Election Commission News: पोस्टल बैलेट यानी डाक मतपत्रों की गिनती को लेकर चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने नया बदलाव किया है. नए बदलाव के तहत अब पोस्टल बैलेट की काउंटिंग के बाद ही ईवीएम के वोट गिने जाएंगे. चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम/VVPAT की दूसरी आखिरी (सेकेंड लास्ट) राउंड की गिनती केवल तभी शुरू होगी, जब डाक मतपत्रों की गिनती पूरी हो जाएगी. अब तक डाक मतपत्रों की गिनती से पहले ईवीएम की गिनती संभव थी, मगर अब डाक मतपत्रों की गिनती पूरी होने के बाद ही VVPAT की गिनती सुनिश्चित होगी. चलिए जानते हैं चुनाव आयोग का पूरा फैसला. कैसे डाक मतपत्रों की गिनती की प्रक्रिया को और सुव्यवस्थित किया गया.
1. पिछले 6 महीनों में निर्वाचन आयोग ने 29 महत्वपूर्ण पहलें की हैं, जिनका उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को सुचारू बनाना और पारदर्शिता बढ़ाना है. अब आयोग ने अपनी 30वीं पहल के रूप में डाक मतपत्रों की गिनती की प्रक्रिया को और सरल करने का निर्णय लिया है.
2. वोटों की गिनती के दो मुख्य चरण हैं:
A. डाक मतपत्रों / इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड डाक मतपत्रों (ETPBs) की गिनती
B. ईवीएम (EVM) के माध्यम से गिनती
3. गिनती के दिन:
-डाक मतपत्रों की गिनती सुबह 8:00 बजे शुरू होगी.
-ईवीएम की गिनती सुबह 8:30 बजे से शुरू होगी.
-पहले ऐसा संभव था कि ईवीएम की गिनती डाक मतपत्रों की गिनती से पहले पूरी हो जाए.
4. PwDs (दिव्यांग) और वरिष्ठ नागरिकों (85+ आयु वर्ग) के लिए हाल की पहल से डाक मतपत्रों की संख्या काफी बढ़ गई है.
5. अब यह निर्णय लिया गया है कि:
-ईवीएम/VVPAT की दूसरी आखिरी (penultimate) राउंड की गिनती केवल तभी शुरू होगी जब डाक मतपत्रों की गिनती पूरी हो जाएगी.
-यह सुनिश्चित करेगा कि गिनती की प्रक्रिया समान और स्पष्ट रहे.
6. अगर डाक मतपत्रों की संख्या अधिक है, तो पर्याप्त टेबल और स्टाफ की व्यवस्था की जाएगी ताकि कोई देरी न हो.
पिछले छह महीनों की 29 पहलें
I. मतदाताओं की सुविधा
1. मतदान केंद्र पर वोटरों के लिए मोबाइल डिपॉज़िट सुविधा.
2. प्रति मतदान केंद्र अधिकतम 1,200 मतदाता ताकि भीड़ न हो.
3. मतदाता सूचना पर्ची (VIS) में सीरियल नंबर और भाग संख्या स्पष्ट.
4. प्रत्याशी बूथ 100 मीटर से आगे नहीं.
5. ईवीएम पर प्रत्याशियों की रंगीन फोटो.
II. चुनावी प्रणाली की मज़बूती और सफाई
6. 808 पंजीकृत लेकिन गैर-मान्यता प्राप्त दलों का निरसन.
7. निर्वाचन प्रणाली से जुड़े 28 हितधारकों की भूमिकाओं का मानचित्रण.
8. BLO को मानक फोटो पहचान पत्र.
9. EVM के जले/खराब हिस्सों की जांच के लिए SOPs.
10. कानूनी परामर्शदाताओं और CEOs के साथ राष्ट्रीय सम्मेलन.
11. विदेशी चुनाव प्रबंधन निकायों के साथ बैठकें.
III. राजनीतिक दलों से सक्रिय जुड़ाव
12. 24,719 सर्वदलीय बैठकें.
13. 25 राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय दलों से अलग-अलग बैठकें.
IV. प्रौद्योगिकी का उपयोग
14. ECINET का शुभारंभ – 40+ ऐप्स/वेबसाइट्स को एकीकृत करने वाला डिजिटल प्लेटफॉर्म.
15. सभी मतदान केंद्रों पर 150% वेबकास्टिंग.
16. PROs हर दो घंटे पर मतदान प्रतिशत दर्ज करेंगे.
17. मतदान के दिन सुबह 7 बजे से रीयल टाइम अपडेट.
18. हर mismatch में VVPAT की गिनती.
V. मतदाता सूची की शुद्धता
19. बिहार में विशेष पुनरीक्षण ताकि कोई पात्र मतदाता छूटे नहीं.
20. 4 राज्यों में उपचुनाव से पहले विशेष पुनरीक्षण.
21. मृत्यु डेटा से मतदाता सूची का लिंक.
22. एक ही व्यक्ति को एक से अधिक EPIC नंबर नहीं.
23. EPIC कार्ड 15 दिनों में डिलीवरी और SMS अलर्ट.
VI. क्षमता निर्माण
24. पहली बार 7,000 से अधिक BLO और सुपरवाइज़र का प्रशिक्षण.
25. बिहार, TN और पुडुचेरी के BLA का पहली बार प्रशिक्षण.
26. 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मीडिया और संचार अधिकारियों का प्रशिक्षण.
27. बिहार पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण.
28. अनुशासन और डिजिटल वर्कफ़्लो पर ज़ोर.
29. BLO और सुपरवाइज़र का पारिश्रमिक दोगुना, CAPF व मॉनिटरिंग टीम के लिए बढ़ा हुआ.
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