Last Updated:September 25, 2025, 11:53 IST
लद्दाख में केंद्र शासित प्रदेश की मांग को लेकर हिंसा भड़की, जिसमें 4 मौतें हुईं. सरकार ने सोनम वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया, जो SECMOL के संस्थापक और पर्यावरण संरक्षक हैं.

अपनी खूबसूरती और वादियों के लिए प्रसिद्ध लद्दाख इस समय हिंसा की आग में जल रहा है. बुधवार को लद्दाख में जमकर हिंसा और आगजनी देखने को मिली है और कई युवा सड़कों पर नजर आए. लद्दाख में पिछले कुछ दिनों से लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर प्रदर्शन चल रहे थे, जो बुधवार को अचानक हिंसक हो गए. इस दौरान हुई हिंसा में करीब 4 लोगों की मौत और 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. सरकार ने इस हिंसा की जिम्मेदारी एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक पर डाली है. ऐसे में सवाल उठता है कि कौन हैं ये सोनम वांगचुक, जिनकी एक आवाज पर लद्दाख का Gen-Z सड़कों पर विरोध करने उतर गया है?
क्या लगाए गए हैं सोनम वांगचुक पर आरोप?
सरकार का कहना है कि वांगचुक ने लोगों को “अरब स्प्रिंग” (मध्य पूर्व में हुई क्रांतियों) और नेपाल के प्रदर्शनों जैसी बातें कहकर भड़काया. सरकार ने कहा कि कई नेताओं के मना करने के बावजूद भी वांगचुक ने अपना अनशन (भूख हड़ताल) जारी रखा. उनपर आरोप है कि वांगचुक के भाषणों से उत्तेजित होकर ही भीड़ प्रदर्शन स्थल से हटकर हिंसा पर उतर गई.
भड़की हिंसा के बाद लोगों से बाद करते सोनम वांगचुक. (फोटो- PTI)
कौन है सोनम वांगचुक?
सोनम वांगचुक बेहद प्रसिद्ध शिक्षाविद्, समाजसेवी और लद्दाख के पर्यावरण एवं संस्कृति के संरक्षक हैं. लेकिन अगर हम कहें कि आपको आमिर खान की फिल्म ‘3 इडियट्स‘ के मशहूर किरदार ‘फुंसुक वांगडू‘ याद हैं, तो आप तुरंत समझ जाएंगे. ‘सक्सेस नहीं, एक्सीलेंस के पीछे भागो’ वाला नारा देने वाले फिल्म के लीड एक्टर का किरदार इन्हीं सोनम वांगचुक से प्रेरित था. 1 सितंबर 1966, लद्दाख के उलले तोकपो गाँव में जन्में सोनम वांगचुक, एक प्रसिद्ध शिक्षाविद्, इनोवेटर, लद्दाख के अधिकारों के लिए काम करने वाले एक्टिविस्ट हैं. स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) की स्थापना, और लद्दाख के लोगों के अधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए वह खूब जाने जाते हैं. उन्हें रमन मैग्सेसे अवार्ड (2018) सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है.
लेह में भड़की हिंसा के दौरान कई जगह आगजनी की घटनाएं हुई हैं. (PTI)
लद्दाख के लिए क्या चाहते हैं वांगचुक?
संवैधानिक सुरक्षा: लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग करने के बाद, यहाँ के लोग अनुच्छेद 371 जैसी संवैधानिक सुरक्षा चाहते हैं, ताकि यहाँ की जमीन, नौकरियाँ और पर्यावरण बाहरी लोगों के दखल से सुरक्षित रह सकें. राज्य का दर्जा या विधानसभा: लद्दाख को अभी केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है, लेकिन यहाँ की अपनी कोई विधानसभा (लेजिस्लेचर) नहीं है. वांगचुक और लद्दाख के लोग इसके लिए आंदोलन कर रहे हैं ताकि स्थानीय लोगों को अपने फैसले लेने का अधिकार मिल सके. नौकरियाँ और संसाधनों पर अधिकार: उनकी मांग है कि लद्दाख की नौकरियाँ और प्राकृतिक संसाधनों पर स्थानीय लोगों का पहला अधिकार हो.दीपिका शर्मा पिछले 5 सालों से News18 Hindi में काम कर रही हैं. News Editor के पद पर रहते हुए Entertainment सेक्शन को 4 सालों तक लीड करने के साथ अब Lifestyle, Astrology और Dharma की टीम को लीड कर रही हैं. पत्र...और पढ़ें
दीपिका शर्मा पिछले 5 सालों से News18 Hindi में काम कर रही हैं. News Editor के पद पर रहते हुए Entertainment सेक्शन को 4 सालों तक लीड करने के साथ अब Lifestyle, Astrology और Dharma की टीम को लीड कर रही हैं. पत्र...
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First Published :
September 25, 2025, 11:49 IST
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