दिल्‍ली में टूटा 23 साल का रिकॉर्ड, समय से पहले लौटा मानसून, क्‍या होगा असर?

2 days ago

Last Updated:September 25, 2025, 12:00 IST

Monsoon Return: दक्षिण-पश्चिम मानसून भारत के लिए काफ अहम है. इसके ऊपर या नीचे होने से देश की इकनॉमी भी दाएं-बाएं होने लगती है. खेतीबारी का अधिकांश हिस्‍सा मानसूनी बारिश पर निर्भर करता है.

दिल्‍ली में टूटा 23 साल का रिकॉर्ड, समय से पहले लौटा मानसून, क्‍या होगा असर?Monsoon Return: देश की राजधानी दिल्‍ली से दक्षिण-पश्चिम मानसून 24 सितंबर 2025 को लौट गया.

Monsoon Return: देश की राजधानी दिल्‍ली से दक्षिण-पश्चिम मानसून आधिकारिक तौर पर लौट चुका है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इसके बावजूद आने वाले समय में छिटपुट बारिश होने की संभावना जताई है. पिछले 23 साल में यह पहला मौका है जब मानसून ने इतनी जल्‍दी विदाई ली है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार, दिल्‍ली से मानसून ने 24 सितंबर 2025 को विदाई ली है. इससे पहले साल 2002 में मानसून का 20 सितंबर को पैकअप हो गया था. IMD के अनुसार, साल 2024 में मानसून 2 अक्‍टूबर को लौटा था. हालांकि, इस बार अगस्‍त महीने में बादल जमकर बरसे. पिछले 15 साल का रिकॉर्ड इस बार टूट गया. अब सवाल उठता है कि मानसून की जल्‍द वापसी का क्‍या असर होगा? क्‍या आने वाली सर्दियों के मौसम पर इसका उलटा प्रभाव तो नहीं पड़ेगा?

राजधानी दिल्ली से दक्षिण-पश्चिम मानसून ने बुधवार को समय से एक दिन पहले विदाई ले ली. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह 2002 के बाद सबसे जल्दी वापसी है. आमतौर पर मानसून 25 सितंबर के आसपास लौटता है, जबकि पिछले साल यह 2 अक्टूबर को गया था. इस साल मानसून 29 जून को दिल्ली पहुंचा और 88 दिन तक सक्रिय रहा. यह 2001 के बाद से नौवां सबसे छोटा मानसून पीरियड है. 2012 में यह महज 81 दिन तक रहा था. हालांकि, छोटा सीजन होने के बावजूद बारिश रिकॉर्ड स्तर पर हुई.

औसत से ज्‍यादा बारिश

दिल्ली में इस बार मानसून अवधि में 88 में से 63 दिन बारिश दर्ज हुई. यानी सीजन का 71% हिस्सा. यह 2001 के बाद चौथा सबसे अधिक अनुपात है. राजधानी के प्रमुख केंद्र सफदरजंग पर 902.6 मिमी बारिश दर्ज हुई, जो सामान्य 640.4 मिमी से 41% अधिक है. पिछले साल 1,029.9 मिमी बारिश हुई थी, जो सातवां सबसे ज्यादा था. जिलों के स्तर पर औसत 736.2 मिमी वर्षा दर्ज हुई, जो सामान्य 536.3 मिमी से 37% अधिक है. इस बार किसी जिले में वर्षा की कमी नहीं रही. सबसे ज्यादा बारिश सेंट्रल दिल्ली (करीब 950 मिमी) में हुई, जबकि सबसे कम दक्षिण दिल्ली (550.3 मिमी) में.

खूब बरसे बदरा

मई: 186.4 मिमी, अब तक का सबसे ज्यादा (सामान्य 30.7 मिमी से छह गुना) जून: 107.1 मिमी, सामान्य से 45% अधिक जुलाई: 259.3 मिमी, सामान्य से 24% अधिक अगस्त: 400.1 मिमी, 15 साल में सबसे ज्यादा (सामान्य से 72% अधिक) सितंबर: 136.1 मिमी, सामान्य 123.5 मिमी से ऊपर इस दौरान तीन भारी बारिश के दिन दर्ज हुए—29 जुलाई (68.1 मिमी), 9 अगस्त (79 मिमी) और 15 अगस्त (79.4 मिमी).

ठंड के मौसम पर क्‍या असर

अब सबसे बड़ा सवाल – मानसून की जल्‍द वापसी का सर्दियों के मौसम पर उलट प्रभाव पड़ेगा या फिर यह सामान्‍य रहेगा. बता दें कि अमेरिकी वेदर एक्‍सपर्ट ने इस बार ला-नीना के एक्टिव होने के 71 फीसद तक चांस बताया है. इसके प्रभाव से कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना रहती है. इस बार मानसून भले ही समय से पहले लौटा है, पर बारिश औसत से ज्‍यादा हुई है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल मानसून ट्रफ लगातार दिल्ली के आसपास टिकी रही. इससे भले ही तेज बारिश कम हुई, लेकिन हल्की से मध्यम वर्षा नियमित बनी रही. मानसून के बाद से 20 सितंबर से ही उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएं चल रही हैं. इससे दिन और रात का तापमान बढ़ा है. बुधवार को अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है. आने वाले दिनों में यह 35 से 37 डिग्री तक रहने का अनुमान है. न्यूनतम तापमान 23-25 डिग्री के बीच रहेगा.

Manish Kumar

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...

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Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

September 25, 2025, 11:58 IST

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