Last Updated:May 20, 2025, 18:59 IST
Doctor Death Serial Killer: दिल्ली पुलिस ने कुख्यात सीरियल किलर 'डॉक्टर डेथ' उर्फ देवेंद्र शर्मा को राजस्थान के एक आश्रम से गिरफ्तार किया है. टैक्सी ड्राइवरों की हत्या और अवैध किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट में शामिल...और पढ़ें

डॉक्टर डेथ: कुख्यात सीरियल किलर और पैरोल जम्पर भगोड़ा फिर से पुलिस की गिरफ्त में.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने उस कुख्यात अपराधी को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया है, जो ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से जाना जाता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर से सीरियल किलर बना देवेंद्र शर्मा पिछले साल पैरोल पर छूटने के बाद फरार हो गया था. उसे अब राजस्थान के दौसा जिले के एक आश्रम से गिरफ्तार किया गया है. हैरानी की बात ये है कि वह वहां साधु का भेष धारण कर रहा था और आध्यात्मिक गुरु बना बैठा था.
मगरमच्छों को लाशें खिलाने वाला दरिंदा
देवेंद्र शर्मा कोई आम अपराधी नहीं है. पुलिस के अनुसार वह अब तक 50 से ज्यादा हत्याओं में संलिप्त रहा है. उसका सबसे वीभत्स तरीका था, शिकार की लाशों को उत्तर प्रदेश के कासगंज स्थित हजारा नहर में फेंक देना, जहां मगरमच्छ उन्हें खा जाते थे और सबूत हमेशा के लिए मिट जाते थे.
डॉक्टर से अपराधी बनने तक की कहानी
शर्मा ने आयुर्वेद में स्नातक (BAMS) की डिग्री ली थी और एक वैद्य के रूप में काम करना शुरू किया था. लेकिन 1994 में एक गैस एजेंसी की डील में उसे बड़ा घाटा लगा. यहीं से उसकी जिंदगी ने क्रिमिनल मोड़ लिया. अगले साल वह फर्जी गैस एजेंसी चलाने लगा और धीरे-धीरे किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का हिस्सा बन गया.
1998 से 2004 तक, शर्मा ने देश के अलग-अलग हिस्सों में 125 से ज्यादा अवैध किडनी ट्रांसप्लांट करवाए. इसमें कई डॉक्टरों और दलालों की मिलीभगत थी. पैसे के लालच में उसने दर्जनों गरीबों की किडनियां बिकवाईं.
टैक्सी ड्राइवरों की हत्या और गाड़ियों की बिक्री
2002 से 2004 के बीच, शर्मा ने एक नया अपराधी तरीका इजाद किया. वह अपने साथियों के साथ मिलकर टैक्सी और ट्रक ड्राइवरों को फर्जी ट्रिप्स के लिए बुलाता, उन्हें रास्ते में मार डालता और उनकी गाड़ियों को ग्रे मार्केट में बेच देता. फिर लाशें हजारा नहर में मगरमच्छों के हवाले कर दी जातीं. पुलिस के मुताबिक, ये पूरा नेटवर्क बेहद संगठित और शातिराना था.
ARREST ALERT: “Doctor Death” — The notorious serial killer & parole jumper fugitive is BACK IN CUSTODY!
Convicted for murders of taxi drivers (2002-2004)
Jumped parole in 2023 while serving life at Tihar Jail
Mastermind behind kidnappings,… pic.twitter.com/VvuPt46vWC
— Crime Branch Delhi Police (@CrimeBranchDP) May 20, 2025
2004 में गिरफ्तारी और सजा
2004 में शर्मा पहली बार गिरफ्तार हुआ. उसके खिलाफ दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में सात अलग-अलग हत्या के केस दर्ज थे, जिनमें उसे उम्रकैद की सजा हुई. एक मामले में गुरुग्राम कोर्ट ने उसे फांसी की सजा तक सुनाई थी.
फरारी और साधु का भेष
2023 में उसे एक बार फिर पैरोल पर छोड़ा गया था. लेकिन 3 अगस्त को पैरोल खत्म होने के बाद वह वापस जेल नहीं लौटा. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को उसके पीछे लगाया गया. छह महीने तक चली तलाश में टीम ने अलीगढ़, जयपुर, दिल्ली, आगरा और प्रयागराज तक छानबीन की. आखिरकार राजस्थान के दौसा जिले के एक आश्रम से उसे दबोच लिया गया, जहां वह ‘बाबा’ बनकर लोगों को प्रवचन दे रहा था.
पहले भी भाग चुका है पैरोल पर
ये पहली बार नहीं है जब देवेंद्र शर्मा फरार हुआ हो. 2020 में भी वह 20 दिन की पैरोल के बाद सात महीने तक फरार रहा था. तब भी पुलिस ने उसे दिल्ली से ही पकड़ा था. अब सवाल ये उठ रहा है कि इतने खतरनाक अपराधी को बार-बार पैरोल पर क्यों छोड़ा गया? जब एक बार वो फरार हो चुका था, तो उसे दोबारा पैरोल देने की अनुमति क्यों दी गई? क्या यह सिस्टम की चूक नहीं है? या फिर कोई बड़ा साठगांठ का मामला?
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
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New Delhi,Delhi