से जानिए, बच्चों को डिजिटली लिटरेट कैसे बनाएं.

Digital Literacy Meaning: डिजिटल लिटरेसी क्या है?

डिजिटल लिटरेसी का मतलब है – टेक्नोलॉजी को सही और सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल करने की क्षमता. इसमें कंप्यूटर, मोबाइल, इंटरनेट, ई-मेल, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और डिजिटल टूल्स का सही उपयोग शामिल है.

बच्चों को डिजिटल लिटरेसी कैसे सिखाएं?

आज के बच्चे सिर्फ घर और स्कूल में ही नहीं, बल्कि इंटरनेट से जुड़े एक ग्लोबल विलेज में बड़े हो रहे हैं. टेक्नोलॉजी अब पहले से कहीं ज्यादा सुलभ हो गई है, इंटरनेट सस्ता हो गया है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तेजी से अपनाई जा रही है. ऐसे में बच्चों को यह सिखाना जरूरी है कि वे इस डिजिटल दुनिया को हल्के में न लें. सहानुभूति (Empathy) और क्रिटिकल थिंकिंग के साथ सुरक्षित रूप से इसमें आगे बढ़ें. बच्चों को इन 4 तरीकों से डिजिटल सिक्योरिटी के बारे में बता सकते हैं:

अपने विवेक से लें निर्णय- टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सोच-समझकर और जिम्मेदारी से करना चाहिए. ऑनलाइन दिखने वाली ज्यादातर चीजें इंसानों ने ही तैयार की हैं- ऐसे लोग जिनके अपने विचार और मत होते हैं. बच्चों को समझाएं कि वे जो देख रहे हैं, उसके फैक्ट्स चेक करें और खुद सोचें. यही उन्हें स्मार्ट डिजिटल नागरिक बनाएगा. उनका ऑनलाइन काम Human Intelligence से संचालित होना चाहिए, जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिर्फ सहायक की तरह सहयोग दे. याद रखें: AI इंसान नहीं है- बच्चों को सिखाना होगा कि भले ही AI इंसानों की तरह बात करता हो, लेकिन असल में वह इंसान नहीं है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कई बार बहुत फ्रेंडली लग सकता है, लेकिन उसके पास इंसानों जैसी भावनाएं, विचार या राय नहीं होती हैं. एआई तय नहीं कर सकता कि सही क्या है और गलत क्या है, जबकि बच्चों की असली ताकत यही है. इसलिए उन्हें हमेशा अपने विवेक का उपयोग पहले करना चाहिए. कॉपीराइट का सम्मान करें-  जब AI रिसर्च, लेखन या चित्र बनाने में मदद करता है तो ध्यान रखना चाहिए कि यह पहले से बने हुए प्रोजेक्ट से सीखता है. कभी-कभी बिना अनुमति के किसी के काम के हिस्से शामिल कर देता है. इसलिए बच्चों को प्रोत्साहित करें कि वे खुद क्रिएटिव हों और AI को सिर्फ सहायक की तरह उपयोग करें, न कि मुख्य सोर्स की तरह. उन्हे दूसरों के कॉपीराइट का सम्मान हमेशा करना चाहिए क्योंकि ऐसा न करना चोरी जैसा है. रिसोर्सेस का समझदारी से उपयोग करें- बड़े डेटा सेंटर AI को दिन-रात चलाने के लिए काम करते हैं. इसके लिए बहुत सारे नैचुरल रिसोर्सेस, खासकर बिजली की जरूरत होती है. बिजली के प्रोडक्शन से Fuel जलता है, जिससे हवा, पानी और जलवायु प्रदूषित होती है. ये सेंटर इतने गर्म हो जाते हैं कि उन्हें ठंडा करने के लिए भारी मात्रा में ताजा पानी चाहिए. बच्चों को सिखाना जरूरी है कि वे AI का इस्तेमाल सोच-समझकर करें.

Deepali Porwal

Having an experience of more than 10 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle (health, beauty, fashion, travel, astrology, numerology), entertainment and career. She has covered...और पढ़ें

Having an experience of more than 10 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle (health, beauty, fashion, travel, astrology, numerology), entertainment and career. She has covered...

और पढ़ें

First Published :

September 16, 2025, 12:23 IST

homecareer

GK: एआई को ही दोस्त मान बैठे हैं बच्चे, सही और गलत में कैसे समझाएं फर्क?

Read Full Article at Source