Bangladesh News: पाकिस्तान के पर कतरने के बाद, बांग्लादेश की बारी, मोदी सरकार के फैसले से कराह उठे यूनुस!

5 hours ago

India restricts Bangladesh garments imports: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच इस्लामाबाद के हमदर्द बांग्लादेशी बयानवीरों और उनकी सरकार से जुड़े अहम विभाग के खिलाफ भारत ने बड़ा एक्शन लिया है. केंद्र की मोदी सरकार ने कट्टरपंथियों के सरपरस्त और ढाका की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस की सरकार से संबंधित नया ट्रेड नोट जारी किया है. नए निर्देशों के मुताबिक भारत ने बांग्लादेश से रेडीमेड कपड़ों, प्रोसेस्ड फूड्स और दूसरी चीजों के आयात के लिए पोर्ट रेस्ट्रिक्शन लगा दिया है. कॉमर्स मिनिस्ट्री के डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने इस बारे में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है.

सरकारी नोटिफिकेशन के मुताबिक बांग्लादेशी रेडीमेड कपड़े अब किसी भी लैंड पोर्ट के जरिए भारत में आयात नहीं किये जा सकेंगे. नोटिफिकेशन में ये भी साफ किया गया है कि सिर्फ कोलकाता और मुंबई के समुद्री तटों के जरिए ही इन कपड़ों का आयात हो सकेगा.

BIG BREAKING:

India limits Bangladesh garment imports to Kolkata, Mumbai seaports; Land ports closed in a reciprocal gesture to Bangladesh

India's Northeastern land ports barred for select Bangladeshi goods. pic.twitter.com/aGdCvK1I4C

— Sidhant Sibal (@sidhant) May 17, 2025

आपको बताते चलें कि डीजीएफटी भारत में फॉरेन ट्रेड पॉलिसी को तैयार करने और लागू करने के लिए जिम्मेदार सरकारी बॉडी है.

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भारत सरकार के इस फैसले से बांग्लादेशी कारोबारियों पर असर पड़ेगा. ये फैसला भारत की ट्रेड पॉलिसी में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है. 

फैसले के मायने क्या हैं?

भारत के इस फैसले से देश के घरेलू रेडिमेड गारमेंट इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन बांग्लादेश के आरएमजी क्षेत्र पर इसका असर पड़ सकता है, जो इसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. बांग्लादेशी निर्यातकों को अब चटगांव पोर्ट से भारत के निर्दिष्ट बंदरगाहों तक शिपमेंट भेजने के लिए बढ़ी लागत और रसद चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.

भारत-बांग्लादेश के बीच तनावपूर्ण रिश्ते  

पिछले साल अंतरिम यूनुस सरकार के सत्ता में आने के बाद से भारत-बांग्लादेश संबंधों में गिरावट आई है. यूनुस सरकार ने इस्लामाबाद और बीजिंग से संपर्क करते हुए काफी हद तक भारत विरोधी रुख अपनाया है. शेख हसीना की स्थिर सरकार के पतन के बाद ढाका में सत्ता में आई सरकार भी भारत विरोधी कई टिप्पणियां की हैं.

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